कहीं इसलिए तो नहीं रुकी हुई नौकरी में तरक्की

नौकरी और करियर में सफलता पाना प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है इसलिए व्यक्ति, नौकरी और करियर में तरक्की पाने के लिए जीवनभर प्रयास करता रहता है। लेकिन, कई बार योग्यता होने के बावजूद भी असफलता हाथ लगती है तथा नौकरी और तरक्की में बाधाएं उत्पन्न होती रहती है। ऐसे में शिक्षा, सामान्य ज्ञान और तमाम डिग्रियां भी धरी की धरी रह जाती है और तरक्की ना मिलने के कारण, व्यक्ति मानसिक तनाव में भी आ जाता है क्योंकि नौकरी पर ना सिर्फ उसका बल्कि, पूरे परिवार का भरण-पोषण निर्भर होता है। व्यक्ति के भाग्य और कर्म में ग्रह-नक्षत्रों का विशेष योगदान होता है। अतः, ग्रहों की सही स्थिति के अभाव में, व्यक्ति को लाख कोशिशों के बावजूद सफलता की प्राप्ति नहीं हो पाती है। योग्यता होने के बावजूद, अत्यधिक परिश्रम करने के बाद भी तरक्की नहीं मिलती। 

अतः, आज का यह विषय सभी के लिए एक समान है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को यह विषय कहीं ना कहीं जरूर छूता होगा कि कहीं नौकरी में तरक्की तो नहीं रुकी हुई है? चूंकि, कुछ ज्योतिष संबंधी उपाय करने से कुंडली में ग्रहों की स्थिति सही होने लगती है और ग्रह स्वामी की कृपा से अड़चनें दूर होने लगती हैं इसलिए इसे ज्योतिष पैमाने को समझने की कोशिश करते हैं।

तरक्की अवरुद्ध होने के कारण

आपके कार्यक्षेत्र में क्या आपके काम की बिल्कुल कद्र नहीं है? क्या आपके कार्यक्षेत्र संबंधी कार्यों में कुछ नया सीखने को नहीं है? क्या आप के कार्य आपके अतिरिक्त अन्य कोई भी कर सकता है? क्या एक ही कार्य करते हुए काफी समय गुजर गया है? क्या आपके कार्य का श्रेय कोई और ले जाता है? क्या अब अपने कार्यों को करने का मन नहीं करता? क्या आपके कई जूनियर्स भी आप से आगे निकल गए हैं? यदि इन बातों में से कुछ या सभी बातें सत्य हैं तो निश्चित रूप से व्यक्ति की तरक्की अवरुद्ध होती है जिससे उसे अपने कार्यों का श्रेय या क्रेडिट नहीं मिल पाता है। साथ ही, इन स्थितियों के बने रहने पर उसकी बची-खुची आंतरिक ऊर्जा भी जाती रहती है तथा उन्नति के सारे द्वार एक-एक करके बंद हो जाते हैं जिससे व्यक्ति कार्यों के प्रति विमुख हो जाता है और स्वयं की स्थिति पर रोना ही उसकी नियति बन सकता है। 

तरक्की अवरुद्ध होने के परिणाम

इन स्थितियों के बने रहने पर व्यक्ति मानसिक अवसाद में डूब जाता है जिसके फलस्वरूप, उसका स्वास्थ्य डांवाडोल बना रह सकता है। इसके अतिरिक्त, घर में भी हमेशा तनाव का माहौल और परेशानियों का वास रह सकता है। ऐसे में, व्यक्ति को तुरंत सचेत होने की आवश्यकता होनी चाहिए क्योंकि परिस्थितियां व्यक्ति के वश से बाहर निकल जाती हैं अर्थात् अब यह गेंद उसके पाले में नहीं रहती बल्कि, अब यह गेंद उसके पाले में होती है जो उसकी कुंडली पढ़ना जानता है। कहने का तात्पर्य यह है कि इन परिस्थितियों में, एक अनुभवी ज्योतिषी ही कुंडली की जांच करके बता सकता है‌ कि वास्तव में व्यक्ति को क्या करना चाहिए क्योंकि व्यक्ति की कुंडली में, इन सबसे बाहर निकलने का मार्ग भी छिपा होता है।

ज्योतिष द्वारा समाधान संभव 

ज्योतिष में रुचि रखने वाले लोगों को यह अवश्य जानना चाहिए कि ऐसा दसवें भाव के कमजोर या निर्बल होने के कारण होता है जिसे सहज तरीकों से बल प्राप्त नहीं कराया जा सकता। इसके लिए मार्ग में आने वाले एक-एक अवरोध को हटाने की आवश्यकता होती है जिससे व्यक्ति का मन स्थिर होकर, कार्यों के प्रति अग्रसर हो सके ताकि उचित प्रकार से, रुकी हुई तरक्की या वृद्धि की प्राप्ति होने लगे। तात्पर्य यह है कि अक्सर,यह पूजा कर लो या उनकी पूजा कर लो जैसे जो छोटे-छोटे उपाय बता दिए जाते हैं उनसे बात नहीं बन पाती बल्कि, बात और बिगड़ सकती है क्योंकि इन छोटे-छोटे उपायों से कुछ नहीं होता। साथ ही, समय निकल जाने से परेशानियां और विकराल रूप ले सकती हैं। समस्याओं की इसी विकरालता और प्रगाढ़ता से बचाने के लिए, कुंडली के दसवें भाव की जांच करना आवश्यक होता है। इसके लिए, दसवें भाव को कौन-कौन रोकता है, उसके ऊपर किस-किस ग्रह की दृष्टि या गोचर है आदि देखना अति आवश्यक होता है कि आंतरिक रुप से व्यक्ति को किन नकारात्मकताओं ने घेरा हुआ है और उन्हें किस तरह से बाहर निकाला जा सकता है क्योंकि छिपी हुई आंतरिक नकारात्मकता,  व्यक्ति के अंदर ही रहने पर उसे लाभ ना देकर, हानि देने लगेगी। कहीं ऐसा ना हो कि नकारात्मकता लेना ही उसकी नियति बन जाए और वह कहीं पर भी अपना प्रभाव ना छोड़ पाए जिससे उसके जूनियर्स, सीनियर्स और बॉस यह कहना शुरू कर दें कि आपसे ना हो पाएगा। 

कहीं आप भी इन्हीं स्थितियों का सामना तो नहीं कर रहे हैं? यदि ऐसा है तो आपको अपनी कुंडली अवश्य  दिखानी चाहिए जिससे आपको अवश्य ही लाभ होगा। इसके लिए, आप हमसे भी संपर्क करके कुंडली की जांच करा सकते हैं क्योंकि हम सही मायनों में चाहते हैं कि आप अपने जीवन में तरक्की करना शुरू कर दें।