Today's Capricorn Health Horoscope|Free Capricorn Health Prediction
मकर दैनिक Health राशिफल (29-09-23 )
बच्चों और महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान देना होगा नहीं तो आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। आपको अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। जल्दी ही आपकी सेहत में सुधार भी आ सकता है। आप अपने हर काम को उत्साह और जोश के साथ पूरा करेंगे। अपनी बिज़ी लाइफ़स्टाइल से अपने लिए वक्त निकालें।
मकर राशि स्वास्थ्य
मकर राशि का जातक सामान्य कद काठी का, गेहुंआ रंग या कृष्णवर्ण के हो सकते हैं , उनकी की लम्बाई भी साधारण होती है। इनके शरीर में स्थूलता हो सकती है । मकर राशि काल पुरुष के दशम स्थान की राशि है और इसमें पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है। शनि के प्रभाव क्षेत्र की राशि होने के कारण यह लोग वायु संबंधी विकार से जल्द प्रभावित होते हैं। मकर राशि के लोग काफी रचनात्मक हो सकते हैं । इन्हें जोड़ों से संबंधित रोग परेशान कर सकते हैं और हड्डियों से संबंधित दिक्कत हो सकती है । इन लोगों की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है एवं घुटनों आदि पर भी प्रभाव पड़ सकता है। वात रोगों के कारण ही अन्य समस्याएं जल्दी विकसित हो सकती हैं इसलिए सबसे पहले इन्हें अपनी गैस्ट्रिक समस्याओं का इलाज करने की आवश्यकता होती है।
मकर राशि वालों की छाती, बांहें, हथेली, गले पर कोई निशान भी हो सकता है। मकर राशि के लोगों को भोजन के मामले में विशेष सावधानी रखनी चाहिए, यह स्वाद लोलुप भी हो सकते हैं ,लेकिन यही बात इनके स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है, इसलिए इन्हें भोजन में संतुलन बनाए रखना चाहिए । मकर राशि वालों को तला भुना एवं बहुत अधिक वसा युक्त भोजन से बचने की कोशिश करनी चाहिए। इन्हें पेट से संबंधित विकार परेशान कर सकते हैं इस कारण कब्ज, बवासीर की शिकायत भी हो सकती है। इनके स्नायुतंत्र पर भी गहरा असर पड़ सकता है क्योंकि यह अधिक विचारशील होते हैं। इस कारण अपने तंत्रिका तंत्र को बहुत अधिक दबाव में रह सकता है। रक्त से संबंधित विकार या फिर दुर्घटना का प्रभाव भी इन पर जल्द हो सकता है। त्वचा के रोग, रक्तचाप, दांत से संबंधित रोग भी मकर राशि वालों को परेशान कर सकते हैं। इन लोगों को शरीर पर भोजन की विषाक्तता के प्रभाव का डर भी होता है और टाइफाइड, पीलिया रोग हो सकते हैं। चोट लगने और गिरने से हड्डी खिसकना या टूटने का डर भी रह सकता है।
मकर राशि के लोग शारीरिक तौर पर मजबूत होते हैं और बहुत अधिक बीमार नहीं रहते हैं परन्तु जब यह बीमार होते हैं तो लम्बी अवधि तक रोग इन पर प्रभाव डाल सकता है। संधिवात व सिरदर्द की शिकायत भी इन्हें हो सकती है। महिलाओं को गर्भ से संबंधित कोई रोग परेशान कर सकता है। इन लोगों में गठिया की शिकायत भी उभर सकती है।यह स्वास्थ्य को लेकर बहुत अधिक सजग न भी हों तो भी इनके लिए जरुरी है की मानसिक रुप से खुद को सबल बना कर रखें, क्योंकि अगर बीमार होकर निराश हो जाते हैं तो यह स्थिति इनके लिए बहुत परेशानी वाली हो सकती है इसलिए खुद को सकारात्मक बना कर रखने से यह लोग बहुत कुछ पाने में सफल भी होते हैं। यह जितना मानसिक तनाव या निराशा से बचते हैं उतना ही सेहत को बेहतर बना सकते हैं।