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कुंडली में संपत्ति योग | Prediction for own house by birth date
यदि आप निवेश का सोच रहे हैं तो संपत्ती या अपने घर में निवेश से बेहतर कोई विकल्प नहीं हो सकता है। यह एक परिसंपत्ति है, जिसका मूल्य समय के साथ बढ़ता जाता है, जिसके कारण आप लंबे समय तक धन जमा कर पाते हैं। आपकी अपनी संपत्ति का होना आपको स्थिरता का आभास करवाता है।
अपनी संपत्ति के होने के अपने कुछ फायदे और नुकसान होते हैं। फायदा तो आपको पता चल ही गया होगा कि यह एक लंबे समय के लिए निवेश का बेहतरीन स्त्रोत है। इसके होने से आपको टैक्स में भी फायदा हो सकता है। यह अधिक गोपनीयता प्रदान करता है और अंत में स्थिरता का आभास करवाता है।
लेकिन, इसके कुछ नुकसान भी है, जैसे – आपको ज्यादा धन खर्च करना पड़ सकता है, आपको चल संपत्ति (धन) की कमी हो सकती है, हमेशा आपको अनुरक्षण लागत/maintenance cost की ओर देखना पड़ सकता है, और आपकी संपत्ति का मूल भविष्य में बढ़ने की आशंका कम हो सकती है।
इन बातों से साफ पता लगता है कि संपत्ति में निवेश के नफा और नुकसान दोनों है, लेकिन फिर भी बहुत सारे लोगों का यह एक सपना होता है। यदि आप अपने लिए एक घर या संपत्ति की तलाश कर रहे हैं तो आपको एक बार किसी ज्ञानी ज्योतिषी से आपकी कुंडली/Horoscope का आकलन करवा लेना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, आपकी कुंडली/Horoscope में कुछ संपत्ति के लिए विशेष भाव और ग्रह होते हैं। उन्हीं भावों और ग्रहों के संयोजन से आपके लिए संपत्ति खरीदने के सबसे उत्तम समय का पता लगाया जा सकता है। यह बात हर स्थिति पर लागू होती है, चाहे आप व्यापार के लिए उस संपत्ति को खरीदें या फिर अपने निजी कार्यों के लिए।
आप आउटलुक इंडिया/ दी वीक्स/हिंदुस्तान टाइम्स में संपत्ति की भविष्यवाणी के बारे/property prediction by date of birth में मेरे नवीनतम साक्षात्कार पढ़ सकते हैं। इसे पढ़ने के लिए आप हमारे समाचार विभाग में जा सकते हैं।
ज्योतिष में संपत्ति / खुद के घर के लिए जिम्मेदार भाव/Houses responsible for Property/Own House in Astrology
ज्योतिष में संपत्ति / खुद के घर के लिए कौन से भाव जिम्मेदार होते हैं? कौन से भाव संपत्ति को दर्शाते हैं? ज्योतिष के अनुसार, किसी भी जातक की कुंडली/Horoscope में चौथा भाव/Fourth House संपत्ति को दर्शाता है। डी-4 चार्ट के आकलन से इस विषय के सभी प्रश्नों के उत्तर मिल सकते हैं। इसी कारणवश संपत्ति में निवेश से पहले इस भाव और चार्ट का आकलन करना अनिवार्य हो जाता है। इस विषय में और गंभीरता से जानने से पहले मैं चाहता हूं कि आपको कुंडली/Natal Chart के आकलन के कुछ विशेष तत्वों के बारे में बताना चाहता हूं।
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संपत्ति के योग की क्षमता
ज्योतिष में संपत्ति / खुद के घर के लिए जिम्मेदार भाव/Houses responsible for Property/Own House in Astrology
ज्योतिष में संपत्ति / खुद के घर के लिए कौन से भाव जिम्मेदार होते हैं? कौन से भाव संपत्ति को दर्शाते हैं? ज्योतिष के अनुसार, किसी भी जातक की कुंडली/Horoscope में चौथा भाव/Fourth House संपत्ति को दर्शाता है। डी-4 चार्ट के आकलन से इस विषय के सभी प्रश्नों के उत्तर मिल सकते हैं। इसी कारणवश संपत्ति में निवेश से पहले इस भाव और चार्ट का आकलन करना अनिवार्य हो जाता है। इस विषय में और गंभीरता से जानने से पहले मैं चाहता हूं कि आपको कुंडली/Natal Chart के आकलन के कुछ विशेष तत्वों के बारे में बताना चाहता हूं।
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संपत्ति के योग की क्षमता
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संपत्ति खरीदने का उत्तम समय
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संपत्ति बेचने का उत्तम समय
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संपत्ति में विवाद के जरूरी मामले
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क्या मुझे अपने पूर्वजों से मिली धन संपत्ति से कुछ फायदा हो सकता है?
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किसके नाम से संपत्ति खरीदी जाए?
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संपत्ति खरीदते समय कोई अनदेखी परेशानी का आ जाना
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क्या किस्तों में संपत्ति खरीदना फायदेमंद होगा?
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आप कितनी संपत्ति खरीद सकते हैं?
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संपत्ति से वास्तु के फायदे कैसे लें?
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उस संपत्ति से कैसे पीछा छुड़ाएं जिससे हमें कोई फायदा नहीं हो रहा है।
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संपत्ति के मामलों से कैसे बचें?
हो सकता है कि संपत्ति खरीदते समय आपको और भी दूसरी परेशानी का सामना करना पड़े, लेकिन यह कुछ ऐसे प्रश्न हैं जिनसे हर किसी का सामना होता ही है। यदि इसका हल समय पर नहीं निकाला गया तो आपको समस्या हो सकती है। इन सभी परेशानियों का हल आपकी कुंडली/Horoscope के चौथे भाव से मिल सकता है। लेकिन हर व्यक्ति के संपत्ति खरीदने और बेचने के अलग अलग कारण हो सकते हैं, इसलिए हर मामले को हल करने के लिए इस भाव का अलग-अलग तरह से आकलन करना चाहिए।
चलिए सबसे पहले संपत्ति के खरीद-बेच के उन सभी पहलुओं को समझते हैं। इसके बाद आपको बताऊंगा कि कैसे ज्योतिष की सहायता से आप अपने लिए सबसे उत्तम निर्णय ले सकते हैं। यह सभी निर्णय आपकी कुंडली/Janam Kundli के आधार पर होंगे।
हमारे जीवन में संपत्ति से जुड़ी परेशानियां क्यों होती है - एक सच्ची ज्योतिषीय कहानी
चलिए आपको एक छोटी और सच्ची कहानी बताते हैं। इस कहानी के माध्यम से आपको ज्योतिष की क्षमता का अंदाजा हो जएगा। इस कहानी से आप यह भी समझ जाएंगे कि जब तक आपके सितारे नहीं चाहेंगे, तब तक आप कुछ नहीं कर सकते।
श्री सही राम जो ग्रेटर नोएडा (यू.पी., भारत) के निवासी है। उनके पास ग्रेटर नोएडा में एक पुश्तैनी जमीन थी। जब तक सही राम के पिता जीवित थे, उनका परिवार खेती में था, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उनका परिवार ज्यादा मुनाफे की लालच में व्यापार की और अग्रसर हो गया।
हमारे जीवन में संपत्ति से जुड़ी परेशानियां क्यों होती है - एक सच्ची ज्योतिषीय कहानी
चलिए आपको एक छोटी और सच्ची कहानी बताते हैं। इस कहानी के माध्यम से आपको ज्योतिष की क्षमता का अंदाजा हो जएगा। इस कहानी से आप यह भी समझ जाएंगे कि जब तक आपके सितारे नहीं चाहेंगे, तब तक आप कुछ नहीं कर सकते।
श्री सही राम जो ग्रेटर नोएडा (यू.पी., भारत) के निवासी है। उनके पास ग्रेटर नोएडा में एक पुश्तैनी जमीन थी। जब तक सही राम के पिता जीवित थे, उनका परिवार खेती में था, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उनका परिवार ज्यादा मुनाफे की लालच में व्यापार की और अग्रसर हो गया।
सही राम की मंशा शॉपिंग मॉल और पढ़ने वाले बच्चों के लिए अच्छी सुख सुविधा वाले छात्रावास का निर्माण करने की थी। इसके लिए उन्होंने अपनी खेती की कुछ जमीन बेच दी। इसके तहत उन्होंने, दो परियोजनाओं को एक साथ लागू करने का निर्णय लिया। पहली परियोजना शॉपिंग मॉल के लिए और दूसरी पांच सो कमरे का होस्टेल के लिए थी।
उन्होंने बहुत ही धूमधाम से अपने प्रोजेक्ट को लॉन्च किए। कुछ प्रमुख स्थानों की दुकानों को उन्होंने अपने परिचितों को बेच दिया और बाकी को आम जनता के लिए खोल दिया। उनके द्वारा की गई सभी बुकिंग निर्माण-आधारित थी, जिसका अर्थ यह था कि शुरू में उन्हें जो पैसा मिलेगा, वह बहुत कम होगा।
ऐसी योजनाओं में धन की आवश्यकता ज्यादा होती है, इसलिए वह धन के अन्य स्त्रोत की और देख रहे थे। फिर उन्हें बैंक से कर्ज मिलने की उमीद दिखी, लेकिन यह सारा धन निर्माण चरणों पर आधारित था।
इस कार्य के लिए वह पहले से ही तैयार थे। उनके पास इस योजना को अंजाम देने के लिए अनुभव की कमी थी और साथ में ना ही कोई अनुभवी साथी था। धीरे धीरे करके उसने अपनी सारी खेती की जमीन बेच दी। अचानक से बाजार में जमीनों की बिक्री बढ़ गई जिसके कारण जमीन का मूल्य भी गिर गया था। लेकिन फिर भी वह अपनी संपत्ति बेच रहे थे।
फिर भी, दो बड़ी योजनाओं को एक साथ लागू करना आसान नहीं होगा।
एक समय ऐसा भी आया जब सही राम के पास जमीन बची ही नहीं थी, और ना ही उनके योजनाएं पूरी हुई थी। होस्टल के कार्य को बीच में रोक कर उन्हें शॉपिंग मॉल की योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। सही राम की सभी मेहनत खतरे में आ गई और एक समय आया जब दोनों ही योजनाएं बंद हो गई। जिससे वह सबसे भरोसेमंद साथी समझते थे, उन्होंने इन परियोजना में एक रुपए भी नहीं लगाए थे। इस स्थिति में वह सही राम को अकेला छोड़ कर भाग गया। वह उन लोगों से अकेला लड़ रहा था जिन्होने मॉल में दुकान खरीदी थी, और जिससे उसने अपनी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कर्ज लिया था।
उसकी किस्मत तो अच्छी थी ही नहीं, लेकिन धीरे धीरे उसके दुश्मन भी उसके ऊपर हावी होने लगे थे। उसके चचेरे भाई जो उससे कभी बात भी नहीं करते थे, उसने सही राम को पूर्वजों की संपत्ति के मामले में अदालत से घेरना शूरू कर दिया। आप देख सकते हैं कि जिस व्यक्ति के पास बहुत धन संपत्ति थी, वह दो साल बाद फर्श पर आ गया था।
यह वही व्यक्ति है जो आज से कुछ समय पहले महंगी महंगी गाड़ियों में घूमता था। और अब वह सहायता के लिए दर दर भटक रहा है।
अब स्थिति यह है कि वह अपनी ज्यादातर पूर्वजों की जमीन बेच चुका है, और उसके दोनों ही योजनाएं रुकी हुई है। दिन प्रतिदिन कर्ज बढ़ता जा रहा है। और जिन लोगों को भी उन्होंने दुकान बेच दी थी वह अदालत का दरवाजा खटखटा चुके हैं। इसके साथ साथ वह अपने चचेरे भाई से भी अदालत में मुकदमा लड़ रहा है। कुल मिला कर अब वह बहुत बड़ी परेशानी में फस चुका है।
यदि आपने इस कहानी को ध्यान से पढ़ा होगा तो आप किस्मत के खेल को समझ गए होंगे। ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि किस्मत सही राम के पक्ष में नहीं थी, लेकिन इस बात को समझाने के लिए मेरे पास दूसरा तरीका है। मेरे हिसाब से सही राम की कुंडली/Birth Chart सिर्फ संपत्ति के मामले में कमजोर थी, जिसके कारण उन्हें यह सब भुगतना पड़ा था।
यह कहानी बदल भी सकती थी, यदि उन्होंने किसी अनुभवी व्यक्ती या ज्ञानी ज्योतिषी/Learned Astrologer से सलाह ली होती। हम आपको इस लेख के माध्यम से समझाएंगे कि रियल एस्टेट व्यवसाय या संपत्ति के विषय में ज्योतिष कैसे सहायक साबित हो सकता है।
यदि आप हमारे वेबसाइट पर मौजूद फ्री कैलकुलेटर/Property calculator का प्रयोग करते हैं, तो भी आप इस विषय में बहुत सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
संपत्ति के लिए ज्योजिष कैसे कार्य करता है? Property/Land Astrology – how it works?
रियल एस्टेट व्यवसाय या संपत्ति/Astrology for real estate business or property के विषय में ज्योतिष तब मदद करता है जब आप कोई संपत्ति खरीदने या बेचने जाएं। इस कार्य के लिए आपको अपनी कुंडली/Kundali में संपत्ति के योग का पता लगाना चाहिए। इसके बाद ज्योतिषी उपकरणों/Astrological tools का प्रयोग करके उसे खरीद और बेच के लिए उत्तम समय का चुनाव कर सकते हैं। इसके बाद इस बात का आकलन करना जरूरी है कि धन की आपूर्ति के लिए कर्ज लें या फिर अपनी जमीन बेच कर धन को इकट्ठा करें।
इस बात को यहां कहना अनिवार्य होगा कि व्यापार के प्रयोग के लिए संपत्ति का खरीद बेच निजी मामले से बिल्कुल अलग होता है। दोनों ही स्थिति में ग्रहों का संयोजन अलग अलग होता है। इसके बाद इस बात का आकलन होगा कि आपको संपत्ति के खरीद बेच में कौन सी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
संपत्ति के लिए ज्योजिष कैसे कार्य करता है? Property/Land Astrology – how it works?
रियल एस्टेट व्यवसाय या संपत्ति/Astrology for real estate business or property के विषय में ज्योतिष तब मदद करता है जब आप कोई संपत्ति खरीदने या बेचने जाएं। इस कार्य के लिए आपको अपनी कुंडली/Kundali में संपत्ति के योग का पता लगाना चाहिए। इसके बाद ज्योतिषी उपकरणों/Astrological tools का प्रयोग करके उसे खरीद और बेच के लिए उत्तम समय का चुनाव कर सकते हैं। इसके बाद इस बात का आकलन करना जरूरी है कि धन की आपूर्ति के लिए कर्ज लें या फिर अपनी जमीन बेच कर धन को इकट्ठा करें।
इस बात को यहां कहना अनिवार्य होगा कि व्यापार के प्रयोग के लिए संपत्ति का खरीद बेच निजी मामले से बिल्कुल अलग होता है। दोनों ही स्थिति में ग्रहों का संयोजन अलग अलग होता है। इसके बाद इस बात का आकलन होगा कि आपको संपत्ति के खरीद बेच में कौन सी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
क्या पूर्वजों की जमीन से फायदा हो सकता है?
आपकी कुंडली/Horoscope में धन संपत्ति के विषय में हर बात का संकेत दिया गया है। मैंने पैतृक संपत्ति में ज्योतिष की महत्ता/Role of astrology in ancestral property के बारे में एक लेख में बताया है। आप उस लेख को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
चलिए, आपको संपत्ति के विषय में कुछ पहलुओं के बारे में बताते हैं और समझते हैं कि कैसे ज्योतिषी हर कदम पर संपत्ति के विषय में निर्णय लेने में कैसे सहायता करते है। सबसा पहले आपको संपत्ति के योग के बारे में पता होना चाहिए। संपत्ति का योग क्या है? What is property Yoga? चलिए आगे इसके बारे में समझते हैं।
ज्योतिष में संपत्ति के योग/Property Yoga in Astrology
ज्योतिष में संपत्ति योग क्या है और किसी व्यक्ति को इससे कैसे फायदा हो सकता है? यदि आपको धन संपत्ति में मुनाफा चाहिए, तो इसके लिए आपकी कुंडली/Horoscope में संपत्ति का योग होना अनिवार्य है। यदि आपको धन संपत्ति के विषय में कोई भी निर्णय लेना है तो इस योग का सक्रिय रहना आवश्यक है। बहुत कम ही ज्योतिषी है जो आपकी कुंडली/Natal Chart देखकर आपके लिए संपत्ति के योग का पता लगा सकते हैं। ऐसा ना करने से आपको ही परेशानी होगी। आपकी कुंडली/Birth Chart में सक्रिय ग्रह और भाव का पता होना चाहिए। यदि आपकी कुंडली/Horoscope में नुकसान का योग सक्रिय होगा तो उस जातक को नुकसान ही झेलना पड़ेगा।
जो भी व्यक्ति इतनी भारी मात्रा में निवेश कर रहा हो, उसे किसी ज्ञानी ज्योतिषी से एक बार ज़रूर मिलना चाहिए और अपनी कुंडल का पूर्ण आकलन करवाना चाहिए। सही राम अपनी सारी संपत्ति गवां चुका था और साथ में वह अदालती मामले में भी फस गया था। उसके पास धन की कोई कमी नहीं थी और योजना भी अच्छी थी, लेकिन वह फिर भी हार गया। उसकी कुंडली/Janam Kundali में ना ही संपत्ति का योग था और ना ही उनकी कुंडली/Horoscope में संपत्ति के रखरखाव का योग था। संपत्ति के योग के लिए लग्न डी-1 चार्ट और उसके स्वामी; और साथ में चौथा भाव और उसका स्वामी संपत्ति के योग के लिए महत्वपूर्ण कारक होते हैं। चंद्रमा, शुक्र और बृहस्पति उन ग्रहों में से होते हैं जिनके आकलन से संपत्ति के योग के बारे में पता लगाया जा सकता है।
ज्योतिष में संपत्ति के योग/Property Yoga in Astrology
ज्योतिष में संपत्ति योग क्या है और किसी व्यक्ति को इससे कैसे फायदा हो सकता है? यदि आपको धन संपत्ति में मुनाफा चाहिए, तो इसके लिए आपकी कुंडली/Horoscope में संपत्ति का योग होना अनिवार्य है। यदि आपको धन संपत्ति के विषय में कोई भी निर्णय लेना है तो इस योग का सक्रिय रहना आवश्यक है। बहुत कम ही ज्योतिषी है जो आपकी कुंडली/Natal Chart देखकर आपके लिए संपत्ति के योग का पता लगा सकते हैं। ऐसा ना करने से आपको ही परेशानी होगी। आपकी कुंडली/Birth Chart में सक्रिय ग्रह और भाव का पता होना चाहिए। यदि आपकी कुंडली/Horoscope में नुकसान का योग सक्रिय होगा तो उस जातक को नुकसान ही झेलना पड़ेगा।
जो भी व्यक्ति इतनी भारी मात्रा में निवेश कर रहा हो, उसे किसी ज्ञानी ज्योतिषी से एक बार ज़रूर मिलना चाहिए और अपनी कुंडल का पूर्ण आकलन करवाना चाहिए। सही राम अपनी सारी संपत्ति गवां चुका था और साथ में वह अदालती मामले में भी फस गया था। उसके पास धन की कोई कमी नहीं थी और योजना भी अच्छी थी, लेकिन वह फिर भी हार गया। उसकी कुंडली/Janam Kundali में ना ही संपत्ति का योग था और ना ही उनकी कुंडली/Horoscope में संपत्ति के रखरखाव का योग था। संपत्ति के योग के लिए लग्न डी-1 चार्ट और उसके स्वामी; और साथ में चौथा भाव और उसका स्वामी संपत्ति के योग के लिए महत्वपूर्ण कारक होते हैं। चंद्रमा, शुक्र और बृहस्पति उन ग्रहों में से होते हैं जिनके आकलन से संपत्ति के योग के बारे में पता लगाया जा सकता है।
आप हमारे वेबसाइट पर मौजूद लेखों को पढ़कर संपत्ति के योग के बारे में जान सकते हैं। आप इस पेज पर मौजूद निःशुल्क कैलकुलेटर का प्रयोग करके इसका समाधान आसानी से पा सकते हैं। यदि आपको अपनी जन्म कुंडली/Janam Kundli में संपत्ति के योग का पता चल जाए तो आपका अगला कदम संपत्ति के खरीद और बेच के सही समय का पता होना चाहिए। चलिए इस विषय में और करीब से जानते हैं।
ज्योतिष के अनुसार संपत्ति के खरीद-बेच का उत्तम समय/As per astrology, best time for buying and selling of property
शायद आपने कभी कुछ संपत्ति खरीदी और बेची होगी, और शायद आपने उस समय को भी देखा होगा जब आप संपत्ति बेच ही ना पाए हों। आपको इस बात को मानना होगा कि संपत्ति को खरीदने और बेचने के लिए उत्तम समय पहले से निश्चित होता है। ज्योतिष/Property Astrology आपको संपत्ति को खरीदने और बेचने के लिए उत्तम समय का पता लगाने में सहायता कर सकते हैं।
आपकी कुंडली/Horoscope में हर समस्या का समाधान है। आपकी कुंडली/Horoscope से संपत्ति के खरीद-बेच के लिए शुभ समय का पता लगाया जा सकता है। आपकी कुंडली/Horoscope से इस बात का भी पता चल सकता है कि संपत्ति की वजह से कही धन रुका है तो वह कब तक प्रयोग में आ जाएगा। जन्म कुंडली/birth chart के अनुसार किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने पर मेरा व्यापक लेख को जरूर पढ़ें। इस पेज पर एक कैलकुलेटर भी है जिसकी सहायता से आप इस बात का अंदेशा लगा सकते हैं कि फंसी हुई संपत्ति से धन निकालने का सबसे अच्छा समय कब होगा।
ज्योतिष के अनुसार संपत्ति के खरीद-बेच का उत्तम समय/As per astrology, best time for buying and selling of property
शायद आपने कभी कुछ संपत्ति खरीदी और बेची होगी, और शायद आपने उस समय को भी देखा होगा जब आप संपत्ति बेच ही ना पाए हों। आपको इस बात को मानना होगा कि संपत्ति को खरीदने और बेचने के लिए उत्तम समय पहले से निश्चित होता है। ज्योतिष/Property Astrology आपको संपत्ति को खरीदने और बेचने के लिए उत्तम समय का पता लगाने में सहायता कर सकते हैं।
आपकी कुंडली/Horoscope में हर समस्या का समाधान है। आपकी कुंडली/Horoscope से संपत्ति के खरीद-बेच के लिए शुभ समय का पता लगाया जा सकता है। आपकी कुंडली/Horoscope से इस बात का भी पता चल सकता है कि संपत्ति की वजह से कही धन रुका है तो वह कब तक प्रयोग में आ जाएगा। जन्म कुंडली/birth chart के अनुसार किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने पर मेरा व्यापक लेख को जरूर पढ़ें। इस पेज पर एक कैलकुलेटर भी है जिसकी सहायता से आप इस बात का अंदेशा लगा सकते हैं कि फंसी हुई संपत्ति से धन निकालने का सबसे अच्छा समय कब होगा।
संपत्ति के विषय को कौन से ग्रह और भाव दर्शाते हैं? Planets and Houses indicating Property Disputes
संपत्ति की खरीद-बेच कोई रोजाना की जाने वाली प्रक्रिया नहीं है। इसमें बहुत सारे धन का आदान प्रदान होता है। इसलिए इस लेन-देन में हमेशा कामना की जाती है कि कोई परेशानी ना आए। कभी कभी इस परेशानी का सामना करना कठिन हो सकता है। आप सही राम की कहानी को ही देख सकते हैं जो कभी राजा हुआ करता था लेकिन संपत्ति को लेकर एक विवाद में फंस गया जिसके कारण उसे बहुत धन खर्च करना पड़ा था।
क्या ज्योतिष में संपत्ति के विवाद के लिए कोई विशिष्ट ग्रह या भाव हैं? क्या ज्योतिष उन कारणों का पता लगा सकते हैं जिनके कारण संपत्ति से जुड़े विवाद हो सकते हैं? ज्यादातर विवाद, शनि और मंगल का दूसरे/Second House और चौथे भाव/Fourth house में मौजूदगी से विवाद खड़े होते हैं। यह विवाद संपत्ति में हिस्सा, संपत्ति का मालिकाना हक, अधिभोग विवाद, बिल्डर / डेवलपर के साथ विवाद, किरायेदारों द्वारा संपत्ति का दुरुपयोग, या अन्य अवैध तत्वों या पैतृक / पैतृक संपत्ति में विवाद के कारण को दिखाता है।
संपत्ति के विषय को कौन से ग्रह और भाव दर्शाते हैं? Planets and Houses indicating Property Disputes
संपत्ति की खरीद-बेच कोई रोजाना की जाने वाली प्रक्रिया नहीं है। इसमें बहुत सारे धन का आदान प्रदान होता है। इसलिए इस लेन-देन में हमेशा कामना की जाती है कि कोई परेशानी ना आए। कभी कभी इस परेशानी का सामना करना कठिन हो सकता है। आप सही राम की कहानी को ही देख सकते हैं जो कभी राजा हुआ करता था लेकिन संपत्ति को लेकर एक विवाद में फंस गया जिसके कारण उसे बहुत धन खर्च करना पड़ा था।
क्या ज्योतिष में संपत्ति के विवाद के लिए कोई विशिष्ट ग्रह या भाव हैं? क्या ज्योतिष उन कारणों का पता लगा सकते हैं जिनके कारण संपत्ति से जुड़े विवाद हो सकते हैं? ज्यादातर विवाद, शनि और मंगल का दूसरे/Second House और चौथे भाव/Fourth house में मौजूदगी से विवाद खड़े होते हैं। यह विवाद संपत्ति में हिस्सा, संपत्ति का मालिकाना हक, अधिभोग विवाद, बिल्डर / डेवलपर के साथ विवाद, किरायेदारों द्वारा संपत्ति का दुरुपयोग, या अन्य अवैध तत्वों या पैतृक / पैतृक संपत्ति में विवाद के कारण को दिखाता है।
सामान्य तौर पर शनि और मंगल और उनकी दूसरे/Second House और चौथे भाव/Fourth house में मौजूदगी संपत्ति विवाद के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन सभी तरह की परेशानियों के लिए एक भी समाधान नहीं हो सकता। मैंने संपत्ति के विवाद को सुलझाने के लिए एक अनोखा तरीका बनाया है। ग्रह दशा इस स्थिति में एक अनोखी भूमिका निभाती है। संपत्ति के खरीद के समय ग्रहों के गोचर इस स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मैं इन सभी कारकों को पढ़ कर इन सभी मामलों के बारे में बता सकता हूं जिससे आपके संपत्ति में घाटे के बारे में पता चल सकता है। आप मेरे लेख को पढ़ कर संपत्ति में विवाद के कुछ महत्वपूर्ण कारकों को भी पता लगा सकते हैं और उसे हल करने का तरीका भी जान सकते हैं। आप निःशुल्क वैदिक ज्योतिष की सहायता से भी अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
आपकी कुंडली (Horoscope) में पैतृक संपत्ति/Ancestral/Parental Property in your birth chart
पैतृक या उत्तराधिकार में संपत्ति से उत्पन्न लाभ तब अलग होता है जब आप अपने स्वयं के अर्जित संसाधनों से संपत्ति खरीदते या बेचते हैं। कभी कभी ऐसा भी हो सकता है कि आपको पैतृक संपत्ति से लाभ ही ना हो। कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि कोई व्यक्ति आपको आपकी पैतृक संपत्ति से मिलने वाले फायदे को लेने से वंचित कर दे। सही राम इस मामले में बहुत किसमति थे, कि उन्हें अपने पूर्वजों से अच्छी संपत्ति मिली थी, लेकिन वह उसे सही से संभाल नहीं पाए। उसकी सारी संपत्ति बिक गई और जो भी बचा था वह सब कानूनी लड़ाई में खत्म हो गया।
आपके पास पैतृक संपत्ति से सुख प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छा योग होना चाहिए। ऐसा भी कई बार देखा जाता है कि पैतृक संपत्ति के लाभ के योग होने के बावजूद भी वह इस सुख से वंचित हो जाता है। इस पेज पर मेरे द्वारा लिखे गए व्यापक लेख का लिंक है जिस पर आप क्लिक करके इस विषय में और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अपने जन्म कुंडली/Horoscope के अनुसार पैतृक संपत्ति प्राप्त करने की संभावनाओं की गणना करने के लिए नि: शुल्क पैतृक संपत्ति कैलकुलेटर का प्रयोग कर सकते हैं।
आपकी कुंडली (Horoscope) में पैतृक संपत्ति/Ancestral/Parental Property in your birth chart
पैतृक या उत्तराधिकार में संपत्ति से उत्पन्न लाभ तब अलग होता है जब आप अपने स्वयं के अर्जित संसाधनों से संपत्ति खरीदते या बेचते हैं। कभी कभी ऐसा भी हो सकता है कि आपको पैतृक संपत्ति से लाभ ही ना हो। कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि कोई व्यक्ति आपको आपकी पैतृक संपत्ति से मिलने वाले फायदे को लेने से वंचित कर दे। सही राम इस मामले में बहुत किसमति थे, कि उन्हें अपने पूर्वजों से अच्छी संपत्ति मिली थी, लेकिन वह उसे सही से संभाल नहीं पाए। उसकी सारी संपत्ति बिक गई और जो भी बचा था वह सब कानूनी लड़ाई में खत्म हो गया।
आपके पास पैतृक संपत्ति से सुख प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छा योग होना चाहिए। ऐसा भी कई बार देखा जाता है कि पैतृक संपत्ति के लाभ के योग होने के बावजूद भी वह इस सुख से वंचित हो जाता है। इस पेज पर मेरे द्वारा लिखे गए व्यापक लेख का लिंक है जिस पर आप क्लिक करके इस विषय में और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अपने जन्म कुंडली/Horoscope के अनुसार पैतृक संपत्ति प्राप्त करने की संभावनाओं की गणना करने के लिए नि: शुल्क पैतृक संपत्ति कैलकुलेटर का प्रयोग कर सकते हैं।
संपत्ति के खरीद में वास्तु शास्त्र की भूमिका/Role of Vaastu in property
यदि आप इस लेख को यहां तक पढ़ चुके हैं तो आपके मन में किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने का विचार हो सकता है। यदि आप इन सभी निर्णयों को लेते समय ज्योतिष का सहारा लें, तो आपको ज्यादा मुनाफा होने की संभावना हो सकती है। इसके लिए हर व्यक्ति को वास्तु शास्त्र पर भरोसा दिखाना जरूरी होता है।
संपत्ति के लिए वास्तु बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इस स्थिति में वास्तु हर व्यक्ति के जीवन के हर कदम पर निर्णायक साबित हो सकता है। यदि आप अपने घर या प्लाट में हर चीज वास्तु के अनुसार बनाएं तो यह आपके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सही राम के दोनों ही योजनाएं वास्तु के अनुसार नहीं था, जिसके कारण उन्हें परेशानी हुई थी। किसी को भी शॉपिंग मॉल जैसी बड़ी परियोजना पर काम करने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो आपका व्यापार घाटे में जा सकता है। सही राम अपना समय और धन दोनों बचा लेते यदि वह वास्तु शास्त्र का सहारा लेते।
संपत्ति के खरीद में वास्तु शास्त्र की भूमिका/Role of Vaastu in property
यदि आप इस लेख को यहां तक पढ़ चुके हैं तो आपके मन में किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने का विचार हो सकता है। यदि आप इन सभी निर्णयों को लेते समय ज्योतिष का सहारा लें, तो आपको ज्यादा मुनाफा होने की संभावना हो सकती है। इसके लिए हर व्यक्ति को वास्तु शास्त्र पर भरोसा दिखाना जरूरी होता है।
संपत्ति के लिए वास्तु बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इस स्थिति में वास्तु हर व्यक्ति के जीवन के हर कदम पर निर्णायक साबित हो सकता है। यदि आप अपने घर या प्लाट में हर चीज वास्तु के अनुसार बनाएं तो यह आपके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सही राम के दोनों ही योजनाएं वास्तु के अनुसार नहीं था, जिसके कारण उन्हें परेशानी हुई थी। किसी को भी शॉपिंग मॉल जैसी बड़ी परियोजना पर काम करने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो आपका व्यापार घाटे में जा सकता है। सही राम अपना समय और धन दोनों बचा लेते यदि वह वास्तु शास्त्र का सहारा लेते।
मैंने वास्तु शास्त्र पर एक लेख लिखा है जिसे पढ़ कर आप इस विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस लेख के जरिए वास्तु के हर पहलू को अच्छे से समझा जा सकता है, चाहे वह घर, प्लाट, भवन, आवासीय या व्यापार के लिए संपत्ति की खरीद-बेच हो। यदि आप किसी निर्माण की तरफ अग्रसर हो रहे हैं तो आप घर के वास्तु को ठीक करवा सकते हैं। आप वास्तु की जांच हमारे निःशुल्क कैलकुलेटर से करवा सकते हैं।
निष्कर्ष – संपत्ति के खरीद-बेच में ज्यादा वित्त शामिल रहता है। संपत्ति खरीदने के अनेक कारण हो सकते हैं। यदि आप किसी संपत्ति को खरीदते हैं तो उस संपत्ति को खरीदने के कारण के आधार पर ही भावों का पता चलता है। किसी भी धन संपत्ति में निवेश करने से पहले आपको एहतियातन कदम तो उठाना ही चाहिए साथ ही किसी अच्छे ज्योतिषी से भी परामर्श करना चाहिए। वह आपकी कुंडली/Janam Kundli को देखकर आपके लिए उत्तम योग के बारे में बता सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप हर तरह के परेशानियों से दूर हो सकते हैं।
मैं आशा करता हूं कि आपको काफी हद तक बातें समझ आ गई होंगी। यदि आपको कोई और सहायता चाहिए तो निम्नलिखित तरीकों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
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