प्रीमियम उत्पाद

ज्योतिष में बुध योग/ Budha Yoga in Astrology

लग्न में बृहस्पति, चतुर्थांश में चन्द्रमा, चन्द्रमा से दूसरे भाव में राहु तथा राहु से तीसरे भाव में सूर्य और मंगल के होने से कुंडली में बुध योग का निर्माण होता है।

परिणाम/ Results 

इस योग में जन्मे व्यक्ति पराकर्मी, प्रतिष्ठित, चालाक तथा एक शासक या सफल व्यवसायी के समान विद्वान  होते हैं।

टिप्पणियां/ Remarks 

जहां, लग्न में बृहस्पति इस योग को मजबूत करता है वहीं, चंद्रमा इसके लिए चतुर्थांश में गजकेसरी योग बनाता है। तत्पश्चात, चंद्रमा और लग्न दोनों ही दृढ़ हो जाते हैं। सूर्य, मंगल, चंद्रमा और बृहस्पति एक-दूसरे के चतुर्थांश में होते हैं जो शायद इस योग की विशेषता हो सकती है।

आप ज्योतिष में विभिन्न प्रकार के योगों, विभिन्न कुंडली दोषों, सभी 12 ज्योतिष भावों, ग्रहों के गोचर और इसके प्रभावों के बारे में अधिक पढ़ सकते हैं।

ज्योतिष रहस्य