मुख्य पृष्ठ नक्षत्र पुनर्वसु नक्षत्र

प्रीमियम उत्पाद

पुनर्वसु नक्षत्र ज्योतिष - स्त्री और पुरुष के लक्षण

वैदिक ज्योतिष के 27 नक्षत्रों में से सातवें नक्षत्र पुनर्वसु को "पुनरावृत्तिया "प्रकाश की वापसीके रूप में भी जाना जाता है। बृहस्पति द्वारा शासित और तरकश के प्रतीक वाला यह नक्षत्र 20° मिथुन राशि से 3.20° कर्क राशि तक फैला हुआ है। समृद्धिसफलता और नवीनीकरण लाने वाले इस नक्षत्र को एक लाभकारी नक्षत्र माना जाता है। वैदिक ज्योतिष मेंनक्षत्रों को व्यक्ति के व्यक्तित्वशक्तियोंकमजोरियों और जीवन की घटनाओं को निर्धारित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। जन्मकुंडली में पुनर्वसु नक्षत्र का स्थितिजीवन और भाग्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकती है।

Click here to read "Punarvasu Nakshatra in English"

इस नक्षत्र से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिएऑनलाइन ज्योतिषियों के परामर्श से कुंडली रीडिंगज्योतिष परामर्श और व्यक्तिगत भविष्यवाणियां जैसी ऑनलाइन सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं जो जीवन संबंधी ‌अंतर्दृष्टि से अवगत कराकर निर्णय लेने में मदद कर सकती हैं।

वैदिक ज्योतिष में ज्ञानसमृद्धि और सफलता से संबंधित नक्षत्र के शासक बृहस्पति को एक लाभकारी ग्रह माना जाता है जिसका प्रभावइस नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए सफलता और सौभाग्य लाता है।

 

वैदिक ज्योतिष मेंजन्मकुंडली का प्रयोग व्यक्ति के व्यक्तित्वताकतकमजोरियों और जीवन की घटनाओं को निर्धारित करने के लिए किया जाता है जिसमें इस नक्षत्र की मौजूदगीव्यक्ति के जीवन और भाग्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा के इस नक्षत्र में स्थित होने परपुनर्वसु को उसका जन्म नक्षत्र कहा जाता है।

कुल मिलाकरवैदिक ज्योतिष में नवीनीकरणसमृद्धि और ज्ञान से संबंधित यह एक महत्वपूर्ण नक्षत्र है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बुद्धिमानरचनात्मकअनुकूल और आध्यात्मिक लोगों के लिए संचारमीडियाशिक्षा और कला जैसे क्षेत्र करियर के लिए उपयुक्त होते हैं तथा ये लोग निष्ठावान और प्रतिबद्ध जीवनसाथी होते हैं। इस नक्षत्र पर बृहस्पति का प्रभाव सौभाग्य और ज्ञान लाता है जो आध्यात्मिक विकास और सांसारिक समझ प्रदान करता है।

पुनर्वसु नक्षत्र के पदPunarvasu Nakshatra Padas

यह नक्षत्र चार चरणों में विभाजित है जिनमें से प्रत्येक की अपनी अलग विशेषताएं हैं:

  • प्रथम पद: मंगल द्वारा शासित मेष नवांश में आने वाला पहला पद उग्र ऊर्जाशक्ति और उत्साह प्रदान करता है जो इस नक्षत्र के पहले चरण कोअत्यंत प्रभावशाली और परिवर्तनकारी समय बनाता है।

  • दूसरा पद: शुक्र द्वारा शासित वृषभ नवांश में आने वाला दूसरे चरण के प्रभाव में जन्म लेने वालों मेंमजबूत अंतर्ज्ञान और रचनात्मकता की भावना होती है जिससे वे अपनी इस ऊर्जा का प्रयोग करकेजीवन में प्रचुरता और सफलता प्राप्त कर पाते हैं।

  • तीसरा पद: बुध द्वारा शासित मिथुन नवमांश में आने वाला तीसरा चरण धनप्रसिद्धि और अधिकार के रूप में अच्छी सफलता प्रदान करता है। इस चरण में जन्मे लोग महत्वाकांक्षीदृढ़निश्चयी होने के साथ हीलक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रेरित रहते हैं।

  • चौथा पद: चंद्रमा द्वारा शासित कर्क नवांश में आने वाले चौथे पद परचंद्रमा का प्रभाव संवेदनशीलता और भावुकता के साथ-साथ पोषण और देखभाल करने वाला स्वभाव प्रदान करता है।

 

वैदिक ज्योतिष में पुनर्वसु नक्षत्र की विशेषताएंPunarvasu Nakshatra Characteristics in Vedic Astrology

इस नक्षत्र में जन्मे मिलनसार और अस्थिर स्वभाव वाले व्यक्ति बुद्धिमानरचनात्मक और अनुकूलनीय होते हैं जिससे ये विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं। आध्यात्मिक माने जाने वाले इन लोगों मेंजीवन के समस्त पहलुओं का ज्ञान और समझ पाने की प्रवृत्ति होती है।

पुनर्वसु नक्षत्र की वाले पुरुषों की विशेषताएं/ Characteristics of Male Punarvasu Nakshatra

इस नक्षत्र वाले पुरुष बुद्धिमानरचनात्मक और अनुकूलनीय माने जाते हैं। वे अच्छे संचारक होते हैं और उनका स्वभाव बहुमुखी होता हैजो उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सफल बनाता है। उन्हें आध्यात्मिक भी कहा जाता है और वे जीवन के सभी पहलुओं का ज्ञान और समझ पाने की प्रवृत्ति रखते हैं।

पुनर्वसु नक्षत्र वाली महिलाओं की विशेषताएं/ Characteristics of Female Punarvasu Nakshatra

इस नक्षत्र के अंतर्गत जन्मीं महिलाएं बुद्धिमानरचनात्मक और अनुकूलनीय मानी जाती हैं। अस्थिर स्वभाव वाली ये महिलाएंअच्छी संचारक होती हैं जो इन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सफल बनाता है। इसके अलावापरिवारवाद और सामाजिकता की मजबूत भावना रखने वाली ये महिलाएंपालन-पोषण और देखभाल करने वाली भी होती हैं।

 

पुनर्वसु नक्षत्र संबंधी करियर/ Punarvasu Nakshatra Career

यह नक्षत्रबुद्धिमान और रचनात्मक इन लोगों को संचारमीडियाशिक्षा और कला संबंधी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त बनाता है।

1. रचनात्मक स्वभाव वाले इन लोगों में कलाडिजाइन और संगीत की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है जो इनके लिए सर्वाधिक लोकप्रिय करियर रहता है। 

2. इसके अलावा इन्हें मीडियाफैशन और मनोरंजन उद्योगों में भी सफलता प्राप्त हो सकती है।

3. समस्याओं का अमूल्य रचनात्मक समाधान करने का कौशल होने के साथ हीअपने रणनीतिक दृष्टिकोण के चलते ये बिजनेस के क्षेत्र में भी ऊंचाइयां प्राप्त कर सकते हैं। 

4. लक्ष्यों के प्रति अति महत्वाकांक्षी इस नक्षत्र वालों कीप्रवाह और प्रचलन को पहचानने का विश्लेषणात्मक कौशल और अच्छा निवेश करने में क्षमताफाइनेंस जगत में भी सफलता दिलाती है। 

5. इसके अलावासंख्याओं और अंकों की गणना करने की स्वाभाविक योग्यताइन्हें लेखांकन संबंधी क्षेत्रों के लिए भी सफल बनाती है।  

6. जटिल विषयों को समझने और समझाने की सहज योग्यता के कारणशिक्षा के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त हो सकती है। 

7. गहन विस्तारवादी दृष्टिकोण और निष्पक्ष रूप से सोचने की क्षमता के कारणये व्यक्ति अनुसंधान संबंधी क्षेत्रों में भी सफल हो सकते हैं। 

 

पुनर्वसु नक्षत्र की अनुकूलता/ Punarvasu Nakshatra Compatibility

इस नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए अश्विनीमृगशीर्षपुष्यहस्तचित्राअनुराधाउत्तराषाढ़ा और रेवती नक्षत्रों/Rewati Nakshatra में जन्म लेने वाले व्यक्ति अनुकूल रहते हैं क्योंकि ये अपने समान गुणों और मूल्यों को साझा करते हैं जो इन्हें संबंधों की साझेदारी के लिए उपयुक्त बनाता है।

 

पुनर्वसु नक्षत्र विवाह/ Punarvasu Nakshatra Marriage

आध्यात्मिक और जीवन के सभी पहलुओं में ज्ञान की तलाश करने वाले इस नक्षत्र के व्यक्तिपरिवार और समाज को महत्व देने वाले होने के कारणविवाह के लिए निष्ठावान और प्रतिबद्ध साथी होते हैं। साथ हीअपने पालन-पोषण और देखभाल करने वाले स्वभाव के चलतेये प्रेम और मदद करने वाले जीवनसाथी होते हैं।

 

पुनर्वसु नक्षत्र लव लाइफ/ Punarvasu Nakshatra Love Life

इनकी बुद्धिमत्ता और रचनात्मकतासंभावित भागीदारों को आकर्षित करती है। अच्छे संचारक इन लोगों का चंचल स्वभावइन्हें रिश्तों में सफल बनाता है। परिवार और समाज को महत्व देने वाले ये व्यक्तिनिष्ठावान और प्रतिबद्ध जीवनसाथी होते हैं।

 

पुनर्वसु नक्षत्र वैवाहिक जीवन/ Punarvasu Nakshatra Married Life

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले निष्ठावान और प्रतिबद्ध साथी होते हैं जो परिवार और समाज को महत्व देने के साथ हीजीवनसाथी का भरण-पोषण और देखभाल करते हैं। अपनी आध्यात्मिक प्रवृत्ति के चलतेये अपने जीवनसाथी के व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास में सहयोग करने वाले होते हैं।

 

पुनर्वसु नक्षत्र संबंधी भविष्यवाणियां/ Punarvasu Nakshatra Prediction

समृद्धिसफलता और नवीनीकरण वाले इस लाभकारी नक्षत्र पर बृहस्पति का प्रभाव सौभाग्यज्ञान और आध्यात्मिक उन्नति का कारण बनता है जो इस नक्षत्र में जन्म लेने वालों को बुद्धिमानरचनात्मक और अनुकूलनीय बनाता है।

  • इस नक्षत्र में जन्मे दयालुसज्जन और उदार लोगों में,  न्याय और निष्पक्षता की मजबूत भावना होती है जो आमतौर परइन्हें व्यावसायिक और व्यक्तिगत कार्यों में  सफलता दिलाती है।

  • स्वास्थ्य की दृष्टि सेइस नक्षत्र वाले लोग आमतौर पर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहते हैं लेकिनइन्हें अपने समग्र स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता हो सकती है। साथ हीइन्हें अपने नियमित आहार और व्यायाम परअतिरिक्त सावधानी बरतने की भी सलाह दी जाती है।

  • आर्थिक दृष्टि सेये लोग धन प्रबंधन की अच्छी समझ के चलतेअक्सर ठोस आर्थिक निर्णय लेने की क्षमता ‌ रखते हैं। अतःअपने उचित निर्णयों के कारण वित्तीय मामलों में अत्यधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

  • अपने संबंधों में ये व्यक्तिअपने पार्टनर के प्रति अत्यंत वफादार और समर्पित होते हैं और अपनी प्रतिबद्धताओं को गंभीरता से लेते हैं और अपने प्रियजनों के सहयोगी रहते हैं।

यह नक्षत्रनई शुरुआत करने और अतीत को ठीक करने के लिए एक अच्छा समय होता है। अतःइस नक्षत्र में जन्मे लोगसफलता और समृद्धि से परिपूर्ण उज्ज्वल भविष्य की आशा कर सकते हैं।

 

पुनर्वसु नक्षत्र संबंधी ज्योतिष भविष्यवाणियां/ Punarvasu Nakshatra Astrology Predictions

इस नक्षत्र वाले व्यक्तियों के लिएएक समृद्ध और सफल जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। उन्हें अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में विकास और नवीनीकरण का अनुभव होने की संभावना है। पुनर्वसु नक्षत्र पर बृहस्पति का प्रभाव सौभाग्य और ज्ञान प्रदान कर सकता है जिससे आध्यात्मिक विकास और सांसारिक समझ में वृद्धि हो सकती है।

 

पुनर्वसु नक्षत्र संबंधी उपाय/ Remedies for Punarvasu Nakshatra

इस नक्षत्र केजीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए निम्न उपाय करने से लाभ होता है-

• पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें।

• मंदिर में सफेद फूलचावल और दही का दान करें।

• दाहिने हाथ में चांदी का कड़ा या छल्ला धारण करें।

• प्रतिदिन 108 बार "ॐ नमः शिवायमंत्र का जाप करें।

• प्रत्येक सोमवार को घी और कपूर का दीपक जलाएं।

•‌ मांसाहारी भोजन से परहेज करें। 

• प्रतिदिन सुबह विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।

• अमावस्या के दिन सफेद वस्त्रदालों और मिठाई का दान करें।

• गुरुवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करें।

• बुधवार और शनिवार को भूखे लोगों को भोजन कराएं।

• एक पौधा लगाकक उसकी देखभाल करें।

• गरीबों को अन्न और वस्त्र का दान करें।

पुनर्वसु नक्षत्र संबंधी तथ्य/ Facts of Punarvasu Nakshatra

  • यह नक्षत्र नवीनीकरणसमृद्धि और ज्ञान से संबंध रखता है।

  • यह 20° मिथुन से 3. 20° कर्क राशि तक फैला हुआ है।

  • देवताओं की माता अदिति इस नक्षत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं।

  • विकास और ज्ञान का ग्रह बृहस्पति इस नक्षत्र का स्वामी है।

  • इसका पशु प्रतीक बिल्लीअनुकूलता और साधन संपन्नता का प्रतिनिधित्व करती है।

  • इस नक्षत्र वालों की पहली प्राथमिकता धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन है।

  • यह नक्षत्र सत्त्व या पवित्र गुणों से संबंधित है।

  • आयुर्वेदिक वात तत्व से संबंधित यह नक्षत्र दुबले और चुस्त शरीर को दर्शाता है।

  • इस नक्षत्र का शुभ रंग पीला है जो ज्ञान और विवेक से संबंध रखता है।

  • इसका अनुकूल रत्न पुखराज है जो सौभाग्य और ज्ञान प्रदान करता है।

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्मीं कुछ प्रसिद्ध हस्तियां/ Some famous personalities born under the Punarvasu Nakshatra

  • भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था।

  • भारतीय आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ़ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री श्री रविशंकर का जन्म इस नक्षत्र में हुआ था।

  • अरबपति उद्यमी और स्पेसऔर टेस्ला के संस्थापक एलोन मस्क का जन्म भी इसी नक्षत्र में हुआ था।

  • भारतीय क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच अनिल कुंबले का जन्म इस नक्षत्र में हुआ था।

इसके साथ हीआप करियर ज्योतिषविवाह संबंधी भविष्यवाणीव्यापार ज्योतिष और कर्म सुधार के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

ज्योतिष रहस्य