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तीसरे भाव में केतु | Ketu in 3rd house

केतु को एक ऐसा छायादार और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है जो व्यक्ति के जीवन पर हानिकारक प्रभाव डालता है। लेकिन, तीसरे भाव में स्थित होने पर व्यक्ति की कुंडली पर इसका लाभकारी प्रभाव पड़ता है, जिससे उन्हें अपने जीवन में अत्यधिक धन-संपत्ति और पहचान प्राप्त होती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जन्मकुंडली में इस प्रकार की ग्रह व्यवस्था के कई अनुकूल परिणाम होते हैं तथा मजबूत प्रबंधन कौशल के कारण, धन संबंधी मामलों से संबंधित समस्याओं या कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता।

 

तीसरे भाव के केतु का करियर पर प्रभाव/ Effect of Ketu in the 3rd House on Career

तीसरे भाव में केतु का स्थान, करियर के लिए सकारात्मक माना जाता है। निर्भीक और साहसी ये लोग, राजनीति में रुचि रखते हैं और इस क्षेत्र में अपना करियर उज्जवल बनाने का प्रयास करते हैं तथा उन्हें अधिकार के साथ ही, पहचान और लोकप्रियता भी मिलती है इसलिए, वह दूसरों को नियंत्रित करने की स्थिति पाने के लिए, कठोर परिश्रम की प्रवृत्ति रखते हैं।

 

तीसरे भाव में केतु का पुरुषों की कुंडली पर प्रभाव/ Effects of Ketu in the 3rd house on the Male Kundali

तीसरे भाव में केतु की स्थिति, पुरुषों को सक्रिय और पराक्रमी बनाती है। केतु की ऐसी स्थिति के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में वृद्धि करने के कारण, उन्हें कुछ मामूली चोटों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा तीसरे भाव का केतु, इन पुरुषों को दूसरों के अनुकूल और मददगार बनाता है तथा वह आध्यात्मिकता के प्रति, मजबूत और दृढ़ प्रवृत्ति रखते हैं। धार्मिक और पुण्य कार्यों के द्वारा, उन्हें अपार धन और पहचान भी मिल सकती है।

 

तीसरे भाव में केतु का महिलाओं की कुंडली पर प्रभाव/ Effects of Ketu in the 3rd house on the Female Kundali

तीसरे भाव में केतु की स्थिति, महिलाओं को धार्मिक और आध्यात्मिक बनाती है। अपने छोटे भाई-बहनों के साथ, उनके संबंध सहज और सौहार्दपूर्ण नहीं हो पाते हैं तथा उनमें सैर-सपाटे जैसी छोटी यात्राओं की प्रवृत्ति हो सकती है। हालांकि, उन्हें व्यापक यात्राओं वाला बिजनेस या नौकरी करने की भी संभावनाएं रहती हैं। इसके अलावा, दाहिने हाथ में चोट लगने की संभावनाओं के चलते, उन्हें कठिन कार्यों को करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता है। हालांकि, केतु के शुभ प्रभावों के कारण, यह चोटें लंबे समय तक नहीं रहेंगी और कम से कम पीड़ा देंगी।

 

तीसरे भाव में केतु के अशुभ प्रभाव/ Malefic Effects of Ketu in the 3rd house

व्यक्ति की कुंडली के तीसरे भाव में केतु के अशुभ और बुरे प्रभावों के कारण अलगाव, वाद-विवाद या अक्सर होने वाले झगड़े जैसे वैवाहिक जीवन से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, खु्द को स्थापित करने में होने वाली अत्यधिक कठिनाइयों के साथ ही, सफलता में विलंब और अस्थायी अवधि के लिए बेरोजगारी जैसी व्यवसायिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। अतः, केतु के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए सलाह दी जाती है कि वह सोने (gold) में चावल और गुड़ अर्पित करके, बहते पानी में प्रवाहित कर दें। 

 

तीसरे भाव में केतु के परिणामस्वरूप दोनों लिंगों के व्यक्ति, हमेशा अपने दुश्मनों पर हावी रहेंगे और दोस्तों को त्याग देंगे। भारतीय वैदिक ज्योतिष के अनुसार, तीसरे भाव में केतु वाले व्यक्ति कला, संगीत और नृत्य के प्रति प्रेम और रुचि रखने के बाद भी, इनका हिस्सा नहीं बन पाते। वैदिक शास्त्रों के अनुसार, तीसरे भाव में केतु वाले व्यक्ति हृष्ट पुष्ट, फैशनेबल, साहसी, उदार और साहसी होने के साथ ही कुशाग्र, कामी और संपन्न होते हैं। इसके अलावा, ये कंधे और बाहों की समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं तथा अक्सर, भाई-बहनों में से विशेषकर भाइयों से संबंधित परेशानी या हानि देखने को मिलती है। इसके अतिरिक्त, तीसरे भाव का केतु मतिभ्रम, उलझनें और निराशाजनक विचारधारा जैसे मानसिक आघात उत्पन्न कर सकता है। 

 

केतु के उपाय/ Remedies for Ketu

केतु की महादशा के अशुभ गोचर के दौरान, इसके सभी दोषों और समस्याओं को हल तथा केतु के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए, मंदिर या घर में भगवान गणेश का विधिवत पूजन करना, उत्तम उपायों में से एक है। केतु के बुरे प्रभावों को शांत करने के लिए शिव पंचाक्षर स्तोत्र, गणेश चालीसा, केतु स्तोत्रम और गणेश द्वादशनाम स्तोत्र का पाठ करने से, सकारात्मकता आती है।

 

केतु के बीज मंत्र "ऊँ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः" का रुद्राक्ष की माला से केवल 40 दिनों के भीतर 17000 बार जाप करना भी, केतु के प्रभावों को समाप्त करने का एक प्रभावी उपाय है। वहीं, तीसरे भाव में केतु को शांत करने के लिए, गुरुवार के दिन काली सरसों या कुलथी दाल अर्पित करना भी एक बहुत ही शक्तिशाली उपाय है।

आप हमारी वेबसाइट से सभी भावों में केतु के प्रभावग्रहों के गोचर के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

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