प्रीमियम उत्पाद

छठे भाव में मंगल/ Mars in 6th house

छठा भाव एक ऐसी अनुकूल स्थिति है, जो स्वास्थ्य में स्थिरता, कार्यों में साहसिकता और मनोकामनाओं की पूर्ति में वृद्धि करती है। ऐसे लोग, निडर और स्मार्ट होते हैं तथा अपनी साहस के लिए जाने जाते हैं। अचल संपत्ति की ओर प्रवृत्ति रखने वाले यह लोग, दूसरों की संपत्तियों पर नजर नहीं रखते। इसके अलावा, घरेलू स्तर पर जीवनसाथी के प्रति मददगार इन लोगों को,  स्वास्थ्य का अच्छी तरह से ध्यान रखना चाहिए।

 

छठे भाव में मंगल का लोगों पर प्रभाव/ Impact of Mars in the Sixth House on Native

मुख्यत:, जन्मकुंडली के चौथे भाव में कुम्भ, वृषभ या तुला राशि के होने पर, माता और भाई-बहनों के साथ संबंधों में जटिलता आ सकती हैं तथा यह लोग, बिना किसी बुरे इरादे के, जीवनसाथी की संपत्तियों के प्रति जागरूक रहते हैं। 

 

वहीं, नौवें या दसवें भाव में सूर्य या सातवें या नौवें भाव में चंद्रमा के स्थित होने पर, इन लोगों में से किसी एक के नाना-नानी से, विरासत में संपत्ति मिलती है जिसे कभी-कभी मां और भाई-बहन सकारात्मक रूप से नहीं ले पाते।

 

इसके अलावा, पांचवें भाव में स्थित चंद्रमा अनावश्यक तनाव उत्पन्न करके, कार्यों के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।‌ वहीं, यदि गुरु तीसरे, आठवें या बारहवें भाव में बृहस्पति के स्थित होने पर, लगभग जीत हासिल होने वाले कानूनी मामलों में, पराजय का सामना करना पड़ सकता है। 

 

साथ ही तीसरे, दसवें, ग्यारहवें या छठे भाव में स्थित सूर्य, इन लोगों को स्वतंत्र रूप से शक्तिशाली बनाता और ताकत प्रदान करता है, जिससे यह किसी भी तरह, दूसरों को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त कर पाते हैं। हालांकि, धार्मिक मानसिकता वाले इन लोगों को, किसी भी धर्म का पालन करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है।

हमारी वेबसाइट से सभी भावों में मंगल के प्रभावग्रहों के गोचर और उसके प्रभावों के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

ज्योतिष रहस्य