कन्या राशि का प्रेम मिलान । Virgo love Compatibility

वैदिक ज्योतिष के आधार पर कन्या राशि वालों के लिए सबसे उपयुक्त मेल वृषभ, कर्क, वृश्चिक और मकर राशि को माना जाता है।
कन्या राशि का मेष से मिलान/Virgo Love Compatibility with Aries
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कन्या का मेष राशि के साथ मिलान को सबसे ज्यादा अनुचित माना जाता है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि कन्या और मेष इन दोनों राशियों का प्रेम के रिश्ते को लेकर बहुत ही अलग विचार होता है। दोनों की सोच में जमीन आसमान का फर्क होने की वजह से ही उनके रिश्ते को उपयुक्त नहीं माना जाता है। कन्या राशि वाले अपने रिश्ते में भावनाओं को ज्यादा अहमियत देते हैं और हर पड़ाव को बहुत ही समझदारी के साथ पाड़ करने की कोशिश करते हैं। दूसरी तरफ मेष राशि वालों में रिश्ते के प्रति संवेदनशीलता की कमी रहती है। वो रिश्ते के हर पड़ाव को काफी हड़बड़ाहट के साथ पार कर जाते हैं। उनके इस रवैये से कन्या राशि वाले काफी घबरा भी सकते हैं। रिश्ते में स्थिरता लाने के लिए इन दोनों को ही अपने-अपने स्तर पर प्रयास करते रहना चाहिए। एक दूसरे को समझने के साथ ही उन्हें एक दूसरे की जरूरतों का भी ध्यान रखना चाहिए। रिश्ते को सफल बनाने के लिए दोनों को ही धैर्य से काम लेना चाहिए।
कन्या राशि का वृषभ से मिलान/Virgo Love Compatibility with Taurus
कन्या और वृषभ राशि के मेल को वैदिक ज्योतिष के अनुसार बेहद प्रभावशाली माना जाता है। दोनों के रिश्ते को एक गहरे मानसिक और शारीरिक जुड़ाव का उदाहरण माना जा सकता है। वे एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं को बहुत ही अच्छी तरह से साझा कर पाते हैं। इस वजह से उन्हें एक दूसरे को समझने में भी ज्यादा दिक्कत नहीं होती है। कन्या राशि वाले शारीरिक जुड़ाव को आध्यात्मिक मानते हैं और वृषभ राशि वाले उनके इस सोच का पूरी तरह से सम्मान करते हैं। वृषभ राशि वालों के साथ कन्या राशि वाले बेहद सुरक्षित महसूस करते हैं। रिश्ते को खूबसूरत बनाने में दोनों एक दूसरे का पूरा सहयोग करते हैं। हालांकि कभी-कभी वृषभ राशि के शक करने की प्रवृत्ति उनके रिश्ते के लिए बुरा भी साबित हो सकता है। इससे उनके बीच के विश्वास पर काफी प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा कन्या राशि वालों के मन में हमेशा कहीं ना कहीं वृषभ राशि वालों द्वारा अस्वीकार किये जाने का डर बना रहता है।
कन्या राशि का मिथुन से मिलान/Virgo Love Compatibility with Gemini
बुध ग्रह द्वारा शासित कन्या और मिथुन का मेल प्रेम जीवन के लिहाज से कुछ ख़ास नहीं माना जाता है। दोनों अपनी भावनाओं को एक दूसरे के साथ खुलकर साझा नहीं कर पाते हैं। मिथुन राशि वाले जहां उग्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं कन्या राशि वाले सौम्य स्वभाव के लिए। यदि यह दोनों एक साथ रहने का फैसले लेते हैं तो उन्हें आपस में बातचीत और विचारों के आदान-प्रदान को ज्यादा तवज्जो देना होगा। इसके बाद ही दोनों के बीच एक मजबूत रिश्ता स्थापित हो सकता है। हालांकि आपसी रिश्ते की बात करें तो दोनों का व्यवहार एक दूसरे के प्रति काफी सौम्य रहता है। लेकिन इससे उनके बीच की दूरी फिर भी नहीं मिट पाती है। दोनों के बीच की यह दूरी उनके यौन जीवन के लिहाज से भी बेहद निराशाजनक साबित हो सकता है।
कन्या राशि का कर्क से मिलान/ Virgo Love Compatibility with Cancer
कन्या और कर्क राशि के बीच एक गहरा और लंबे समय तक चलने वाला प्रेम संबंध स्थापित हो सकता है। उनके बीच का यह रिश्ता सिद्धांतों और भावनाओं पर आधारित होता है। इस आधार पर दोनों के प्रेम में प्रगाढ़ता आती है। हालांकि उन्हें एक दूसरे के साथ और भी खुलकर पेश आने की जरूरत पड़ सकती है। आमतौर पर कन्या राशि वाले अपनी भावनाओं को साझा करने से हिचकते हैं। अगर यौन जीवन की बात करें तो, अंतरंग रिश्ते की शुरुआत उनके बीच तभी हो सकता है जब वे एक दूसरे के साथ सुरक्षित महसूस करने लगे। कर्क राशि वाले बेहद भावनात्मक किस्म के होते हैं इसलिए वो अपने पार्टनर द्वारा अपने मन की बातों को बयां ना करते देख रिश्ते को लेकर भ्रमित हो सकते हैं। अपने रिश्ते को मजबूत बनाने और प्यार को बरक़रार रखने के लिए उन्हें एक दूसरे की असमानता का आदर करना चाहिए।
कन्या राशि का सिंह से मिलान/Virgo Love Compatibility with Leo
कन्या और सिंह राशि वाले अपने रिश्ते को लेकर हमेशा सचेत रहते हैं। इससे उन्हें अपने रिश्ते को बेहतर बनाने में काफी मदद मिलती है। सिंह राशि वाले अपने रिश्ते में काफी भरोसेमंद साबित हो सकते हैं। वो हमेशा अपने पार्टनर को अच्छा महसूस करवाने के लिए कुछ ना कुछ ख़ास जरूर करते हैं। जबकि कन्या राशि वालों के साथ ऐसा नहीं है। वो अपनी भावनाओं को उजागर करने से डरते हैं। इस वजह से वो अपने पार्टनर से अपने दिल की बातों को भी साझा नहीं कर पाते हैं। यह उनके बीच में दरार का कारण बन सकता है। दोनों का आपसी तालमेल बिगड़ने से उनक यौन रिश्ता भी काफी हद तक प्रभावित हो सकता है। उनके बीच की पारस्परिक तर्कसंगतता अंतरंग रिश्ते को नाश कर सकती है। इसके साथ ही दोनों का एक दूसरे पर हावी होना भी उनके रिश्ते के लिए खतरनाक है।
कन्या का कन्या राशि से मेल/Virgo Love Compatibility with Virgo
एक ही राशि के समान जातक होने के कारण दोनों के बीच बातचीत का स्तर तो काफी उम्दा रहता है, लेकिन भावनात्मक जुड़ाव और यौन अंतरंगता के मामले में उनका रिश्ता असफल रहता है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि, दोनों ही शारीरिक जुड़ाव को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। एक राशि के होने के कारण उनके बीच तर्कसंगतता और विश्लेषण की भावना दोगुनी हो जाती है। इसके साथ ही दोनों एक दूसरे की काफी आलोचना भी करते हैं। यह उनके रिश्ते में जटिलताओं को बढ़ाने का कारण बन सकता है। हालांकि अगर वो चाहे तो कुछ प्रयासों से अपने रिश्ते में तालमेल लाकर उसे सफल बना सकते हैं। इसके लिए उन्हें रोजाना अपने रिश्ते में आने वाले बदलावों को अपनाना होगा। वे अपनी जीवनशैली में भी परिवर्तन लाकर आपसी तालमेल को मजबूत कर सकते हैं।
कन्या का तुला राशि से मिलान/Virgo Love Compatibility with Libra
कन्या और तुला राशि के मेल को वैदिक ज्योतिष के अनुसार अनुकूल नहीं माना जाता है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि, कन्या पृथ्वी राशि है जिसके स्वामी ग्रह बुध है और तुला वायु राशि है जिसके स्वामी ग्रह शुक्र हैं। कन्या राशि वाले अपने पार्टनर के साथ बौद्धिक जुड़ाव में यकीन रखते हैं जबकि तुला का विश्वास एक सहज और सक्रिय रिश्ते में होता है। कन्या राशि वाले शारीरिक जुड़ाव को ज्यादा अहमियत नहीं देते जबकि तुला राशि वाले इसे आध्यात्मिकता से जोड़कर देखते हैं। दोनों के रिश्ते में सही तालमेल होना संभव है लेकिन उनका यौन जीवन असफल माना जाता है। यह दोनों राशि वालों के बीच भावनात्मक जुड़ाव ना होने की वजह से उनके बीच गलत फ़हमियों का अंबार लग सकता है। कन्या राशि वालों के सौम्य स्वभाव से तुला राशि वालों का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। दूसरी तरफ एक समय के बाद तुला राशि वाले कन्या राशि वालों को बोरिंग मानने लगते हैं। बहरहाल अपने रिश्ते को मजबूत बनाने और लंबा चलाने के लिए कन्या राशि वालों को अपने में थोड़ा बदलाव लाना चाहिए, और तुला राशि वालों को भी अपने रिश्ते को थोड़ा वक़्त देना चाहिए।
कन्या राशि का वृश्चिक से मिलान/ Virgo Love Compatibility with Scorpio
कन्या राशि वालों का वृश्चिक के साथ मिलान को बेहद शुभ एवं उपयुक्त माना जाता है। कन्या राशि वालों का सौम्य स्वभाव और रिश्ते के प्रति गंभीरता वृश्चिक राशि वालों को बेहद पसंद आता है। यह दोनों राशि वालों के रिश्ते में तालमेल बिठाने का जिम्मा वृश्चिक राशि वालों के ऊपर होता है। चूंकि कन्या राशि वाले काफी हद तक शर्मीले किस्म के भी होते हैं बहरहाल रिश्ते में आने वाले इस खालीपन को वृश्चिक राशि वाले पूरी करने की कोशिश करते हैं। दोनों के बीच शारीरिक जुड़ाव को लेकर की बात करें तो कन्या राशि वाले इसे जरूरी नहीं समझते जबकि वृश्चिक राशि वाले इस मामले में भी रिश्ते की बागडोर संभालने में आगे रहते हैं। इन दोनों के रिश्ते की सबसे अच्छी बात यह कि वे एक दूसरे को काफी अच्छी तरह से समझते हैं। दोनों के रिश्ते में किसी तरह का अहंकार या द्वेष की भावना नहीं आती है। रिश्ते में मधुरता बनाए रखने के लिए दोनों एक दूसरे की बातों को तवज्जो देते हैं और एक दूसरे का सहयोग करते हैं।
कन्या राशि का धनु से मिलान/Virgo Love Compatibility with Sagittarius
कन्या और धनु राशि वाले आपस में एक बेहद मजाकिया रिश्ता साझा करते हैं। इस रिश्ते में दोनों एक दूसरे के समक्ष अपनी इच्छाओं को खुलकर व्यक्त कर पाते हैं चाहे वो भौतिक हो या शारीरिक। दोनों के दूसरे की तरफ आकर्षित भी रहते हैं लेकिन इसके बावजूद भी उनके रिश्ते में एक खालीपन सा रहता है जो दोनों के अलगाव की वजह बनता है। उनके रिश्ते में यह अंतर मुख्य रूप से दोनों के अलग राशि चिन्ह के कारण हो सकता है। जहाँ कन्या राशि का चिन्ह पृथ्वी है वहीं वृश्चिक का राशि चिन्ह अग्नि को माना जाता है। इस वजह से दोनों का यौन जीवन भी काफी हद तक प्रभावित होता है। लिहाजा उनके रिश्ते में संतुष्टि नाम की कोई चीज नहीं होती, दोनों का रिश्ता इस वजह से पूर्ण नहीं माना जाता है।
कन्या राशि का मकर से मेल/Virgo Love Compatibility with Capricorn
जब हम कन्या और मकर राशि के मेल की बात करते हैं तो, दोनों के बीच एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव देखा जा सकता है। हालांकि दोनों शारीरिक स्तर पर वैसा जुड़ाव अनुभव नहीं कर पाते हैं। शुरुआत में उन्हें एक दूसरे के साथ जुड़ने में दिक्कत आ सकती है लेकिन एक बार जुड़ाव हो जाने के बाद उनका अलग हो पाना असंभव हो जाता है। उनके बीच अंतरंग रिश्ता तभी बनता हैं जब दोनों गंभीरता के साथ आगे बढ़ते हैं। रिश्ते में प्रेम बनाए रखने के लिए दोनों अपनी पूरी सहभागिता देते हैं। स्वभाव में दोनों एक जैसे होने के कारण उन्हें एक दूसरे को समझने में कोई ख़ास दिक्कत नहीं आती है। कन्या राशि वालों को हमेशा एक ऐसे साथी की तलाश होती है जो उनका सम्मान करे और विश्वासपात्र हों। मकर राशि वाले उनके इस कसौटी पर पूरी तरह से खड़े उतरते हैं।
कन्या राशि का कुंभ से मिलान/Virgo Love Compatibility with Aquarius
कन्या और कुंभ राशि के मेल को एक दूसरे के अनुकूल नहीं माना जाता है। उनके रिश्ते में मुख्य तौर से भावनाओं की कमी होती है। इस वजह से उनका यौन जीवन भी काफी हद तक प्रभावित होता है। एक बार को दोनों का मानसिक मेल संभव भी है लेकिन शारीरिक मेल होना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसका एक कारण दोनों का अलग स्वभाव और रिश्ते को लेकर उनके विचार को भी माना जा सकता है। जहाँ एक तरफ कुंभ राशि वाले अपने रिश्ते को लेकर जल्दबाजी दिखाते हैं वहीं कन्या राशि वाले अपने पार्टनर के साथ रिश्ते को वक़्त देते हुए संभल कर आगे बढ़ना पसंद करते हैं। कुंभ राशि वाले अंतरंग रिश्ते को लेकर भी काफी जल्दबाजी दिखाते हैं जिसे कन्या राशि वाले कुछ ख़ास पसंद नहीं करते। शुरुआत में ही रिश्ते के प्रति कन्या राशि वालों की गंभीरता को देखते हुए कुंभ राशि वाले उन्हें काफी बोरिंग समझने लगते हैं।
कन्या राशि का मीन के साथ मिलान/Virgo Love Compatibility with Pisces
कन्या और मीन को ध्रुवीय विपरीत राशियां माना जाता है, इस वजह से दोनों एक दूसरे की तरफ आकर्षित रहते हैं। शुक्र के प्रभाव के कारण दोनों काफी हद तक एक दूसरे के अनुकूल माने जाते हैं। दोनों के अंतरंग रिश्ते भी काफी कमाल के होते हैं। हालांकि दोनों को दूसरे के तर्कसंगत दृष्टिकोण को समझने में परेशानी हो सकती है। कन्या राशि वाले मीन राशि वालों के लापरवाह रवैये की वजह से अपने रिश्ते को सुरक्षित नहीं महसूस कर पाते हैं। हालांकि मीन राशि वाले काफी हद तक कन्या राशि वालों के सौम्यता और शालीनता से प्रभावित रहते हैं। मीन राशि वालों को रिश्ते की गंभीरता को समझने में वक़्त लगता है और यही बात कन्या राशि वालों को उनसे दूर ले जाने का कारण बनती है। रिश्ते के प्रति थोड़ी संजीदगी दिखाने की कोशिश की जाए तो उनका रिश्ता एक दूसरे के अनुकूल हो सकता है।