मुख्य पृष्ठ ग्रहों सूरज प्रथम भाव में सूर्य

प्रीमियम उत्पाद

प्रथम भाव में सूर्य / SUN IN 1ST HOUSE

sun in 1st house

शक्तिशाली ग्रह सूर्य/Sun का किसी भी भाव में स्थान व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकता है। प्रथम भाव में स्थित होने पर, इसका सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव हो सकता है।

जिन लोगों के प्रथम भाव में सूर्य/ Sun in the 1st house होता है वह जीवन शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण, तेजस्वी करिश्मे वाले होते हैं। कुंडली के प्रथम भाव में सूर्य वाले लोग, बहुत अच्छे शारीरिक रूप-रंग और व्यक्तित्व वाले होते हैं, लेकिन सूर्य के खराब स्थिति में होने पर इसका प्रतिकूल प्रभाव दे सकता है।

सूर्य व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है, लेकिन प्रतिकूल होने पर यह व्यक्ति को चिड़चिड़ा और जिद्दी बना सकता है। ऐसे व्यक्तियों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे- सरकारी निकायों से बकाया राशि के भुगतान में देरी हो सकती है।

माल उत्पादक या आपूर्तिकर्ता के रूप में कार्य करने पर, भेजे गए माल को अन्य पक्ष अपने स्वार्थी कारणों से अस्वीकार कर सकते हैं। जिन लोगों का सूर्य/Sun खराब स्थिति में होता है, उनका अनुचित पदों और स्थानों पर स्थानांतरण होने के साथ ही, अपने व्यवहार के कारण अधिकारियों की पूछताछ का भी सामना करना पड़ सकता है। इस तरह के आरोप कभी-कभी उनके निजी जीवन तक भी फैल सकते हैं।

प्रथम भाव में सूर्य का प्रभाव/ Effects of Sun in the 1st house

यह पूर्ण सत्य है कि व्यक्तियों के जीवन में अच्छी स्थिति वाला सूर्य जितना अच्छा कर सकता है, उतना ही  खराब स्थिति में प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

1. सूर्य व्यक्ति को शक्ति तो प्रदान करने के साथ ही, उलझन की स्थिति में भी डाल सकता है। लेकिन, ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रथम भाव में सूर्य व्यक्ति को अत्यधिक कार्य-कुशल और सक्रिय बनाता है, जिस कारण यह फालतू इधर-उधर घूमते हुए नहीं मिलते।

2. ऐसे व्यक्ति सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने पर अद्भुत करामात करते हैं तथा सरलता पूर्वक सफलता की सीढ़ी चढ़कर प्रतिष्ठा और शक्ति हासिल करने में सक्षम होते हैं। लेकिन सक्रिय राजनीति में प्रवेश नहीं करने पर भी, इनके राजनेताओं और अन्य हाई-प्रोफाइल गणमान्य व्यक्तियों के साथ अच्छे संबंध बने रहते हैं।

सावधानी रखने योग्य बातें/ Word of Caution:

सूर्य अपनी राशि/ Rashi (कुंडली) के पहले भाव में सिंह, मीन, मेष या कन्या राशि में होने पर, इन राशियों के लोगों के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसे में सूर्य का नाम खराब होता है। ऐसे व्यक्तियों को आज्ञा की अवहेलना करने का दोषी ठहराया जाता है, बिना यह सोचे कि वह ऐसे हैं भी या नहीं।

1. इसके दुष्परिणाम से खराब दृष्टि, बचपन में आंखों की परेशानी, त्वचा की हल्की बीमारी और सिरदर्द जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। अन्यथा, सूर्य का  स्वास्थ्य पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। 

2. स्वरोजगार, व्यवसाय या निजी सेवाओं वाले व्यक्तियों को उल्लेखनीय सफलता और प्रसिद्धि मिलने के साथ ही, अक्सर दुश्मन भी बन जाते हैं तथा  सहयोगी और अधीनस्थ उन्हें भावनात्मक और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं।

3. प्रथम भाव में सूर्य/Sun in the 1st house वाले लोग, दूसरों को अति महत्वाकांक्षी लग सकते हैं, लेकिन वह इस संबंध में कभी-कभी जोखिम लेने से डरते हैं।  प्रथम भाव में सूर्य के अकेला ग्रह होने पर, ऐसे व्यक्ति बहिर्मुखी और स्पष्टवादी होते हैं, लेकिन दूसरों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाते।

4. आमतौर पर ऐसे पुरुष, कानूनी जीवनसाथी के साथ  सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं रख पाने के कारण विवाह से बाहर प्रेम पाने से भी नहीं हिचकिचाते।

प्रथम भाव में सूर्य वाले लोग अपने अधीनस्थ कर्मचारियों और नौकरों के प्रति बहुत दयालु और अच्छे व्यवहार वाले होते हैं, लेकिन अधीनस्थों के प्रति उनका अति-रोमांटिक स्वभाव उनके व्यक्तित्व को संदिग्ध बनाता है। वह अपने रूप-रंग के प्रदर्शन को लेकर अत्यधिक सतर्क रहते हैं।

प्रथम भाव में सूर्य का प्रेम संबंधों और विवाह पर प्रभाव/ Effects of Sun in the 1st house on Love/Relationship and Marriage 

प्रथम भाव में सूर्य वाले लोगों में, प्रेम संबंधों के प्रति अत्यधिक अहम की समस्या होती है। यह लोग प्रबल ईर्ष्या और अधिकार से ग्रस्त होते हैं और उनमें गर्व की प्रबल भावना होती है तथा यह अपने साथी की ज़रूरतों को नजरअंदाज करके, दूसरों को अपने विचारों और इच्छाओं के लिए विवश करते हैं। यह लोग हर चीज पर आत्म-प्रेम को प्राथमिकता देते हैं।

प्रथम भाव में सूर्य, सप्तम भाव के विवाह को दर्शाता है। व्यक्तियों का सूर्य अंश, राशि और स्थान के अनुसार  सही राशि में होने पर वैवाहिक जीवन सफल होता है। हालांकि, अशुभ ग्रहों से बाधित होने या सातवें भाव के सही स्थिति में नहीं होने पर, व्यक्ति का वैवाहिक जीवन प्रभावित होता है तथा असामंजस्य का सामना करने के कारण, अस्थायी अलगाव के साथ-साथ स्थायी तलाक की भी उच्च संभावनाएं बन जाती हैं।

प्रथम भाव में सूर्य का करियर, बिजनेस और फाइनेंस पर प्रभाव/ Effects of Sun in the 1st house on Career/Business and Finance

प्रथम भाव में सूर्य व्यक्तियों के सक्रिय व्यक्तित्व, अधिकारों और प्रतिभाओं को दर्शाता है। अत्यधिक सामाजिक होने के कारण इन व्यक्तियों का आमतौर पर एक बड़ा सामाजिक दायरा होता है। उनके पास जन्मजात नेतृत्व कौशल और इच्छाशक्ति है और वह प्रभावशाली प्रदर्शन द्वारा दिल जीतने वाले होते हैं। प्रथम भाव में सूर्य वाले व्यक्ति, अपनी सकारात्मकता और तेजस्विता से दर्शकों को आश्चर्यचकित करने की शक्ति रखते हैं।

प्रथम भाव में सूर्य वाले लोग अत्यधिक महत्वाकांक्षी,  मजबूत नैतिक चरित्र वाले, स्वभाव से समझदार, पराक्रमी और स्वयं से अत्यधिक प्रेम करने वाले होते हैं तथा सफल राजनीतिज्ञ होने के कारण, कुछ वर्षों तक पद या सत्ता में रहने की क्षमता रखते हैं।

कुंडली में सूर्य के बुरे प्रभावों से यह चीजें बदल सकती हैं। उतावलापन और समायोजित करने में असमर्थता के कारण, वह अपने अधीन काम करने वालों द्वारा नुकसान पहुंचाने की योजनाओं के शिकार हो जाते हैं तथा आमतौर पर अपनी सफलता और करियर के अधिकारियों द्वारा, अपने दुश्मनों के लिए भी मार्ग प्रशस्त करते हैं।

कुंडली के प्रथम भाव में सूर्य का नकारात्मक प्रभाव/ Negative effects of Sun in the 1st house

ऊपर लिखी बातों के अतिरिक्त, कुंडली के प्रथम भाव में सूर्य कुछ प्रतिकूल प्रभाव भी दे सकता है।

• प्रथम भाव में सूर्य/ Sun in the 1st house का सबसे पहला और महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव यह है कि व्यक्ति स्वभाव से अहंकारी, अभिमानी और हमेशा तर्कशील हो सकते हैं।

• यह व्यक्ति दूसरे लोग क्या सोचते या क्या महसूस हैं, इसकी परवाह न करने वाले तथा अत्याचारी स्वभाव के हो सकते हैं।

• व्यक्ति मनोवैज्ञानिक असंतुलन को सहन करते हुए, जीवन-रेखा की चरम सीमा पर पहुंच सकते हैं।

• प्रथम भाव का सूर्य, व्यक्ति को अत्यधिक अंतर्मुखी बनाकर उनकी आत्म-अभिव्यक्ति को सीमित कर सकता है।

• यह उन्हें असुरक्षित महसूस करा सकता है, लेकिन वह उच्च अहंकार के कारण इसे स्वीकार नहीं कर पाते हैं।

• प्रथम भाव में सूर्य वाले लोग, अपनी भलाई के सुझावों के बाद भी आसानी से बदलना या नए कौशल सीखना पसंद नहीं करते।

• इन लोगों में विवादग्रस्त स्थितियों को खत्म नहीं करने और चीजों और रहस्यों को अपने दिल में रखने की प्रवृत्ति होती है।

• प्रथम भाव में सूर्य वाले लोग, सार्वजनिक और कार्यस्थल पर अपनी छवि को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं।

इस विषय से संबंधित अन्य लेख

  1. अन्य सभी भावों में सूर्य
  2. दूसरे भाव में स्थित सूर्य आपके व्यक्तित्व के बारे में क्या बताता है?
  3. आपकी जन्म कुंडली आपके करियर को कैसे दर्शाती है?
  4. क्या ऋण लेना मेरी कुंडली के अनुसार अच्छा है  

ज्योतिष रहस्य