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पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र | Purva Phalguni Nakshatra: The Fertile One

वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्रों में से पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र/Purva Phalguni Nakshatra 11वां नक्षत्र है। यह नक्षत्रों के जोड़ों में पहला जोड़ा है। पूर्वाफाल्गुनी का अर्थ है- संदेह शील चरित्र वाली महिला। इसे और अधिक समझते हैं। इसका अर्थ यह है कि जो महिला अभी-अभी किशोरावस्था अर्थात यौन परिपक्वता (यौवन) की उम्र में पहुंची महिला है। इस नक्षत्र/ Nakshatra का दूसरा अर्थ यह है कि यह लैंगिकता या यौन क्रिया का आनंद लेने के लिए तैयार महिला है।

फाल्गुनी दो शब्दों से मिलकर बना है - 'फल' (फल) और 'गुनी' (कर्म) है। इस प्रकार, फाल्गुनी का दूसरा शाब्दिक अर्थ, कर्मों का फल या पूर्वजन्म के कर्मों का फल है।

'पूर्व' शब्द से आप समझ गए होंगे कि इसका संबंध पहले से है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र/ Purva Phalguni Nakshatra को आप वैवाहिक सेज, चारपाई या पलंग के तौर पर भी देख सकते हैं जिसके आगे के दो पैर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होते हैं, जबकि उत्तरा फाल्गुनी उसी चारपाई के पिछले दो पैरों से संबंधित होते हैं। पलंग से संबंधित होने के कारण, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र स्थिरता को दर्शाता है। इस नक्षत्र का दूसरा प्रतीक आराम करने और आनंद लेने का स्थान होता है। 

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की शुभता/The Auspiciousness of Purva Phalguni Nakshatra:

विवाह समारोह के लिए दोनों नक्षत्र यानी पूर्वाफाल्गुनी और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र/Uttara phalguni nakshatra बहुत शुभ होते हैं, क्योंकि इन दोनों नक्षत्रों पर सामाजिक कार्यों, पारिवारिक संबंधों और उत्सव के अवसरों से संबंधित, दो देवों (देवताओं) भग और आर्यमन का शासन होता है। 

जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कि यह नक्षत्र रंगों के फाल्गुन मास से भी संबंधित है और वसंत विषुव और वसंत के आगमन से मिलता-जुलता होता है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और अर्जुन का संबंध/Purva Phalguni Nakshatra and connection to arjuna:

यह धार्मिक मनुष्यों को उत्पन्न करने वाला फलदायक नक्षत्र है। अर्जुन के जन्म के समय दोनों फाल्गुनी नक्षत्र स्थित थे (अर्जुन का जन्म के समय पूर्वाफाल्गुनी चल रही थी, और कुछ ही मिनटों बाद उत्तराफाल्गुनी शुरू हो गई थी, इसलिए यह कहा जा सकता है कि अर्जुन दोनों नक्षत्रों से प्रभावित थे)। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र/Purva Phalguni Nakshatra को अर्जुनी और अर्जुन को फाल्गुन भी कहा जाता था।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की अन्य अधिक जानकारियां/ More on Purva Phalguni Nakshatra:

पूर्वा फाल्गुनी और उत्तरा फाल्गुनी दोनों नक्षत्र, मित्रता और मनोरंजन से संबंधित हैं। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र को समारोह नक्षत्र भी कहा जाता है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र एक चिंता-मुक्त नक्षत्र है।

इस नक्षत्र/Nakshatra के अच्छे प्रभावों के कारण, लोगों के लिए  पार्टियों और सामाजिक समारोह करने का श्रेष्ठ समय होता है तथा इन लोगों को विपरीत लिंग के प्रति अत्यधिक गहन आसक्ति या आकर्षण होता है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की समयावधि में भगवान शिव का विवाह/Lord Shiva Married When Purva Phalguni Nakshatra Was Operating:

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के अंतर्गत, भगवान शिव के परिग्रहण समारोह किया था तब इस नक्षत्र के देवता 'भग देव' (बारह आदित्यों में से एक, जिसे विभात्या के नाम से भी जाना जाता है) द्वारा वैवाहिक सुखों का विरोध करने पर, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के देवता (भगवान) 'आर्यमन देव' ने विवाह को स्थिरता कराई थी।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का गहरा अर्थ/Deeper Meaning of Purva Phalguni Nakshatra:

बिस्तर कायाकल्प या विश्राम की एक जगह है, जिस पर आराम करने पर कई जटिल समस्याएं हल हो जाती हैं। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के लोग, नींद या सुप्तावस्था में कई जटिल समस्याओं का समाधान कर लेते हैं, इसलिए पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र समस्या-निवारण नक्षत्र है। इससे प्रभावित व्यक्ति, अपने कार्यों के प्रति अच्छी विचार प्रक्रियाओं द्वारा शोध में अच्छे हो सकते हैं। यह नक्षत्र एक खुशमिजाज प्रेमी और रोमांस का सितारा है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में प्रयुक्त सिद्धांत/A Theory To Be Applied On Purva Phalguni Nakshatra:

आगे के पैर वाले पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और पिछले पैर वाले उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के अशुभ प्रभावों के कारण  चारपाई, पलंग या सोफे के पायों में (दरार या असमान) दोष हो सकता है। 

इस समानता का प्रयोग कैसे करें?/How to use that analogy:

इस नक्षत्र के अशुभ प्रभावों को, पलंग की समस्याओं में सुधार करके खत्म किया जा सकता है और चार्ट को  संपूर्ण सकारात्मकता दी जा सकती है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के देवता/Deity of Purva Phalguni Nakshatra:

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र/Purva Phalguni Nakshatra के देवता भग (विभक्तर) को  विभाजन के रूप में भी जाना जाता है। इस आधार पर कह सकते हैं-

1.यह विरासत और उत्तराधिकार से संबंधित है। 

2.भग, मिलन के असीमित उदारशील सहायक हैं।

3.'भग' आनुवंशिकता संबंधित असीमित ज्ञान देने के साथ ही, अलगाव भी दे सकता है, क्योंकि इस नक्षत्र का    लक्षण है कि यह घटनाओं के संबंध में धीरे-धीरे विभाजन कराने में विश्वास करता है। 

4.इस नक्षत्र के जातक, प्रेम और दानशीलता के द्वारा  मानवता को प्रसन्नता प्रदान करते हैं।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र उग्र या क्रूर नक्षत्र है/Purva Phalguni Nakshatra is an Ugra or fierce Nakshatra

• इस नक्षत्र से लाल रंग का संबंध होने के कारण, भारत में विवाह के समय साड़ियां आमतौर पर लाल रंग की होती है।

• लाल रंग प्रजनन क्षमता का भी प्रतीक है।

• धरती की मिट्टी भी लाल रंग की होती है जो उर्वर होती है।

• यह नक्षत्र शिवलिंग से भी संबंधित है।

• जीवन में अच्छा भाग्य और प्रसन्नता पाने के लिए 'भग' को शांत करना चाहिए।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के लक्षण/Characteristics of Purva Phalguni Nakshatra:

१. इस नक्षत्र के जातक अत्यधिक भौतिकवादी होते हैं।

२. यह एक रक्षा करने वाला नक्षत्र है।

३. इस नक्षत्र/Nakshatra से संबंधित जीव एक मादा चूहा है, जबकि मघा नक्षत्र से संबंधित जीव नर चूहा होता है। इसलिए  पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और मघा नक्षत्र दोनों प्राकृतिक जोड़ीदार हैं।

एक महत्वपूर्ण सादृश्यता/An Important Analogy:

इस नक्षत्र से संबंधित वृक्ष पलाश है। परिवार में दाम्पत्य दुख या दाम्पत्य जीवन में परेशानी होने पर, पलाश के पेड़ की छाल को घर में रखने से चमत्कार हो सकता है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र से जुड़ी पौराणिक कथा/ Mythology Associated with Purva Phalguni Nakshatra:

दक्ष यज्ञ वध/Daksha Yagna Badha:

दक्ष द्वारा भव्य यज्ञ में शिवजी को आमंत्रित नहीं करने पर भी, दक्ष की पुत्री और भगवान शिव की पत्नी सती,  बिना निमंत्रण के भी यज्ञ में जाती हैं। तब प्रजापति दक्ष सती को अपमानित करते हैं और शिव को निर्वासित बताते हैं। परिणामस्वरूप, सती क्रोध में आ जाती हैं और अग्नि में कूद जाती हैं। शिवजी इस बात का पता चलने पर, अपने बालों की दो लट तोड़ते हैं जिससे वीरभद्र और महाकाली का जन्म होता है। वे दोनों यज्ञ में जाकर तोड़-फोड़ करके, देवताओं को मारने लगते  हैं जिसमें 'भग' अपनी आँखें, 'सवितुर' अपने हाथ और 'पुष्य' अपने दांत खो देते हैं।

इस समानता का प्रयोग कैसे करें/How to use this analogy:

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के जातकों का नजरिया   समस्यात्मक हो सकता है।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के मूल विषय/Themes of Purva Phalguni Nakshatra:

इस नक्षत्र में जन्मे लोगों में निम्नलिखित मूल विषय हो सकते हैं-

• नेत्रहीन और ख़राब दृष्टि।

• अच्छी संतान और अच्छे माता-पिता।  

• कामुक उत्तेजनाओं के इच्छुक।

• आदरयुक्त व्यवहार और सनकीपन।

• बड़ी विरासत, उत्तराधिकार और संपत्तियां।

• समाजसेवी।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे कुछ प्रसिद्ध हस्तियां/ Some famous personalities born in Purva Phalguni Nakshatra

उपरोक्त लक्षणों ने कुछ लोगों को अपने व्यावसायिक क्षेत्रों में विश्व प्रसिद्ध बना दिया है। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं - 

पी. टी. उषा (पद्म श्री पुरस्कार विजेता भारतीय एथलीट), गुलज़ार (प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता और गीतकार), जॉन एफ कैनेडी, दिलीप कुमार (भारतीय बॉलीवुड किंवदंती), राजीव गांधी आदि।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र की नाड़ियों के अनुसार सक्रियता/ Activation of Purva Phalguni Nakshatra as Per Nadis:

नाड़ियों के अनुसार, यह नक्षत्र अलग-अलग उम्र में स्वयं या अन्य ग्रहों और भावों को सक्रिय करता है जो इस प्रकार हैं:

१. सबसे पहले, यह 24 साल की उम्र में सक्रिय होता है।

२. उसके बाद, 29 साल की उम्र में भी सक्रिय होता है।

३. इस नक्षत्र की तीसरी सक्रियता 37 वर्ष की आयु में होती है।

सक्रियता से तात्पर्य यह है कि जो ग्रह इस नक्षत्र में स्थित है, वह उपयुक्त आयु में सक्रिय हो जाते हैं।

पाठकों के लिए सुझाव है कि अधिक से अधिक चार्टों में उपरोक्त समानताओं का यथासंभव उपयोग और इन उपमाओं को लागू करने के बाद ही न्यायिक निर्णय पर पहुंचना चाहिए।

वैदिक ज्योतिष/ Vedic astrology के अनुसार, किसी बिजनेस का नामकरण और बच्चे का नामकरण करने में नक्षत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ज्योतिष/ astrology में 27 नक्षत्र होते हैं। अन्य 26 नक्षत्रों की समान अंतर्दृष्टि के बारे में पढ़ने के लिए ज्योतिष में सभी नक्षत्रों पर क्लिक करें।

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