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बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर और अन्य राशियों पर प्रभाव
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर और अन्य राशियों पर प्रभाव
01 May, 2024
(Wednesday)
to
13 May, 2025
(Tuesday)
एक लम्बे समय तक मेष राशि में रहने के पश्चात गुरु ग्रह अब वृष राशि में गोचरस्थ होंगे. गुरु का गोचर वृष राशि में होने से कुछ महत्वपूर्ण बदलावों को देखा जा सकता है. यह बदलाव व्यक्तिगत रुप से, राजनीतिक रुप से अथवा भौगोलिक परिस्थितियों के रुप में भी दिखाई देगा. गुरु का राशि परिवर्तन एक विशेष समय स्थिति होती है जिसका असर काफी गहरे अर्थों में दिखाई देता है.
वृष राशि में गुरु प्रवेश
वृष राशि शुक्र के स्वामित्व की राशि है. ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य की उपाधि प्राप्त है वहीं गुरु अर्थात बृहस्पति को देवताओं के गुरु की उपाधि प्राप्त है. ऎसे में एक गुरु का दूसरे गुरु के अधिकार क्षेत्र में जाना काफी जटिलताओं वाला तो होगा ही साथ ही ज्ञान के संदर्भ में यह विशेष समय होगा जब अनुसंधान एवं विज्ञान से संबंधित कुछ नए आयाम भी दिखाई देंगे.
बृहस्पति तथा शुक्र दोनों ही शुभ ग्रहों की श्रेणी में आते हैं तथा दोनों को ही उच्च पद प्राप्त है. गुरु को ज्ञान सौभाग्य संतान विवाह सुख से जोड़ा जाता है वहीं शुक्र को भौतिक सुख संपदा, ऎश्वर्य, विलास, रोमांस से संबंधित ग्रह माना गया है. यह दोनों ग्रह ही जीवन में जातक को सौभाग्य एवं आनंद सुख की प्राप्ति हेतु मुख्य कारक ग्रह भी माने गए हैं. बृहस्पति की उच्च महत्वाकांक्षा को वृषभ राशि में स्थायित्व प्राप्त होता है. यहां धैर्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है अगर धैर्य के साथ निर्णय को लिया जाए तो निसंदेह यह स्थिति कई बेहतर परिणामों के रुप में भी प्राप्त होती है.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Aries
मेष राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर दूसरे भाव में होगा. गोचर में जब भी बृहस्पति जन्म राशि से दूसरे भाव में भ्रमण करता है तो इसे एक शुभस्थ स्थिति माना जाता है. पराशर होरा शास्त्र इत्यादि के अनुसार दूसरे भाव का गुरु व्यक्ति के लिए सौभाग्य के द्वारा खोलने जैसा कार्य करता है. इस स्थान पर व्यक्ति के अनेक प्रकार के कार्य शुभ रुप से फलित होते हैं. यहां पर गुरु की स्थिति सुखद एवं प्रभावशाली गुण प्रदान करने वाली मानी गई है. गुरु के इस गोचर के समय काल में जातक को अपने कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं. लम्बे समय से चली आ रही चिंताओं से मुक्ति प्राप्त होती है. कोई नया काम अथवा कारोबार शुरू होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं. गुरु के गोचर का ये समय आर्थिक दृष्टि से सकारात्मक परिणाम दिलाने वाला होता है. धन लाभ किसी न किसी रुप से प्राप्त होता है. आय के स्रोत विकसित होते हैं कुटुम्ब की ओर से सहयोग की प्राप्ति भी इस समय पर होती है. इस समय के दौरान पूर्व में किए गए निवेश अब कुछ लाभ दिलाने वाले बनते हैं. कार्य की स्थिति में चली आ रही उठा-पटक को भी कुछ स्थिरता प्राप्त होती है. घर प्राप्ति, संतान सुख एवं भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति भी इस समय पर हो सकती है. कुछ मामलों में यह समय भावनात्मक रुप से उथल-पुथल वाला हो सकता है.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का वृष राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus onTaurus
वृष राशि के लिए बृहस्पति का गोचर लग्न भाव पर अर्थात राशि पर ही होगा. ऐसे में गोचर का असर आपके स्वभाव, व्यवहार, वेशभूषा तथा व्यक्तित्व पर गहरे रुप से देखने को मिल सकता है. गुरु का गोचर जन्म राशि पर होने से इच्छाओं में वृद्धि, अभिमान की उत्पत्ति, जिद का आगमन,ज्ञान का विस्तार, विचारधारा में होने वाले बदलाव इत्यादि बातें काफी गहरे तक असर डालने वाली होती हैं. इस गोचर के समय पर यात्राओं का योग बनता है, परिवार में जिम्मेदारियों तथा विचार विमर्श से जुड़ी बातें आप को भी प्रभावित करने वाली होती है. दूसरों पर गहरा असर डालने में अभिव्यक्ति का बेहतर प्रदर्शन भी दिखाई देता है. इस समय के दौरान बृहस्पति के गोचर का असर संबंधों पर भी पड़ता है विशेष रुप से वैवाहिक संबंधों एवं साझेदारी से जुड़े मसले भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते हैं. विवाह से जुड़े मांगलिक कार्य भी संपन्न हो सकते हैं. कोई नया कार्य शुरू किया जा सकता है. साजेदारी से जुड़े काम की नींव भी इस समय पर डाली जा सकती है. पारिवारिक जीवन में कर्तव्यों को बोझ कुछ अधिक रह सकता है. इस गोचर के समय पर क्रोध एवं अभिमान की स्थिति भी स्वभाव में धीरे धीरे अपनी जगह बना सकती है ऐसे में इस स्थिति से बचना उचित होता है. स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ये समय शरीर में वसा की अधिकता को बढ़ा सकता है अथवा रक्तचाप से संबंधित कुछ समस्याएं हो सकती है, किंतु उचित देखभाल एवं संयमित दिनचर्या द्वारा इन परेशानियों से बचाव भी संभव होता है.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Gemini
मिथुन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर द्वादश भाव पर होगा. बारहवें भाव में गोचर का फल काफी मिले जुले असर को दर्शाता है. बारहवां घर हर प्रकार के व्यय का घर होता है, इसके साथ ही विदेशी लाभ, मोक्ष एवं हानि भी इसी घर से देखे जाती है. गुरु क ऐस स्थान पर आकर भ्रमण करना काफी गहरे असर डालने वाला हो सकता है. विशेष रुप से यह आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है. कार्य क्षेत्र चाहे कोई भी हो उसमें चुनौतियों एवं बाधाओं का सामना अधिक करना पड़ सकता है. इस गोचर के दौरान आपको इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राओं का समय भी दिखाई देता है, यह मुख्य रुप से विदेश गमन की स्थिति या विदेश द्वारा होने वाले लाभ के सकारात्मक संकेत भी देता है. इस समय पर अपव्यय की स्थिति किसी न किसी रुप से देखने को मिल ही जाती है. धन का संचय करना कठिन रहता है, इसलिए ये समय वित्तीय मामलों को संभल कर करने की सलाह दी जाती है. कोई बड़ा निवेश या जोखिम भरा निवेश करने से बचना चाहिए. स्वास्थ्य के लिहाज से भी ध्यान देना आवश्यक होता है. लापरवाही के चलते हेल्थ पर असर पड़ सकता है. नौकरी हो या व्यवसाय आरोप-प्रत्यारों का दौर भी झेलना पड़ सकता है. शत्रुओं का सामना करना पड़ सकता है. जीवन साथी अथवा अन्य संबंधों में अधिक सजग रहने की आवश्यकता होती है अन्यथा छोटी छोटी बातें गलतियों के कारण बड़ी बन सकती हैं.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on cancer
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु का गोचर एकादश भाव स्थान पर होगा. बृहस्पति का यह गोचर अनुकूल दिखाई देता है. इस समय लाभ स्थान पर गुरु का होना कुछ नए बदलाव एवं नई संभावनाओं की तलाश को भी दर्शाता है. इस गोचर के दौरान, मित्रता का सुख प्राप्त होगा, नए संबंधों का सूत्रपात होता दिखाई दे सकता है. शिक्षा के क्षेत्र में परिणाम अनुकूल रह सकते हैं तथा उच्च शिक्षा प्राप्ति के योग भी इस समय बनते दिखाई देंगे. प्रेम संबंध प्रगाढ़ता को पाएंगे. प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ने के बेहतर अवसर भी इस समय प्राप्त हो सकते हैं. इस समय बड़े भाई बंधुओं का सहयोग भी प्राप्त हो सकता है किंतु साथ ही थोड़ा अधिक अनुशासन देखने को भी मिल सकता है. आलस्य का प्रभाव दिखाई दे सकता है जिसके कारण कार्यों में विलंब की स्थितियां भी सामने होंगे. महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने हेतु प्रयास तो होंगे जो सकारात्मक रुप से कुछ असर देने वाले हो सकते हैं. इस समय नए कार्यस्थल से जुड़ने का अवसर मिलेगा. व्यवसाय के क्षेत्र में बदलाव लाभ देने वाले होंगे. कुछ सामाजिक गतिविधियां मान सम्मान प्राप्ति में भी सहायक हो सकती है. पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं. इस समय पर संतान से संबंधित विषय भी जीवन पर असर डाल सकते हैं. गोचर की यह स्थिति कुल मिलाकर अनुकूल फलों को दिलाने में सहायक बनती है.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Leo
सिंह राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर दशम स्थान अर्थात कर्म स्थान के घर होगा. बृहस्पति का यह गोचर कर्म के क्षेत्र में आपकी स्थिति को मजबूती देने का कार्य कर सकता है. इस स्थान पर बृहस्पति का गोचर आपको आगे बढ़ने तथा प्रतिस्पर्धाओं में कुछ सफलता दिलाने में सहायक भी होगा. इस गोचर की अवधि सकारात्मक रुप से जीवन पर असर डालने वाली होगी. अपने कार्यों में एक बदलाव अब दिखाई देगा. यदि पहले से ही स्थितियां कार्य को बदलने का कारण बन रही थीं तो अब वह पूर्ण रुप से अपना असर दिखा सकती हैं. नौकरी में बदलाव कर सकते हैं, आय में वृद्धि अथवा नए काम से जुड़ने का मौका सामने होगा. पद प्राप्ति के योग भी इस समय पर फलित होते दिखाई दे सकते हैं. इस समय के दौरान बृहस्पति आपके करियर, प्रसिद्धि, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संबंधों को प्रमुख रुप से प्रभावित करने वाला होगा. दशम भाव में स्थित गोचर आपके चतुर्थ पर दृष्टि भी डालेगा तो अब बदलाव की स्थिति आपके अपने बाहरी एवं आंतरिक दोनों ही रूपों पर असर डालने वाली होगी. बृहस्पति गोचर के दौरान व्यावसायिक रूप से कुछ अशांति अथवा विवाद के संकेत भी दिखाई दे सकते हैं. इस समय काम में स्थान परिवर्तन की भी संभावना बनी रहने वाली होंगी. बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए बदलाव तो अवश्य लाएगा.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Virgo
कन्या राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर नवम स्थान अर्थात भाग्य के घर होगा. बृहस्पति का यह गोचर भाग्यदायक स्थिति देने में भी सहायक होगा. इस गोचर की अवधि सकारात्मक रुप से जीवन पर असर डालने वाली होगी. बृहस्पति का गोचर भाग्य एवं आध्यात्मिक चेतना को भी जागृत करने वाला होता है. गोचर के दौरान भाग्य का सहयोग बेहतर रुप से मिलेगा. कुछ रुके हुए कार्य भी आप आगे बढ़ सकते हैं. इस समय पर जीवन में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग भी मिलेगा. गुरुजनों के सहयोग से ज्ञान में अच्छा विस्तार होगा. परिवार के साथ सहयोग एवं प्रेम की प्राप्ति का समय भी होगा. पिता का सहयोग मिलेगा और आशीर्वाद भी प्राप्त होगा. मान सम्मान प्राप्ति का समय भी इस समय मिलेगा. उच्च शिक्षा प्राप्ति के योग भी मिलेंगे. सफलता के नए मार्ग भी अब दिखाई देंगे. इच्छाओं को पूरा करने में परिश्रम एवं साहस भी काम आएगा. लक्ष्यों को पूरा कर पाने में सफलता मिलेगी.इस समय के दौरान धार्मिक गतिविधियों में शामिल होंगे. विवाह एवं मांगलिक कार्यों से जुड़ सकते हैं. मानसिक क्षितिज की खोज करने और भीतर से परिपक्व होने का भी एक अद्भुत क्षण भी दिखाई देगा. नौकरी के क्षेत्र में पद प्राप्ति का समय दिखाई देगा. इस समय पर धार्मिक क्षेत्र की यात्राओं का समय भी बना रहने वाला है. रिश्तों का सुख प्राप्त कर पाएंगे.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का तुला राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Libra
तुला राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर अष्टम भाव में होगा. इस समय पर स्थिति काफी महत्वपूर्ण रहने वाली होगी. आठवें भाव में बृहस्पति का गोचर अचानक होने वाली स्थितियों को दर्शाने वाला होता है. इस समय पर विरासत का सुख भी प्राप्त हो सकता है. बृहस्पति के इस गोचर का प्रभाव तटस्थ रुप के फल देने वाला होगा. अब का समय पूर्व के समय में किए गए कार्यों का असर दिखाने वाला ही होगा. फैसलों को सोच समझ कर लेने का समय होगा. इस समय पर संभल कर काम करने का समय होगा. इच्छाओं की पूर्ति कर पाना मुश्किल होगा, ऐसे समय में जुनून काम आएगा. बृहस्पति का अष्टम भाव गोचर समय गुप्त विरोधियों से भी प्रभावित कर देने वाला हो सकता है. रिश्तों में धैर्य के साथ संभल कर काम करने की आवश्यकता होगी. प्रेम संबंधों, यौन इच्छाओं में अजीब सा आकर्षण भी दिखा सकता है. रिश्ते में विरोध एवं ईर्ष्या का भाव भी अपना असर दिखा सकता है. रिश्ते में ये समय कुछ विश्वासघात की स्थिति से भी प्रभावित कर सकता है. इस गोचर के दौरान पैतृक संपदा से जुड़े मसले भी असर डाल सकते हैं. उत्तराधिकार का लबह मिल सकता है. वैवाहिक संबंधों में तनाव उभर सकता है. इस अवधि के दौरान आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होंगे तथा गूढ़ विद्याओं में रुझान भी दिखाई देगा. स्वास्थ्य की दृष्टि से विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी. छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं. इस समय पर बहुत जोखिम भरे कार्यों से बचने की आवश्यकता होगी.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव /Impact of Jupiter transit in Taurus on Scorpio
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर सातवें घर पर होगा. वृश्चिक राशि वालों के लिए बृहस्पति दांपत्य जीवन, साझेदारी से जुड़े मामलों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाला होगा. वृश्चिक राशि के लिए ये गोचर महत्वपूर्ण रहने वाला होगा. इस समय के दौरान वैवाहिक संबंधों का आरंभ दिखाई देगा. मानसिक रुप से कुछ सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित होगा. सप्तम भाव में गोचर प्रसन्नता एवं नए रिश्तों से जुड़ने का समय देगा. जीवन सतही की ओर से सहयोग की प्राप्ति होगी. सामाजिक प्रतिष्ठा अच्छी रह सकती है. इस समय पर व्यवसाय के क्षेत्र में नए बदलाव बेहतर रुप से सहायक हो सकते हैं. साझेदारी से संबंधित कार्यों में शामिल होने का समय भी बनेगा. कार्यों में सफलता मिल सकती है, आर्थिक रूप से भी यह समय अनुकूल रह सकता है. जीवन के कुछ मामलों में स्थिरता को भी महसूस कर पाएंगे. निर्णय लेने की योग्यता भी अच्छी रह सकती है. नौकरी में बदलाव अथवा स्थानांतरण का अवसर भी इस समय पर प्राप्त हो सकता है. यात्राओं का समय भी बना रहने वाला होगा. विदेश से लाभ अथवा विदेश यात्रा का योग भी बन सकता है. इस समय धन खर्च भी अधिक रहेगा ऐसे में निवेश की स्थिति को सोच समझ कर करने की आवश्यकता होगी.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का धनु राशि पर प्रभाव /Impact of Jupiter transit in Taurus on Sagittarius
धनु राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर छठे घर पर होगा. बृहस्पति का यह गोचर थोड़ा सजग रहकर काम करने की ओर संकेत देता है. छठा भाव रोग, ऋण, शत्रु का स्थान माना जाता है. ऐसे में एक शुभ ग्रह की स्थिति यहां होने से सकारात्मक फलों की प्राप्ति हेतु अधिक संघर्ष करने की आवश्यकता होगी. कार्यक्षेत्र में लगातार प्रयास बनाए रखने की आवश्यकता होगी. प्रतिस्पर्धाओं का दौर कड़ा रह सकता है. इस समय के दौरान काम में बदलाव भी देखने को मिल सकता है. अचानक से होने वाले बदलाव मानसिक रुप से चिंता भी बढ़ा सकते हैं. कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का अधिक सहयोग न मिल पाए. व्यर्थ के विवाद भी इस समय पर उभरते दिखाई देंगे. तर्क एवं बहस का दौर बना रह सकता है. कार्यक्षेत्र में चीजें समस्या से प्रभावित रह सकती हैं. कोई नया काम शुरू करने की योजना इस समय अटकाव से भी प्रभावित हो सकती है. विरोधी परेशान करने का कोई अवसर आसानी से नहीं छोड़ने वाले होंगे. स्वास्थ्य के मामले में लापरवाही से इस समय बचने की आवश्यकता होगी. स्वास्थ्य समस्याएं आपको अस्पताल के चक्कर कटवाने पर भी मजबूर कर सकती हैं इसलिए सजग रहते हुए कार्य करना होगा.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का मकर राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on capricorn
मकर राशि के जातकों के लिए पंचम भाव में बृहस्पति का गोचर होगा. बृहस्पति का असर जीवन में संबंधों, शिक्षा, मित्रता को प्रभावित करने वाला होगा. इस गोचर के दौरान बृहस्पति के शुभ फल प्राप्त हो पाएंगे. प्रेम संबंधों की ओर आकर्षण विकसित होगा. अपने रिश्ते को मजबूत बनाने में भी सफलता मिल सकेगी. प्यार में लगाव तथा रोमांच की स्थिति बनी रहने वाली है. इस समय पर रिश्तों पर अधिक ध्यान केन्द्रित रह सकता है. छात्रों के लिए शिक्षा से जुड़े मामले सकारात्मक परिणाम देने वाले होंगे. शिक्षा के लिए घर से दूर जाकर भी आवेदन या प्रवेश प्राप्ति की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. बृहस्पति का गोचर आपके आर्थिक पक्ष के लिए भी मजबूती दिखाने वाला होगा. दोस्तों के साथ अच्छा प्रगाढ़ संबंध बनेगा और नए मित्रों को भी जीवन में शामिल होते देख पाएंगे. छात्र अपने लक्ष्यों को बेहतर और मजबूत रुप से प्राप्त कर पाने में सफल होंगे. गोचर का समय संतान सुख प्राप्ति के शुभ योग को भी दिखाने वाला होगा. दंपत्ति को जीवन में संतान सुख प्राप्त हो सकता है तथा माता-पिता बच्चों की ओर से कुछ अच्छे समाचार भी प्राप्त कर गर्व का अनुभव कर पाएंगे.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का कुंभ राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on Aquarius
कुंभ राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव पर होगा. सुख स्थान पर गुरु का गोचर आपके जीवन में नई प्रेरणा एवं नई संभावनाओं को दिखाने वाला होगा. बृहस्पति आपके सुख, वाहन, माता एवं भौतिक वस्तुओं पर विशेष असर डाल सकता है. गुरु के गोचर का असर आप अपने निर्णयों पर भी देख पाएंगे. वित्त मामलों में लाभ की स्थिति दिखाई देगी. कुछ नई वस्तुओं की खरीदारी का समय भी बन रहा है. इस समय वाहन, मकान, संपत्ति, भूमि इत्यादि से जुड़े मामलों पर कुछ धन व्यय हो सकता है तथा इसकी प्राप्ति के योग भी बनेंगे. खरीदारी से खर्चे भी बढ़ सकते हैं, इसलिए निवेश से जुड़े मामलों को सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी. परिवार में कुछ मसलों पर विरोधाभास भी दिखाई देगा ऐसे में व्यर्थ के मसलों में शामिल होने से बचने की आवश्यकता होगी. माता की ओर से प्रेम एवं सुख की प्राप्ति होगी किंतु स्वास्थ्य संबंधी मामलों पर भी इस समय ध्यान देना होगा. हृदय, लीवर या छाती से संबंधित रोगों पर निगाह बनाए रखने की आवश्यकता होगी.
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर का मीन राशि पर प्रभाव/Impact of Jupiter transit in Taurus on pisces
मीन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर तृतीय भाव पर होगा. तीसरा भाव आपके साहस, पराक्रम, उत्साह, भाई-बंधुओं एवं यात्राओं को दिखाता है ऎसे में गुरु का यहां गोचर करना इन मुख्य बातों पर असर डालने वाला होगा.बृहस्पति के इस गोचर के दौरान आप उत्साह पूर्वक अपने कार्यों में आगे बढ़ सकता है. परिश्रम द्वारा भाग्य का निर्माण कर पाने में आप सफल हो सकते हैं. मित्रों के साथ घूमने-फिरने का अवसर मिल सकता है. अभिरुचि से जुड़े कार्यों की ओर भी रुझान बढ़ सकता है. संचार, मार्केटिंग से संबंधित कामों में अच्छे प्यार में आपको सफलता मिल सकती है. भाई बहनों का सहयोग मिल सकता है तथा उनके साथ विवाद की स्थिति भी बनी रह सकती है. इस समय के दौरान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने का बेहतर अवसर भी मिल सकता है. परिवार अथवा नौकरी के मामले में स्थानांतरण के मौके भी इस समय पर दिखाई दे सकते हैं. सामाजिक दायरे में विस्तार होता तथा मान सम्मान प्राप्ति के योग भी इस समय पर निर्मित होते दिखाई दे सकते हैं.
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