मुख्य पृष्ठ वीडियो एक मांगलिक को विवाह के लिए दूसरे मांगलिक की आवश्यकता नहीं हो सकती, डॉ. विनय बजरंगी ने बताया

क्या मांगलिक का गैर मांगलिक से विवाह हो सकता है

केवल गुण मिलान ही कुंडली मिलान नहीं होता। कई  लोगों के मन में मंगल दोष को लेकर इस प्रकार की अनेक धारणाएं होती हैं कि क्या वो मांगलिक हैं? और क्या मांगलिक का विवाह केवल मांगलिक के साथ ही हो सकता है? लेकिन, ऐसा नहीं है क्योंकि मांगलिक का, गैर मांगलिक से भी विवाह हो सकता है। मंगल दोष को लेकर लोगों के मन में बहुत से प्रश्न होते हैं जैसे- क्या मांगलिक होने से मृत्यु हो जाती है? कुंडली में मंगल दोष है या नहीं ये कैसे पता लगाएं? मांगलिक दोष के क्या प्रभाव होते हैं? वास्तव में मंगल दोष या मांगलिक दोष क्या होता है? मांगलिक दोष ख़त्म कैसे होता है? मांगलिक दोष किस उम्र में खत्म होता है? मंगल दोष या मांगलिक दोष कैसे ख़त्म कर सकते हैं?  मंगल दोष को ख़त्म करने या मांगलिक दोष निवारण के क्या उपाय होते हैं? आदि। आज इस लेख में इन सभी प्रश्नो का उत्तर दिया गया है। इसके साथ ही, वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष, मांगलिक का गैर मांगलिक से विवाह होना चाहिए या नहीं। कौन होते हैं मांगलिक दोष के शिकार? आदि की जानकारी इस घटना के द्वारा देने की कोशिश की गयी है।

एक मांगलिक को विवाह के लिए दूसरे मांगलिक की आवश्यकता नहीं हो सकती है

एक बार फोन कॉल पर मिश्रा जी ने हमसे संपर्क करके कहा- गुरु जी, मैं बहुत समय से आपके लेख देखता हूं।  आप जब कुंडली मिलान बताते हैं तो बहुत अच्छा लगता है। हम तो सिर्फ गुण मिलान ही समझते हैं पर, आप उसमें बहुत कुछ बताते हैं इसीलिए मैं अपने बेटे की कुंडली मिलवाना चाहता हूं। वैसे तो, मेरा बेटा मांगलिक है पर, हमें जो तीन रिश्ते पसंद आए हैं वो लड़कियां भी मांगलिक हैं और तीनों के परिवार भी ठीक हैं। साथ ही, मेरे बेटे को भी तीनों में से किसी से कोई एतराज नहीं है। ऐसे में, आप जिसकी भी कुंडली मिला करा हां कर देंगे उसी को, हम लोग हां कर देंगे। 

उनकी सारी बातें सुनकर हमने उनसे कहा- देखिए, वैसे तो कुंडली मिलान का काम बहुत पेचीदा और बहुत ज्यादा समय लेने वाला होता है लेकिन, आपके इतने विश्वास के साथ फोन करने के कारण, इस समय तो हम कुंडली को अवश्य ही मिला देंगे। हालांकि, इसमें बहुत समय व्यय होता है इसलिए आपको बजरंगी धाम आना चाहिए था। फिलहाल, इस समय तो हम कुंडली मिला ही देते हैं। यदि अभी आपके पास अपने बेटे की जन्मतिथि हो तो हमें दीजिए ताकि हम उसके आधार पर कुंडली मिला कर देख सकें। इस पर उन्होंने अपने बेटे की यह जन्मतिथि बताई- 

जन्मतिथि: 17 जुलाई 1986

समय: 4:20 सुबह

साथ ही, तीन लड़कियों में से पहली लड़की की जानकारी इस प्रकार थी

पहली लडकी

जन्मतिथि: 9 मार्च 1988 

समय: 7:20 शाम

स्थान: रोहतक

इस जानकारी के आधार पर हमने कुंडली मिलाकर  सबसे पहली बात तो यह बताई कि आपका बेटा  मांगलिक नहीं है जैसा आपने हमें बताया था। मंगल के  पहले, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में स्थित होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति मांगलिक होता है बल्कि, यह देखा जाता है कि मंगल कौन सी राशि में स्थित है। हम लड़के की शुक्र की राशि में बैठे हुए मंगल को मांगलिक नहीं मानते क्योंकि शुक्र, घी का काम करता है और मंगल ऊर्जा का इसलिए जब ऊर्जा और घी का समावेश होता है तो अग्नि अच्छी हो जाती है। अतः, हमारे वैदिक नियमों के हिसाब से ऐसा व्यक्ति  मांगलिक नहीं होता। इस कारण, आपको अपने बेटे को मांगलिक नहीं समझना चाहिए। 

अब, इसके बाद बात करते हैं कुंडली मिलाने की। हमने इस पहली लड़की की जो कुंडली मिलाई है, वो लड़के के साथ मिलती है और लड़के के साथ कोई दिक्कत नहीं आएगी। लेकिन, यह लड़की आपसे और आपकी पत्नी को लड़के से विमुख कर देगी यानि कि आपका बेटा आपसे जितना ज्यादा बात करेगा, उतनी ज्यादा ही वह स्वयं भी परेशान रहेगी और बेटे को भी परेशान करेगी। साथ ही, बेटे को आपके साथ मिलने नहीं देगी और धीरे-⁠धीरे आपको, आपके बच्चे से अलग करके अपने परिवार की तरफ ले जाएगी। अतः, हमारे  हिसाब से यह मिलान सर्वशुद्ध मिलान नहीं है इसलिए दूसरी कुंडली काम मिलान करके देखते हैं। 

दूसरी लड़की

जन्मतिथि 5 अक्टूबर 1987 

समय 11:10 रात 

स्थान: चन्दौसी

दूसरी लड़की की कुंडली से मिलान करने के बाद हमने मिश्रा जी को बताया कि आपके लड़के की ठीक-⁠ठाक  अच्छी आयु है परन्तु, लड़की की कुंडली बनाने पर कुंडली का मिलान तो हो रहा है लेकिन, लड़की की कुंडली में विधवा होने का प्रबल योग है जिसे वैधव्य योग भी बोला जाता है। जब इतना बड़ा प्रगाढ़ योग होता है तो बच्चे की आयु, बहुत दीर्घ होनी चाहिए जिसको जीवनसाथी का भी काफी अच्छा सहयोग मिलना चाहिए। लेकिन, इस लड़की की कुंडली में ऐसा सहयोग नहीं है। यद्यपि, इस कुंडली का मिलान हो रहा है फिर भी, हम इस लड़की के साथ भी विवाह की अनुमति नहीं दे सकते यानि, पहली लड़की के साथ भी 

नहीं देंगे और दूसरी लड़की के साथ भी नहीं देंगे।

अब, बात करते हैं तीसरी कुंडली की जो इस प्रकार है

तीसरी लडकी

जन्मतिथि: 1 जून 1990

समय: 12:30 दोपहर

स्थान: रांची

इस लड़की की कुंडली बहुत अच्छी है जिसका लड़के से मिलान भी होता है। लड़की प्रोफेशनली बहुत योग्य होने के कारण काफी अच्छा करेगी जिसके चलते, यह हमेशा लड़के से ज्यादा गुणी रहेगी। अगर लड़का 100₹ कमाएगा तो यह हमेशा उससे 70-75₹ ज्यादा ही कमाएगी यानि कि यह हमेशा 150 से ऊपर ही रहेगी। चाहे लड़के की तनख्वाह जो भी हो लेकिन, इस लड़की की तनख्वाह हमेशा बढ़ती रहेगी। साथ ही, यह लड़की नौकरी नहीं छोड़ेगी और पूर्ण रूप से प्रोफेशनल ही रहेगी। इसके अलावा, कुंडली मिलने के बाद भी यह लड़के को मनोग्रंथि में रखेगी। वैसे भी लड़का, चंद्रमा के उतना मजबूत नहीं होने के कारण, हीन भावना (inferiority complex) से हमेशा ग्रसित रहेगा इसलिए हम इस लड़की के साथ भी, आपको विवाह करवाने की अनुमति नहीं दे सकते। 

ऐसे में, हमें बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि आपने जिन तीन लड़कियों की कुंडलियों का मिलान करके रखा हुआ था वो तीनों की तीनों कुंडलियां, हमारे हिसाब से गुण मिलने के बाद भी सही नहीं है क्योंकि एक के अंदर कुछ परेशानी है तो दूसरी के अंदर कुछ और। हालांकि, जो तीसरी कुंडली मिलती भी है जिसको कोई मना नहीं कर सकता लेकिन, वो भी हमें ठीक नहीं नजर आती है। इसके अलावा, एक बात और कि आपका लड़का मांगलिक नहीं है। अब, हम आपसे यही कहना चाहते हैं कि भविष्य में भी आप कुंडली का मिलान करते रहिएगा। साथ ही, कुंडली मिलान कराने के लिए आपको बजरंगी धाम आना पड़ेगा तभी हम  आपको कुंडली मिलाकर बता पाएंगे कि कौन सी लड़की उपयुक्त रहेगी कौन सी नहीं।