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मेष राशि में शुक्र | Venus in Aries sign

शुक्र एक ऐसा ग्रह है जो भावनाओं और प्रेम का कारक है, इसके बिना जीवन में रोमांस, लगाव आकर्षण को समझ पाना असंभव ही होगा। यही हमारे जीवन के आरंभ का आधार भी है। शुक्र का किसी भी राशि में जाना उस राशि के साथ मिलकर फल देने वाला होता है। शुक्र अगर मेष राशि में स्थित है तो यह एक अत्यंत ही कौतूहल और उत्साह का आधार होता है। मेष राशि एक तीव्र क्रियाशील, उत्साहित, कामुक, जोश से भरपूर राशि है। यहां पर शुक्र के होने पर शुक्र के गुण भी वृद्धि को अवश्य पाते हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ अविश्वसनीय परिणाम भी देते हैं।   

 

मेष राशि मंगल ग्रह के स्वामित्व की राशि साथ ही अग्नि तत्व युक्त तथा गतिशीलता पसंद राशि है। वहीं शुक्र में भी अपनी एक अलग ही ऊर्जा है। आनंद एवं शुभता का प्रतीक शुक्र जब इस राशि में होता है तो कमाल का योग निर्मित करता है। ज्योतिष के दृष्टिकोण से यह काफी रोमांचक स्थिति बनती है जो व्यक्ति के भीतर उमंग का स्त्रोत बनाती है। 

 

मंगल द्वारा प्रभावित होने के कारण मेष राशि की ऊर्जा शुक्र के साथ मिलकर काफी प्रकाशित होती है। वैसे ज्योतिष में मंगल और शुक्र का संबंध बहुत अधिक अनुकूल नहीं माना जाता है, किंतु शुक्र का मेष में आना उस उदासीनता से अलग असर डालने वाला होता है। यह व्यक्ति के भीतर उन्मुख होने की प्रवृत्ति डालने वाली होती है, साथ ही व्यक्ति अभिव्यक्ति में मुखर होता है। 

 

आकर्षक व्यक्तित्व की छाप लिए होते हैं 

मेष राशि में शुक्र का होना व्यक्ति को ऊर्जावान बनाता है। उसके स्वभाव में रोमांटिक गुण भी पाता है। मस्ती करने और रोमांच से भरपूर काम करने की इच्छा भी हो सकती है। व्यक्ति अपने रिश्तों को लेकर भावुक तथा आकर्षित भी रहता है। जल्द ही दूसरों के साथ घुल मिल सकता है और दोस्त बनाने में भी आगे रह सकता है। शुक्र का मेष में होना व्यक्ति को नए रिश्तों से जुड़ने का अवसर देता है। यह अपने रिश्ते में नवीनता पसंद करते हैं। प्रेम की शुरुआत करने में कामयाब होते हैं। इनके भीतर जो प्रयास होते हैं वो दूसरों को भी इनकी ओर आकर्षित करने वाले होते हैं।

 

अपने प्रेम भरी बातों से लोगों के हृदय में स्थान पाने में सफल भी रह सकते हैं। सामाजिक परिवेश में मिलनसार होते हैं तथा कोई भी ऐसा कार्य जिसमें साहस की आवश्यकता हो उसे करने में भी आगे रहना इन्हें पसंद होता है। अपने दृष्टिकोण को लेकर अधिक कठोर नहीं रहते, लेकिन उसे लेकर काफी गंभीर रहते हैं। लोग इनकी ईमानदारी और बुद्धिमत्ता का सम्मान भी करते हैं। व्यक्ति के भीतर ऎसे जीवन जीने की इच्छा होती है जो सुख और समृद्धि से भरपूर हो।

 

अच्छी चीजों का शौक रखते हैं तथा अपने जीवन को भौतिक सुख संपदा से युक्त करने हेतु प्रयास भी करते हैं। कुछ न कुछ करते रहने की लालसा भी इनके भीतर देखने को मिल सकती है। इनका यही स्वभाव दूसरों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करता है। ऎसे लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं जो क्रियाशील तथा जीवन के प्रति आशावान रूप से रहते हैं। स्वतंत्र रूप से फैसले लेना व्यक्ति को अधिक पसंद होता है। अपनी आजादी पर दूसरों का हस्तक्षेप आसानी से पसंद न करें जब तक की वह व्यक्ति इनके लिए बहुत अधिक खास न हो। 

 

करियर और व्यवसाय के लिए होता है मेहनती 

शुक्र का मेष राशि में होना व्यक्ति के करियर और बिजनेस में नई संभावनाओं की तलाश देने वाला होता है। व्यक्ति अपने कार्य में जिस तेजी से बढ़ता है वही उसकी सफलता के लिए भी काफी सहायक बन सकती है। व्यक्ति में जो तेजी होती है वह उसके फैसलों को प्रभावित कर सकती हैं। यह स्थिति रिस्क लेने वाले कामों के लिए जहां अच्छी हो सकती है, वहीं दूरगामी कार्यों पर कुछ अलग असर डाल सकती है। कई बार उत्साहित होकर शीघ्रगामी होना व्यक्ति के निर्णयों के लिए अनुकूल भी नहीं होता क्योंकि ऐसे में चीजों के गड़बड़ाने की आशंका भी अधिक हो सकती है। 

 

व्यक्ति के होटल से जुड़ा बिजनेस अच्छा रह सकता है, संपत्ति एवं वास्तुकला के कार्य में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। व्यक्ति सर्जन बन सकता है और ब्यूटी से संबंधित उपचार एवं उत्पाद का जानकार भी हो सकता है। दवाओं के क्षेत्र में उन चीजों में अधिक जुड़ता दिखाई देगा जहां चीजें सुंदरता एवं शक्ति को बढ़ाने वाली हो सकती हैं। फैशन या वस्त्र उद्योग में शामिल हो सकता है। ट्रैवल एडवाइजर, इंटीरियर डेकोरेटर भी हो सकता है। 

 

प्रेम और विवाह संबंध होतें है अंतरंगता से युक्त 

प्रेम और विवाह संबंध अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में स्पष्ट होता है। ये स्थिति प्रेम जीवन में काफी अहम होती है। एक से अधिक प्रेम आकर्षण भी हो सकते हैं। यौन संबंधों में काफी उत्साहित तथा पार्टनर के साथ एक उत्साह भरा रिश्ता पसंद करते हैं। हंसमुख और सकारात्मक होते हैं, रिश्ते के लिए एक अद्भुत रुझान के साथ दिखाई देते हैं। अपने प्रेमी के आस-पास रहने में मज़ा आता है। इनकी आभा में अलग चमक दिखाई देती है। रोमांस में अत्यधिक ऊर्जावान और अधीर भी हो सकते हैं।

 

अपने प्रेम में कई बार लापरवाह भी हो सकते हैं, ऐसे में साथी के साथ कुछ अनबन भी हो सकती है। इनका किसी से प्यार करने का तरीका काफी अलग होता है। रिश्ते को आसानी से भूल नहीं पाते और अपने प्रेम को पाने के लिए जुनूनी भी हो सकते हैं।  अपनी रोमांटिक भावनाओं को खत्म नहीं कर पाते हैं। अपने प्रेम के प्रति ईमानदार, रोमांच से भरपूर होते हैं।

 

साथी के साथ मिलकर कई तरह की चीजों को करना तथा जीवन के प्रति उत्साह के साथ आगे बढ़ना इन्हें पसंद होता है। शुक्र और मंगल दोनों जुनून और कामुकता के प्रतीक माने जाते हैं, इसलिए ऐसे में इनकी ऊर्जाओं का योग ही यौन संबंधों के प्रति आकर्षित बनाता है। जल्द ही किसी के प्रति भावनाओं और आकर्षण के बंधन में बंध सकते हैं। कई बार फ्लर्ट करने का गुण भी इनमें अत्यधिक दिखाई दे सकता है, जो साथी को थोड़ा परेशान भी कर सकता है। 

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