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तुला राशि में शनि | Saturn in Libra
तुला राशि में शनि वाले व्यक्ति, बिना किसी झंझट के अधिक उपार्जन करने के कारण आर्थिक रूप से मजबूत होने के साथ ही, उच्च स्थिति प्राप्त करते हैं। ये लोग शिष्टाचारी, ज्ञानी, विद्वान और प्रसिद्ध होते हैं। इसके अलावा, महिलाओं के प्रति अत्यधिक झुकाव रखने वाले ये लोग, किसी बड़े व्यक्ति के साथ साझेदारी भी स्थापित करते हैं तथा न्याय संबंधित मामलों की गहन समझ रखते हैं। साथ ही, ये व्यक्ति दीर्घायु होते हैं।
इनके आशावादी परिणामों की तीव्रता, शुक्र की वर्तमान स्थिति पर निर्भर करती है। शुक्र की कमजोर स्थिति होने पर, व्यक्ति किसी करीबी महिला को खो देने के कारण, दुःखी और उदास हो सकते हैं। तुला राशि में शनि वाले व्यक्ति, विवाह को अत्यधिक महत्व देते हैं तथा अपने जीवनसाथी के सहयोग से भी सफलता प्राप्त करते हैं।
तुला राशि का शनि, मेष लग्न वाले व्यक्तियों के जीवनसाथी के दीर्घायु जीवन की गारंटी नहीं देता तथा मिथुन लग्न वालों के लिए अच्छे परिणाम नहीं लाता जिसका एक कारण संतान की अस्वस्थता भी हो सकती है। वहीं, कर्क लग्न वाले व्यक्ति अच्छा समय नहीं होने के कारण, अधिकांशतः दरिद्रता का सामना कर सकते हैं। लेकिन, तुला और धनु लग्न वालों के लिए सुख-समृद्धि से भरपूर संतोषजनक परिणाम सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा, मकर लग्न वाले व्यक्तियों को उच्च पद पर ट्रांसफर मिलने की संभावनाएं रहती हैं। इस राशि में स्थित शनि, कुंभ लग्न वाले व्यक्तियों को अत्यधिक आध्यात्मिक, धार्मिक और आर्थिक रूप से स्थिर बनाता है तथा मीन लग्न वाले लोगों को बुनियादी वस्तुओं पर भारी व्यय का अनुभव कराता है।
वहीं, शनि पर चंद्रमा या मंगल का प्रभाव अच्छे और शानदार परिणाम लाता है। मंगल का प्रभाव, व्यक्ति को सेना जैसे किसी अति-साहसिक प्रोफेशन से जोड़ता है तथा शनि पर शुक्र की दृष्टि या प्रभाव, दोनों ग्रहों के बीच मजबूत संबंध बनाता है, जिससे व्यक्ति को सामाजिक दृष्टि से, संपत्ति और स्थिति में वृद्धि करना सुविधाजनक हो जाता है।
आप हमारी वेबसाइट से सभी भावों में शनि के प्रभाव, ग्रहों के गोचर और उसके प्रभावों के बारे में भी पढ़ सकते हैं।
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