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शुक्र का मिथुन राशि में होना | Venus in Gemini sign

शुक्र का मिथुन राशि में होना सकारात्मक माना जाता है। व्यक्ति आर्थिक रुप से संपन्न होता है। सामाजिक प्रतिष्ठा पाता है। लोगों के मध्य खुद को अभिव्यक्त करने में कुशल होता हैं, शुक्र और बुध के मध्य मित्रता का होना इस शुभता का एक अच्छा संकेत भी है। दोनों के दूसरे के साथ अच्छा महसूस करते हैं। आप सोच रहे होंगे की हम यहां शुक्र और मिथुन राशि की बात कर रहे हैं या फिर शुक्र बुध के रिश्तों की, तो इस बात का एक सीधा उत्तर यह है की मिथुन राशि बुध के स्वामित्व की राशि है और ऐसे में शुक्र के मिथुन राशि में होने के कारण इस पर बुध का असर भी स्वाभाविक रुप से पड़ता है।

 

ज्योतिष शास्त्र में जब भी ग्रह किसी राशि में मौजूद होता है तो उक्त राशि उसकी मित्र या शत्रु हो सकती है या तटस्थ राशि हो सकती है। यहां जब बात करते हैं शुक्र के मिथुन राशि में होने की तो यह राशि शुक्र की मित्र राशि मानी जाती है। ऐसे में जब कोई भी ग्रह अपने मित्र के घर में होता है तो काफी आम है की वह वहां अच्छा महसूस भी करता है। 

 

मस्ती और उमंग से भरपूर 

मिथुन राशि एक कल्पना से भरपूर, चुलबुली, हसंमुख, मस्त, कुछ न कुछ करने में व्यस्त रहने वाली राशि है। यह उन्मुक्त विचारों के साथ स्वतंत्र होकर विचरना पसंद करती है। अब अगर बात करें शुक्र की तो शुक्र प्रेम और रोमांस से भरपूर, आनंद एवं भावनाओं का ग्रह है। शुक्र और मिथुन का आपस में योग होना काफी उत्साही और मस्तमौला अंदाज प्रदान करता है। मिथुन राशि का गुण वायु तत्व से युक्त है और शुक्र एक स्त्री गुण को प्रदर्शित करने वाला ग्रह है तब इनका एक साथ होना कल्पनाओं और स्वच्छंद उड़ान का प्रतीक बन जाता है। 

 

स्वभाव एवं व्यक्तित्व से बनता है आकर्षण का केन्द्र  

इनका चुलबुला व्यक्तित्व दूसरों के मध्य आकर्षण का मुख्य विषय होता है। मिथुन राशि में शुक्र का होना व्यक्ति कुछ जिम्मेदारियों का अलग ही रंग देता है क्योंकि व्यक्ति इस जीवन का भरपूर उपयोग और लाभ उठाना चाहता है इसलिए बहुत अधिक कठोर नियमों में फंसना पसंद नहीं करता। कई बार इनका नम्र लगना दूसरों को लापरवाही लग सकता है, लेकिन ये चीजों को पकड़े रहने की बजाए आगे बढ़ना पसंद करते हैं। नए अवसरों की तलाश में होते हैं तथा कुछ अच्छा पाने और करने की इच्छा भी रखते हैं।

 

व्यक्ति हर संभव प्रयास करते हैं कि वह जीवन का आनंद लें। वह खुले विचारों वाले होते हैं। सीधे, मिलनसार, कुछ अधीर और बेचैन भी दिखाई दे सकते हैं। चंचलता इनमें होती है और वह गहराई में जाने से अच्छा ये जल्द से चीजों का हल खोज लेने की चाह रखते हैं। जैसे एक बच्चा मस्त और परेशानी से मुक्त रहता है वैसे ही मिथुन में शुक्र भी होना चाहता है। व्यक्ति किसी बच्चे की तरह उत्साह और जोश में रहता है। इनमें परिपक्वता की भावना का अभाव दिखाई दे सकता है, लेकिन ये स्थिति सभी के प्रति प्रेम और लगाव की भी होती है। रोमांस और प्यार के प्रति इनका नजरिया आशावादी होते हैं।

 

हर नए रिश्ते को नई उम्मीदों के साथ देखते हैं। अपने दिल में बाते रखना इन्हें पसंद नहीं होता है और इन्हें खुलकर बोलना अच्छा लगता है। मन के साफ होते हैं और उदार भी होते हैं। दूसरों के लिए सहायक बनते हैं। जीवन को सुख समृद्धि से जीना पसंद करेंगे। दूसरों को अपनी योग्यता दिखाने से पीछे नहीं हटते हैं। विलासिता युक्त वस्तुओं के प्रति भी आकर्षण होता है। अपनी बौद्धिकता एवं चतुराई द्वारा जीवन में धन प्राप्त कर पाने में काफी सफल भी होते हैं। 

 

करियर और व्यवसाय में रचता है नए कीर्तिमान  

शुक्र के मिथुन राशि में होने पर व्यक्ति में कल्पना करने की अच्छी क्षमता होती है। एक छोटी सी चीज में अद्भुत संभावनाओं को तलाश सकते हैं। अपने इन गुणों के कारण करियर के क्षेत्र में सफलता को पाते हैं। मिथुन राशि में शुक्र कला और रचनात्मकता की अच्छी क्षमता एवं योग्यता प्रदान करता है। इसके प्रभाव से जातक संचार के कार्यों, मीडिया क्षेत्र में अच्छी सफलता अर्जित कर सकता है। इसी के साथ लेखन से जुड़े काम, कविता लिखना, लेख लिखना, गायन अथवा चित्रकला के कामों में भी दक्ष हो सकता है। रंगमंच या सिनेमा से जुड़ कर भी अपने करियर को आगे ले जा सकता है। 

 

व्यवसाय के क्षेत्र में जातक बहुत अच्छा कर सकता है। वह अपने काम में रिस्क लेने में आगे रह सकता है और यही गुण उसे सफलता दिलाने में भी सहायक होता है क्योंकि व्यापार में जोखिम लेने की प्रवृत्ति ही विस्तार का मुख्य कारक बनती है। बेहतर योजनाओं और निर्णय लेने की कुशलता सफलता दिलाने वाली होती है.

 

प्रेम और विवाह संबंधों में होता है रोमांटिक

शुक्र का मिथुन राशि में होना जातक को प्रेम में जल्द से पड़ने वाला बना सकता है, या कहें कि वह फ्लर्ट करने में आगे रहता है जिसे हम साधारण भाषा में इश्कबाज भी कह सकते हैं। इनके भीतर रोमांस और उत्साह भरपूर होता है। अपने साथी के साथ मस्ती करने और अच्छे पलों का आनंद लेने की प्रवृत्ति भी इनमें बहुत होती है। बोरिंग रिलेशनशिप से ये दूर ही भागते हैं। अपने जैसा साथी पसंद करते हैं। जब किसी को दिल दे बैठते हैं तो उसके लिए दिवाने भी कम नहीं होते हैं। कई बार प्यार के प्रति लापरवाह से भी दिखाई दे सकते हैं लेकिन ऐसा होता नहीं अपितु अपने साथी के प्रति काफी प्रेम और लगाव का अनुभव करते हैं। इनके व्यवहार की चंचलता दूसरों को परेशान कर सकती है लेकिन ये लोग विश्वास और भरोसे जैसे शब्दों को अच्छे से जानते और समझते हैं। किसी भी रिश्ते में अपनी ओर से कोशिश भी पूरी करते हैं। 

 

व्यक्ति बातूनी, जिज्ञासु होता ही है, जल्द दोस्त बनाने में विश्वास रखता है। बहुत औपचारिक होना पसंद नहीं करते हैं। साधारण रुप से अपने मन की बात को कह देना इन्हें पसंद होता है। अपने दोस्तों के बीच ये लोग हंसमुख और करिश्माई व्यक्तित्व रखते हैं। सामाजिक रूप से भी आगे रहते हैं और लोगों के साथ मेल जोले से दूर नहीं भागते। पार्टी में जाना कुछ अलग से रोमांचक कारनामों को करना भी इन्हें पसंद हो सकता है। भीड़ में अलग दिखाई देना भी इन्हें पसंद होता है।

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