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कुंडली के पहले भाव में राहु का प्रभाव | Rahu in 1st House

वैदिक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली के प्रथम भाव में राहु की उपस्थिति/Rahu in 1st House होने से यह व्यक्ति को अपनी छवि के प्रति सजग बनाता है। फिर चाहे वो पुरुष, महिला, अमीर, गरीब, मजबूत या कमजोर, शिक्षित या अशिक्षित किसी भी श्रेणी में क्यों ना आता हो। यह आपकी आर्थिक स्थिति, पहले से बनी हुई छवि, लिंग, शिक्षा या अन्य किसी क्षेत्र से जुड़े आपके व्यक्तित्व को बढ़ावा देता है और आपके सोचने के तरीके को और भी अधिक विस्तृत बनाता है। यह आपके खुद को दूसरे के समक्ष पेश करने के तरीके को भी पहले से अधिक समृद्ध बनाता है। वैसे भी कुंडली के प्रथम भाव में राहु के होने से व्यक्ति को किसी भी प्रकार का अभिमान नहीं होता है। हालांकि यदि व्यक्ति में किसी भी प्रकार का शेखी बघारने या अपनी प्रशंसा खुद करने जैसी नियत होती है तो इसका मतलब है की राहु का बुध या बुध द्वारा शासित किसी राशि से संबंध बन रहा है। राहु के प्रभाव से व्यक्ति के आँखों का रंग लाल हो सकता है और यह कभी-कभी भेंगापन का भी कारण बन सकता है। इसके साथ ही यह व्यक्ति में तत्काल झगड़ा शुरू करने और लड़ाई के दौरान बहुत अधिक चिल्लाने की प्रवृति को बढ़ावा देता है। 

प्रथम भाव में राहु का आपके जीवन पर प्रभाव / Impact of Rahu in the First House on your Life

कुंडली के प्रथम भाव में राहु/ Rahu in the First House की उपस्थिति होने से व्यक्ति निर्भीक, और कमजोर व्यक्तियों की दुष्ट और निर्दयता की भावना रखने वाले लोगों से उनकी सहायता करने के लिए हमेशा जागरूक रहते हैं। ऐसे व्यक्ति को ज्यादातर अपने दुखों की सुध नहीं होती है। हालांकि कई बार व्यक्ति का जिद्दी और सख्त होना उनके लिए समस्या का कारण बन सकता है, जो ज्यादातर उन्हें आत्म नुकसान की तरफ लेकर जा सकता है और अंत में जीवन के सभी क्षेत्रों को प्रभावित कर व्यक्ति को अधिक नुकसान पंहुचा सकता है। आमतौर पर प्रथम भाव में अकेला राहु व्यक्ति को अत्यंत मुखर और बड़बोला बना सकता है, हालाँकि जब तक बुध से संबंध न बने तब तक यह व्यक्ति को अहंकारी और घमंडी नहीं बनाता है।

जब राहु अकेला होता है, तो व्यक्ति पर इसका प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह कहीं न कहीं नकारात्मक या विनाशकारी पक्ष की ओर ले जाता है। हालांकि, बुध के प्रभाव से व्यक्ति अपने आप को  सक्षम बनाने की दिशा में एक छोटा सा कदम उठाता है। राहु के नकारात्मक प्रभाव के तहत यह व्यक्ति के बिजनेस/उद्योग/पेशे या स्वतंत्र कार्य की शुरुआत में रुकावट उत्पन्न कर सकता है। कई बार, राहु आपके पेशेवर जीवन में बाधा उत्पन्न करता है क्योंकि आपको किसी काम को करने में हिचकिचाहट या अजीब महसूस हो सकता है। हालाँकि यदि व्यक्ति को नौकरी अपने माता-पिता, दादा-दादी या किसी अन्य करीबी की सहायता से मिलती है तो ऐसे में व्यक्ति को नौकरी में अच्छा स्थान मिल सकता है। हालाँकि यदि वो खुद से अपनी जिंदगी की शुरुआत करने की सोचेगा तो सबसे पहले व्यक्ति एक सुरक्षित बिजनेस शुरू करने की तैयारी में जुट जाता है और उसे पूरी तरह सफल भी बनाता है। यह उनके पुरानी नौकरी से संबंधित हो सकता है और खुद किराया चुकाने के लिए भी सक्षम बन सकते हैं या अपनी जमा पूँजी का निवेश कर सकते हैं। कुछ लोग राहु के प्रभाव से खुद को एक प्रभावशाली मीडिया शख़्सियत के तौर पर टीवी पर पेश कर सकते हैं। ख़बरों को पारखी नजरों से परखने की उनकी समझ ही इस बात का इशारा है कि उनके प्रथम या नौवें भाव में राहु का वास होगा। कुंडली के पहले घर में राहु के महत्वपूर्ण प्रभाव की बात करें तो व्यक्ति में किसी के प्रति भी खराब भावना नहीं आती है। इसके साथ ही साथ व्यक्ति अपने वरिष्ठों, शिक्षकों, अभिभावकों, विद्वानों, अनुभवी व्यक्तियों, महिला, समाज के सम्मानजनक लोगों के प्रति काफी सम्मानजनक भावना रखते हैं। ये लोग अन्य सम्मानित व्यक्तियों द्वारा भी स्वयं या अभिभावकों या शिक्षकों या वृद्ध व्यक्तियों के अपमान को सहन नहीं करते हैं, और वह अपनी भावनाओं को किसी और के सामने व्यक्त करने के लिए एक क्षण भी इंतजार नहीं करते। यह सच है कि राहु के प्रभाव के कारण, व्यक्तियों को अपने प्यार, केयर, गुस्सा, उदासी, या किसी अन्य प्रकार की भावना को व्यक्त करने का उचित मौका या कोई अवसर नहीं मिलता है।

अन्य राशियों में राहु के समस्त गोचरों के प्रभावों के बारे में पढ़ने के लिए राहु के गोचर पर क्लिक करें। साथ ही आप हमारी वेबसाइट से जन्मकुंडली, लव या अरेंज मैरिज में चुनाव, व्यवसायिक नामों के सुझावस्वास्थ्य ज्योतिषनौकरी या व्यवसाय के चुनाव के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

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