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कुंभ राशि में बुध | Mercury in Aquarius

ज्योतिष की ग्यारहवीं राशि कुंभ, वायु तत्व वाली शनि द्वारा शासित एक स्थिर राशि है जिसमें बुध के स्थित होने पर, यह व्यक्ति को अभिव्यक्ति, विचारों, अनुभूति और भावनाओं से परिपूर्ण मानसिकता प्रदान करता है जो इन्हें मानसिक रूप से अति-क्रियाशील बनाए रखता है। हालांकि, ये मौलिक और नवीन विचारों वाले होने के कारण, भावनात्मक रूप से अलग होने के बावजूद दूसरों की भावनाओं और पीड़ा को समझने में विफल नहीं रहते। दयालु और विनम्र ये लोग, जरूरतमंदों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उचित अर्थ में कहा जा सकता है कि अंतर्मन से भावनात्मक अनासक्ति वाले ये व्यक्ति, परोपकारी स्वभाव वाले होते हैं तथा स्वयं को जोश और भावनाओं की तुलना में, विचारशील वैज्ञानिक विश्लेषण पर कार्य करने की अनुमति देते हैं। इनका सहज-ज्ञान, इन्हें शीघ्रतापूर्वक दूसरों का आकलन करने में मदद करता है। इसके साथ ही, ये व्यक्ति न्याय और समानता के विचार का समर्थन करते हैं तथा अनुकूल स्वभाव के होने के कारण, हमेशा नए विचारों का स्वागत करते हैं।

 

कुंभ राशि में बुध लोगों को कैसे प्रभावित करता है?/ How Does Mercury in Aquarius Affect the Natives?

कुंभ राशि का बुध, लोगों पर निम्न प्रभाव डालता है:

कुंभ राशि में बुध के स्थित होने पर, यह व्यक्ति की सोच और विचारों में वृद्धि करके, उनमें अस्वाभाविक और हास्यास्पद या अजीब विचारों को विकसित करता है। चूँकि, कुम्भ एक निष्पक्ष राशि होने के कारण, व्यक्ति की भावनाओं को सच्चाई के मार्ग में नहीं आने देती इसलिए ये स्पष्टवादिता के साथ, चीजों को तर्कसंगत रूप से देखते हैं। अंततः, यही दृष्टिकोण इन्हें कष्टदायक परिस्थितियों का साहसपूर्वक सामना करने में मदद कर सकता है।

 

कुंभ राशि में बुध का प्रतिकूल प्रभाव/ Retrograde Effects of Mercury in Aquarius

कुम्भ राशि में स्थित बुध, लोगों पर निम्न प्रतिकूल प्रभाव डालता है:

कुम्भ राशि में बुध के स्थित होने पर, व्यक्ति को कोई नया कार्य या उद्यम नहीं करना चाहिए तथा अत्यधिक मुखर होना परेशानी का कारण बन सकता है इसलिए  गंभीरता से सोच-समझकर बोलना चाहिए। इस अवधि के दौरान, सहज या सुखद अनुभव नहीं करने के कारण ऊर्जा की कमी के चलते, नौकरी बदलने में रुचि का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन, इन्हें यह बात समझनी  चाहिए कि ऐसे परिवर्तनों के लिए यह समय अच्छा नहीं है क्योंकि कार्य संपादन की कमी, उनके करियर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। अतः, इन्हें अपने मालिकों या वरिष्ठों के साथ तर्क-वितर्क करने से बचना चाहिए।

 

इसके अलावा, धन की बचत को लेकर अत्यधिक चिंतित होना चाहिए तथा याद रखना चाहिए कि अत्यधिक व्यय, उन्हें परेशानी में डाल सकता है क्योंकि ये इन्हें अप्रिय और संदिग्ध तरीकों से नकद धन प्राप्त करने के लिए बाध्य करेगा। इसके अलावा, शत्रुओं द्वारा दी जाने वाली अड़चनें, विषाद-ग्रस्त बनाए रखेंगी। वहीं, 

वैवाहिक जीवन पर पड़ने वाले विपरीत प्रभावों के परिणामस्वरूप, यौन संबंधों का आनंद नहीं ले पाएंगे।

आप हमारी वेबसाइट से सभी भावों में बुध के प्रभावग्रहों के गोचर और उसके प्रभावों के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

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