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छठे भाव में सूर्य/ SUN IN 6TH HOUSE

Sun in 6th house

छठे भाव में सूर्य/ Sun in the 6th house के स्थान को रिपु हंता/Ripu Hanta, शत्रुहंता/Shatru hanta और शतावरी/Shatavari कहा जाता है। छठे भाव में सूर्य वाले लोग, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाले और अच्छे मित्र साबित होते हैं, क्योंकि वह अपने दोस्तों की मदद के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार, यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण स्थितियों में से एक है। इस भाव में सूर्य वाले लोग अपनी मां, भाइयों और बहनों के साथ मजबूत बंधन से जुड़े होते हैं। जन्म कुंडली के छठे भाव/Sixth house in horoscope में प्रबल सूर्य व्यक्ति के करियर, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, परिवार और वैवाहिक जीवन जैसे जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करता है। छठे भाव में सूर्य, मुख्य रूप से जीवन में परेशान करने वाली किसी भी चीज का सामना करने की व्यक्ति की शक्ति को बढ़ाता है तथा किसी भी समस्या का सामना करने पर, यह प्रतिरक्षा, सहनशक्ति जैसे सभी लक्षणों को एकजुट करता है। छठे भाव का प्रबल सूर्य, व्यक्ति को अन्य व्यक्तियों और प्रतिकूल जीवन की परिस्थितियों से किनारे लगाता है।

छठे भाव का सूर्य हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करता है?/ How Sun in the 6th House affects our Life?

सकारात्मक शक्तियों वाला सूर्य, छठे भाव में कमजोर स्थान में होने पर व्यक्ति को कई स्थितियों के प्रति अतिसंवेदनशील भी बनाता है। छठे भाव में सूर्य की नकारात्मक स्थिति, व्यक्ति को जीवन में अत्यधिक कठिनाइयां दे सकती है। सूर्य इतना प्रभावशाली ग्रह है कि यह नकारात्मक होने पर सारा सौभाग्य तथा अन्य सभी ग्रहों और भावों के अच्छे परिणामों को खत्म कर देता है। 

सबसे पहले, छठे भाव में सूर्य/Sun in the 6th house की नकारात्मक स्थिति कार्यस्थल, व्यवसाय, परिवार आदि से संबंधित इसी तरह के शत्रुओं से विजय दिलाता है तथा अदालती मामलों, विवादों और कानूनी मामलों जैसे मुद्दों पर जीत की संभावनाओं को जटिल बनाता है और व्यक्ति पर शत्रु हावी हो जाते हैं। 

छठे भाव में नकारात्मक सूर्य का दूसरा प्रभाव, व्यक्तियों को कई बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त कर सकता है। पराक्रमी और शक्तिशाली ग्रह होने के कारण, जहां एक ओर छठे भाव का सकारात्मक सूर्य स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी मामलों का सामना करने के लिए व्यक्ति की शक्ति और ऊर्जा को बढ़ाता है, वहीं दूसरी ओर छठे भाव में सूर्य की नकारात्मक स्थिति व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने की शक्ति और क्षमता को कम कर देता है। इस संयोजन के कारण न केवल बीमारियां अधिक परेशान करती हैं, बल्कि चिकित्सा संबंधी भारी खर्च करने पड़ते हैं। 

छठे भाव में सूर्य का एक और नकारात्मक प्रभाव यह है कि यह लोगों को ऋण और कर्जों की ओर ले जाता है तथा कई मोर्चों पर लड़ने की संपूर्ण योग्यताओं को कमजोर करता है। अपने से अधिक मजबूत अदालती मामलों, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे पहलुओं पर पराजय का सामना करना पड़ सकता है, तथा व्यक्ति को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने के साथ ही, छठे भाव का सूर्य जीवन चलाने के लिए अधिक ऋण और कर्जों के लिए प्रेरित भी करता है। छठे भाव में कमजोर सूर्य वाले व्यक्तियों के लिए इन कर्जों और आर्थिक संकटों से बाहर आना बहुत मुश्किल हो जाता है। 

छठे भाव में सूर्य वाले लोगों का व्यक्तित्व/ Personality of people having Sun in 6th house

जैसा कि ऊपर बताया किया गया है, ऐसे लोगों को अपनी मां, भाइयों और बहनों के साथ बहुत अच्छे संबंध होते हैं तथा उपकारी स्वभाव के कारण, स्वयं अभावों में रहते हुए भी अपने मित्रों की मदद करते हैं। शारीरिक विशेषताओं की बात की जाए तो यह सुगठित, असाधारण व्यक्तित्व वाले, अत्यधिक दृढ़ निश्चय और ईमानदार होने के साथ ही, पूर्णतावादी होते हैं, और उच्च पद प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम करते हैं। कार्यक्षेत्र की बात करें तो यह काफी दक्षता से कार्य करते हैं। छठे भाव में सूर्य/Sun in the 6th house वाले लोगों को अपने कार्यों के लिए सराहना और प्रशंसा मिलने के कारण, कभी-कभी कुछ ईर्ष्यालु सहयोगियों के छल का सामना करना पड़ सकता है। जिसके कारण उनके प्रति इन व्यक्तियों का रवैया कठोर रह सकता है।  किसी भी परिस्थिति में, छठे भाव का सूर्य शत्रुओं पर विजय पाने और विजेता के रूप में उभरने में मदद करता है। कुल मिलाकर, छठे भाव में सूर्य की उपस्थिति व्यक्तियों को सामर्थ्यवान व्यक्ति बनाने में मदद करती है।

छठे भाव में सूर्य वाले व्यक्तियों के बारे में ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बात यह है कि कार्यों के प्रति प्रेम उन्हें कभी-कभी घमंडी और दंभी बना देता है, जिससे वह दूसरों से अत्यधिक कार्यों की अपेक्षा करने वाले हो सकते हैं। छठे भाव में सूर्य वाले लोगों को अति आत्मविश्वासी होने के प्रति जागरूक रहना चाहिए क्योंकि कभी-कभी अच्छे कार्यों द्वारा अत्यधिक आत्मविश्वासी बनने से, उनके सहकर्मी और अधीनस्थ उनके प्रति क्रोधित हो जाते हैं।

छठे भाव में सूर्य वाले लोगों का व्यक्तिगत जीवन/ Personal life of people having Sun in 6th house

छठे भाव में सूर्य और पहले या सातवें भाव में केतु हो तो ऐसे व्यक्तियों को भाग्यशाली पुत्र की प्राप्ति हो सकती है। यदि छठे भाव में सूर्य के साथ दूसरे भाव में मंगल, चंद्रमा और बृहस्पति होने पर, उनके लिए परंपराओं का पालन करना लाभकारी होता है। यदि सूर्य छठे भाव में हो और दूसरे भाव में चन्द्रमा, मंगल या बृहस्पति के न होने पर बाईस वर्ष की आयु के बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिल जाती है।

ज्योतिष/astrology के सहायता से करियर चुनना भी, काफी हद तक कुंडली में सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है। छठे भाव का सूर्य, मुख्य रूप से सर्वोच्च पदों के इच्छुक लोगों को IAS, IPS, सरकारी या सार्वजनिक कार्यालयों जैसे अन्य उच्च पदों में सफलता की ओर ले जाता है। 

पुरुषों की कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति, पुरुषों को बहुत अधिक अधिकारपूर्ण और प्रभुत्वशाली बनाने के साथ ही, जीवनसाथी के चयन में बहुत मदद करती है।  

छठे भाव में सूर्य और पांचवें, नौवें या दसवें भाव में बृहस्पति के स्थित होने पर, लोगों को राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर विधानमंडल में उच्च दर्जे के पदों तक पहुंचने में मदद मिलती है, लेकिन अगर इन भावों में बुध और छठे भाव में सूर्य हो तो सार्वजनिक वक्ता के रूप में हिचकिचाहट और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

छठे भाव के सूर्य से संबंधित विभिन्न मत/ Different theories about Sun in 6th house

छठे भाव में सूर्य के प्रभावों के बारे में पश्चिमी ज्योतिष का मानना ​​है कि ऐसे व्यक्तियों का अपने पिता से मतभेद होगा, हालांकि भारतीय दृष्टिकोण थोड़ा अलग है, जो कहता है कि दसवां भाव पितृपक्ष को शासित करता है इसलिए ऐसे व्यक्तियों के संबंध उनके पिता के साथ खराब नहीं हो सकते। 

स्वरोजगार की बात करें, तो छठे भाव में सूर्य वाले व्यक्ति स्वरोजगार के प्रति अधिक इच्छुक नहीं होते। छठे भाव में सूर्य/Sun in the 6th house का स्थित होना, व्यक्ति को प्रभावशाली व्यक्तित्व और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देता है। हालांकि, सूर्य की अशुभ स्थिति व्यक्ति को अस्थमा, तंत्रिका तंत्र, हृदय रोग, डिप्थीरिया, ब्रोंकाइटिस आदि जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित बनाता है। छठे भाव में सूर्य वाली महिलाएं आनंद और आवेग को दर्शाती हैं, जबकि सूर्य की समान स्थिति वाले पुरुष राजकीय सम्मान प्राप्त करते हैं जो उन्हें अभिमानी और क्रोधी बना सकता है।

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