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शुक्र का कर्क राशि में होना | Venus in Cancer sign

ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह इच्छाओं, प्रेम, अभिव्यक्ति, भावना और भौतिक सुख समृद्धि से संबंधित है। कर्क राशि भावना प्रधान, प्रेम पूर्ण, कोमल राशि है, इसलिए जब वह शुक्र कर्क राशि में होता है तो ये स्थिति गहन अनुभूतियों को देने वाली होती है। इमोशन चरम पर पहुंच सकते हैं। शुक्र ग्रह की सौम्यता तथा कर्क में जो कोमलता होती है वह एक साथ मिलकर काफी भावुक बना सकती है। शुक्र एक स्त्रियोचित गुण दर्शाता है वहीं चंद्रमा भी ज्योतिष में रानी का स्थान पाता है अतः, दोनों का एक साथ योग व्यक्ति को भावनात्मक रूप से काफी संवेदनशील बना सकता है। 

 

शुक्र हृदय का ग्रह है, और कर्क राशि मन को दर्शाती है, ऐसे में ये दो ऊर्जाएं जब एक साथ होती हैं तो गहरा असर दिखाती हैं। जातक दिल से अधिक काम लेना पसंद कर सकता है। वह अनुभूतियों पर आगे बढ़ता जाता है। व्यक्ति अपने जीवन में सुरक्षा और आराम पर अधिक ध्यान केंद्रित रखता है। चीजें गड़बड़ होना या अस्थव्यस्थ स्थिति इन्हें पसंद नहीं होती है।दूसरों के प्रति दया और परोपकारिता का गुण इनमें होता है। किसी के भी दुख में जल्द से दुखी और सुख में सुखी हो सकते हैं। जल्द ही किसी से लगाव हो सकता है। समाज में अच्छा स्थान पाते हैं मान सम्मान को भी पाते हैं। अपनो को सुख आराम देने के लिए कड़ी मेहनत करने से पीछे नहीं रहते हैं। 

 

स्वभाव और व्यक्तित्व होता है आकर्षक 

कर्क राशि में शुक्र का होना व्यक्ति को आकर्षक बनाता है। शालीनता एवं सौम्यता का प्रभाव झलकता है। अपनों एवं दूसरों सभी के साथ प्यार और स्नेह का परिचय देता है। व्यक्ति के भीतर कोमलता एवं उदारता बहुत होती है। जातक दूसरों के प्रति काफी सहृदय होता है। अवसर पड़ने पर दूसरों के लिए हर संभव तरीके से सहायक भी होता है। सभी के मध्य स्थान पाने की इच्छा भी जातक में देखने को मिल सकती है। अपने विचारों द्वारा किसी को भी मोह लेने का गुण भी होता है। जातक कुछ शर्मीला होता है लेकिन समय आने पर अपनी भावनाओं को प्रकट करने में संकोच नहीं करता है। 

 

कर्क राशि में शुक्र का होना जातक को सकारात्मक रुख देता है तथा आशावादी बनाता है, व्यक्ति वफादार होता है तथा निष्ठा होकर काम करता हैं। संवेदनशील और आवेग मुक्त भावनाएं परेशानी का कारण भी बन सकती है। व्यक्ति में अपने स्थान को सजाने और संवारने की भी इच्छा होती है। फर्नीचर या सजावट का सामान खरीदना पसंद होता है। भौतिक सुख सुविधाओं को पाते भी हैं। आर्थिक रुप से संपन्न होते हैं  और अच्छी वस्तुओं के प्रति लगाव भी रहता है। व्यक्ति दोस्ती और रोमांटिक रिश्तों में कुछ मूड़ी और अधिक भावनात्मक भी हो सकता है। कई बार व्यक्ति आत्म-सुरक्षात्मक रुप से काफी सजग होता है। जातक एक मज़ेदार, जीवंत होता है। नवीनता की चाह रखते हैं। गपशप करना, पार्टियों में शामिल होना, मस्ती करना पसंद होता है। दोस्तों के साथ घूमना - फिरना पसंद करते हैं। काम में उत्साहित होते हैं तथा स्फूर्ति से युक्त रहते हैं। 

 

करियर और व्यवसाय में पाते हैं प्रतिष्ठा व सम्मान

शुक्र का कर्क में होना व्यक्ति के भीतर रचनात्मक एवं कलात्मकता का गुण भी देता है। सारावली के अनुसार कर्क राशि में शुक्र कई सकारात्मक फलों को प्रदान कर सकता है। कार्यक्षेत्र में कई तरह के विकल्प जातक के पास हो सकते हैं। शुक्र ग्रह जीवन को मधुर और सुखद बनाने वाली हर चीज का प्रतीक बनता है। शुक्र के कर्क में होने पर व्यक्ति को संचार के क्षेत्र में अच्छा अवसर मिल सकता है। लेखन और मौखिक दोनों ही से अच्छा लाभ प्राप्त कर सकता है।

 

जातक की भाषा शैली और वाणी सुखद, मधुर होती है जिसके द्वारा गायक, भाषण, वक्ता, उपदेशक के कार्यों में अच्छा हो सकता है। कला, सौंदर्य, फैशन, फूड, होटल, उड्डयन क्षेत्र, न्याय क्षेत्र, मीडिया, फैशन डिजाइनर, वेब डिजाइनर, फाइन आर्ट्स इत्यादि में अच्छा काम कर सकता है। व्यक्ति व्यवसाय में भी काफी अच्छा स्थान प्राप्त करता है। वस्त्र उद्योग, दवा विक्रेता, पेय पदार्थों से संबंधित व्यवसाय में अच्छा लाभ कमा सकता है। अपने काम में प्रतिष्ठा और धन की अच्छी प्राप्ति कर पाने में सफल होता है। 

 

प्रेम और विवाह संबंध को लेकर होते हैं अधिक विचारशील  

शुक्र कर्क राशि में होने पर भावनात्मक, गहन, अंतरंग संबंधों के बारे में अधिक प्रभावी होता है। व्यक्ति में रोमांस और संवेदनशीलता का अजब सा मिश्रण दिखाई देता है। अपने साथी को पूर्ण रूप से अपना होते हुए देखना पसंद करता है। कुछ बातों में पजेसिव भी दिखाई दे सकता है। कर्क में शुक्र का होना व्यक्ति को दीर्घकालिक संबंध बनाने के लिए प्रेरित करता है। 

 

व्यक्ति अपने रिश्ते में क्षण पल का आनंद नहीं चाहता है वह अपना प्रेम लम्बा और आजीवन चलाने का इच्छुक होता है। इस रिश्ते को विवाह के बंधन में बांधने की उसकी गहरी चाह होती है। यौन संबंधों का आकर्षण होता है लेकिन उस से अधिक रोमांस पर ध्यान केंद्रित करता है। अपने साथी के साथ  कैंडल लाइट डिनर पर जाना, आनंद भरे प्रेम पलों को व्यतीत करना, यात्राओं पर जाना पसंदीदा स्थानों में सैर की चाह अपने साथी के हाथों में हाथ डाल कर चलना ही इसकी प्रमुखता में हो सकता है। 

 

कर्क राशि में शुक्र का होना प्यार में स्वामित्व को अधिक दिखाता है। प्रेम के मामलों में भावुक होते हैं और एक रिश्ते में ईमानदारी को अधिक महत्व देते हैं, अपने पार्टनर से भावनात्मक सुरक्षा और लगाव की इच्छा अधिक रखते हैं ये ऐसी स्थिति कई बार नकारात्मक पक्ष भी ले सकती है और जातक अपने साथी की रिश्ते में स्वतंत्रता पर भी अधिकार जताने लगता है। व्यक्ति रिश्ते में असुरक्षा के कारण ईर्ष्यालु हो सकता है। कई बार एक से अधिक संबंधों की स्थिति भी जातक के जीवन में असर डाल सकती है। इसी कारण से इनका ये पक्ष कुछ कमजोर स्थिति को दिखाता है जिसके लिए इन्हें अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की बहुत जरूरत होती है। 

आप हमारी वेबसाइट से सभी भावों में शुक्र के प्रभावग्रहों के गोचर के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

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