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जन्मतिथि के अनुसार तलाक के कारण और समाधान | Divorce prediction as per birth date

तलाक और अलगाव

नमस्कार! यदि आप इसे पेज को पढ़ रहे हैं तो हो सकता है कि आपके विवाह में कोई समस्या आ रही हो। यदि आप अपने विवाह में आ रही समस्या के समाधान की खोज में यहां तक आए हैं तो आपको आपके सभी प्रश्नों का उत्तर यहां से मिल जाएगा।

किसी भी विवाह में सबसे डरावनी स्थिति तलाक होती है। तलाक जैसी गंभीर समस्या से निपटने में ज्योतिष कारगर साबित हो सकता है और पिछले कुछ समय से कारगर साबित होते आया है। लेकिन कुछ भी जानने से पहले आपको तलाक कैलकुलेटर/Astrology Divorce calculator का उपयोग करना चाहिए जो आपकी जन्म तिथि के अनुसार आपके तलाक की स्थिति का पता लगा सकता है, वह भी बिना धन राशि खर्च किए।

तलाक की संभावना के लिए कैलकुलेटर

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उपरोक्त ज्योतिषीय तलाक कैलकुलेटर/Astrology Divorce calculator का उपयोग करके आपको जो भी परिणाम मिले होंगे, वह मात्र एक संकेतक है, जिसके बाद आपको अपने परिणाम की पुष्टी के लिए एक ज्ञानी ज्योतिषी से जरूर मिलना चाहिए।

जो भी परिणाम आपको मिले होंगे, यहां आपको ज्योतिष के माध्यम से तलाक की समस्या का निश्चित समाधान मिलना तय है। आइए आपको बताते हैं कि ज्योतिष में तलाक की भविष्यवाणी/divorce prediction astrology क्या बताती है:

उपरोक्त ज्योतिषीय तलाक कैलकुलेटर/Astrology Divorce calculator का उपयोग करके आपको जो भी परिणाम मिले होंगे, वह मात्र एक संकेतक है, जिसके बाद आपको अपने परिणाम की पुष्टी के लिए एक ज्ञानी ज्योतिषी से जरूर मिलना चाहिए।

जो भी परिणाम आपको मिले होंगे, यहां आपको ज्योतिष के माध्यम से तलाक की समस्या का निश्चित समाधान मिलना तय है। आइए आपको बताते हैं कि ज्योतिष में तलाक की भविष्यवाणी/divorce prediction astrology क्या बताती है:

  • वैदिक ज्योतिष/Vedic Astrology, कुंडली में तलाक की भविष्यवाणी करने में सक्षम है।
  • अगर कुंडली में तलाक का योग है तो ज्योतिष उसका समय बता सकता है।
  • व्यक्ति की कुंडली में तलाक के  योग होने पर ही ज्योतिष परिस्थिति को आपके अनुकूल करने में सहायता कर सकते हैं या उस समय आपके लिए क्या उत्तम है इसका सुझाव दे सकते हैं।
  • ज्योतिष द्वारा तलाक की समस्या का समाधान आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। इसकी सहायता से तलाक को भी टाला जा सकता है और आपके विवाह को भी बचाया जा सकता है।

इसलिए, जिन लोगों के विवाह में जो भी समस्याएं आ रही हैं और वह या तो तलाक जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं या फिर अदालत के चक्कर काट रहे हैं। ऐसे सभी लोगों को अपनी कुंडली में तलाक की संभावनाओं को जानने के लिए ज्योतिष की सहायता लेनी चाहिए।

इससे उन्हें ज्योतिष द्वारा तलाक की समस्या का सही समाधान निकालने में मदद मिलेगी|

ज्योतिष के अनुसार तलाक के कारण/Reasons for divorce as per Astrology

क्या आपने विवाह करने का निर्णय अपने और अपने साथी की कुंडली के मिलान के बाद लिया था। यदि लिया होता तो इस बात की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती कि आप इस लेख तक कभी नहीं आते। यदि आप यहां आ गए हैं और आपने ज्योतिषीय तलाक कैलकुलेटर/astrology divorce calculator का प्रयोग किया है तो आपको ज्योतिष में तलाक के कारणों/ Astrological reasons for Divorce का भी पता चल गया होगा। उनमें से कुछ को नीचे बताया गया है।

  • पीड़ित सप्तम भाव/ Blemished 7th house : जब सातवां भाव या उसके स्वामी/Seventh house or seventh house lord पर पीडित ग्रहों पर नकारात्मक प्रभाव पड़े तो सप्तम भाव दोषपूर्ण हो जाता है। यदि किसी सकारात्मक ग्रह का प्रभाव इस नकारात्मक योग को प्रभावित ना करे तो यह स्थायी अलगाव का कारण बन सकता है। यह ज्योतिष में तलाक के संकेतों में से एक है।
  • कलंकित चतुर्थ भाव/ Tarnished 4th house: यदि चतुर्थ भाव या उसके स्वामी पर अशुभ प्रभाव हो तो आपका रिश्ता संकट में आ सकता है। इस योग में किसी भी शुभ प्रभाव की कमी से स्थिति और बिगड़ सकती है। इस योग को ज्योतिष में तलाक का योग कहा जाता है।
  • पीड़ित दूसरा भाव/ Malefic 2nd house: पीड़ित दूसरा भाव तलाक का संकेत देता है। 
  • केपी ज्योतिष/ KP astrology के अनुसार कुंडली में तलाक के योग का अध्ययन करने के लिए पहले/First house, छठे/Sixth house, दसवें/ tenth House, आठवें/eighth house और बारहवें भाव/twelfth house की जांच की जानी चाहिए।
  • दोषपूर्ण बारहवां भाव/ Blemished twelfth house: बारहवें भाव पर तब प्रभाव पड़ता है जब भाव या उसके स्वामी पर पीड़ित ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव पड़े। यह गंभीर शारीरिक या यौन सुख की समस्या का कारण बन सकता है। यदि कोई सकारात्मक प्रभाव इस योग के संपर्क में नहीं है, तो आपकी कुंडली में तलाक का योग/Divorce yoga बनता है।
  • शुक्र कारक की शत्रुतापूर्ण स्थिति/ Hostile placement of the Karaka Venus: शुक्र सातवें भाव का कारक या कर्ता है; यदि यह नकारात्मक रूप से सातवें, आठवें, बारहवें, दूसरे या छठे भाव में सकारात्मक प्रभाव के बिना स्थित है, तो वैवाहिक जीवन प्रभावित रहती है, जिससे अलगाव की स्थिति बन सकती है। इस संयोग को कुंडली में तलाक योग कहा जा सकता है।
  • बृहस्पति कारक की शत्रुतापूर्ण स्थिति/ Hostile placement of the Karaka Jupiter: बृहस्पति सातवें भाव का कारक है। एक अच्छा ग्रह योग विवाह की लंबी उम्र की गारंटी देता है। यदि इसका संबंध सातवें, आठवें, बारहवें या छठे भाव में नकारात्मक रूप से हो, तो वैवाहिक जीवन प्रभावित रहती है, जिससे अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कुंडली में यह तलाक के योग को दर्शाता है।

यह कुछ ज्योतिषीय संकेत हैं जिसे आपकी कुंडली में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। लेकिन आपकी कुंडली/Birth chart में तलाक के विश्लेषण के लिए लग्न चार्ट के साथ नक्षत्र, डी-9 (नवांश), डी -7 (सप्तांश चार्ट), डी -30 (त्रिमांश चार्ट) और डी -60 (शास्टंसा चार्ट) के आंकलन की आवश्यकता होती है|

ज्योतिष के अनुसार तलाक के कारण/Reasons for divorce as per Astrology

क्या आपने विवाह करने का निर्णय अपने और अपने साथी की कुंडली के मिलान के बाद लिया था। यदि लिया होता तो इस बात की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती कि आप इस लेख तक कभी नहीं आते। यदि आप यहां आ गए हैं और आपने ज्योतिषीय तलाक कैलकुलेटर/astrology divorce calculator का प्रयोग किया है तो आपको ज्योतिष में तलाक के कारणों/ Astrological reasons for Divorce का भी पता चल गया होगा। उनमें से कुछ को नीचे बताया गया है।

  • पीड़ित सप्तम भाव/ Blemished 7th house : जब सातवां भाव या उसके स्वामी/Seventh house or seventh house lord पर पीडित ग्रहों पर नकारात्मक प्रभाव पड़े तो सप्तम भाव दोषपूर्ण हो जाता है। यदि किसी सकारात्मक ग्रह का प्रभाव इस नकारात्मक योग को प्रभावित ना करे तो यह स्थायी अलगाव का कारण बन सकता है। यह ज्योतिष में तलाक के संकेतों में से एक है।
  • कलंकित चतुर्थ भाव/ Tarnished 4th house: यदि चतुर्थ भाव या उसके स्वामी पर अशुभ प्रभाव हो तो आपका रिश्ता संकट में आ सकता है। इस योग में किसी भी शुभ प्रभाव की कमी से स्थिति और बिगड़ सकती है। इस योग को ज्योतिष में तलाक का योग कहा जाता है।
  • पीड़ित दूसरा भाव/ Malefic 2nd house: पीड़ित दूसरा भाव तलाक का संकेत देता है। 
  • केपी ज्योतिष/ KP astrology के अनुसार कुंडली में तलाक के योग का अध्ययन करने के लिए पहले/First house, छठे/Sixth house, दसवें/ tenth House, आठवें/eighth house और बारहवें भाव/twelfth house की जांच की जानी चाहिए।
  • दोषपूर्ण बारहवां भाव/ Blemished twelfth house: बारहवें भाव पर तब प्रभाव पड़ता है जब भाव या उसके स्वामी पर पीड़ित ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव पड़े। यह गंभीर शारीरिक या यौन सुख की समस्या का कारण बन सकता है। यदि कोई सकारात्मक प्रभाव इस योग के संपर्क में नहीं है, तो आपकी कुंडली में तलाक का योग/Divorce yoga बनता है।
  • शुक्र कारक की शत्रुतापूर्ण स्थिति/ Hostile placement of the Karaka Venus: शुक्र सातवें भाव का कारक या कर्ता है; यदि यह नकारात्मक रूप से सातवें, आठवें, बारहवें, दूसरे या छठे भाव में सकारात्मक प्रभाव के बिना स्थित है, तो वैवाहिक जीवन प्रभावित रहती है, जिससे अलगाव की स्थिति बन सकती है। इस संयोग को कुंडली में तलाक योग कहा जा सकता है।
  • बृहस्पति कारक की शत्रुतापूर्ण स्थिति/ Hostile placement of the Karaka Jupiter: बृहस्पति सातवें भाव का कारक है। एक अच्छा ग्रह योग विवाह की लंबी उम्र की गारंटी देता है। यदि इसका संबंध सातवें, आठवें, बारहवें या छठे भाव में नकारात्मक रूप से हो, तो वैवाहिक जीवन प्रभावित रहती है, जिससे अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कुंडली में यह तलाक के योग को दर्शाता है।

यह कुछ ज्योतिषीय संकेत हैं जिसे आपकी कुंडली में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। लेकिन आपकी कुंडली/Birth chart में तलाक के विश्लेषण के लिए लग्न चार्ट के साथ नक्षत्र, डी-9 (नवांश), डी -7 (सप्तांश चार्ट), डी -30 (त्रिमांश चार्ट) और डी -60 (शास्टंसा चार्ट) के आंकलन की आवश्यकता होती है|

तलाक के वह कारण जिन्हें कुंडली से पढ़े जा सकता है/ Reasons of Divorce that can be read from the horoscope or kundali

ज्योतिष में तलाक के कारण/ divorce prediction astrology reasons इस विषय में बहुत सहायक हो सकते हैं। ज्योतिष के माध्यम से तलाक के कारणों का पता कभी भी लगाया जा सकता है। विवाह से पूर्व या पश्चात कभी भी आप अपने विवाह में आने वाली समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। इसका मतलब यह है कि आप ज्योतिष की सहायता से या तो अपने विश्वास को मजबूत कर सकते हैं या फिर अपने साथी के बारे में गलत धारणा से बाहर निकल सकते हैं। तलाक के कुछ महत्वपूर्ण कारण नीचे दिए गए हैं:

बेवफाई/infidelity: बेवफाई, अलगाव या तलाक का सबसे सामान्य कारण है। ध्यान देने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कुंडली का मिलान करते समय बेवफाई के विषय पर अवश्य विचार किया जाना चाहिए। इसे आप जब चाहें अपनी कुंडली में देख सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपका साथी आपके सिवाए किसी और के साथ संबंध में है और आप इस कारण अपना रिश्ता खत्म कर रहे हैं, तो आप किसी ज्ञानी ज्योतिषी से मिल कर अपने संदेह को खत्म कर हकीकत को जान लेना चाहिए। एक उग्र मंगल, दोषयुक्त शुक्र को विवाह के बाद दूसरे व्यक्ति के साथ संबंध के लिए जिम्मेदार हो सकता है। एक दोषपूर्ण ग्यारहवां भाव भी इसका कारण बन सकता है।

घरेलू हिंसा या क्रूरता – घरेलू हिंसा या क्रूरता तलाक का एक और बड़ा कारण है, जिसे आपकी कुंडली से देखा जा सकता है। आपकी कुंडली से देखकर इस बात का भी आसानी से पता लगाया जा सकता है कि आपका होने वाला जीवन साथी आपके साथ घरेलू हिंसा या क्रूरता करेगा या नहीं। चंद्रमा को प्रभावित करने वाला एक दोषपूर्ण शनि इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। जन्म कुंडली/Natal chart में मंगल, दोषयुक्त शनि के साथ क्रूरता का संकेत दे सकता है।

तलाक के वह कारण जिन्हें कुंडली से पढ़े जा सकता है/ Reasons of Divorce that can be read from the horoscope or kundali

ज्योतिष में तलाक के कारण/ divorce prediction astrology reasons इस विषय में बहुत सहायक हो सकते हैं। ज्योतिष के माध्यम से तलाक के कारणों का पता कभी भी लगाया जा सकता है। विवाह से पूर्व या पश्चात कभी भी आप अपने विवाह में आने वाली समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। इसका मतलब यह है कि आप ज्योतिष की सहायता से या तो अपने विश्वास को मजबूत कर सकते हैं या फिर अपने साथी के बारे में गलत धारणा से बाहर निकल सकते हैं। तलाक के कुछ महत्वपूर्ण कारण नीचे दिए गए हैं:

बेवफाई/infidelity: बेवफाई, अलगाव या तलाक का सबसे सामान्य कारण है। ध्यान देने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कुंडली का मिलान करते समय बेवफाई के विषय पर अवश्य विचार किया जाना चाहिए। इसे आप जब चाहें अपनी कुंडली में देख सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपका साथी आपके सिवाए किसी और के साथ संबंध में है और आप इस कारण अपना रिश्ता खत्म कर रहे हैं, तो आप किसी ज्ञानी ज्योतिषी से मिल कर अपने संदेह को खत्म कर हकीकत को जान लेना चाहिए। एक उग्र मंगल, दोषयुक्त शुक्र को विवाह के बाद दूसरे व्यक्ति के साथ संबंध के लिए जिम्मेदार हो सकता है। एक दोषपूर्ण ग्यारहवां भाव भी इसका कारण बन सकता है।

घरेलू हिंसा या क्रूरता – घरेलू हिंसा या क्रूरता तलाक का एक और बड़ा कारण है, जिसे आपकी कुंडली से देखा जा सकता है। आपकी कुंडली से देखकर इस बात का भी आसानी से पता लगाया जा सकता है कि आपका होने वाला जीवन साथी आपके साथ घरेलू हिंसा या क्रूरता करेगा या नहीं। चंद्रमा को प्रभावित करने वाला एक दोषपूर्ण शनि इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। जन्म कुंडली/Natal chart में मंगल, दोषयुक्त शनि के साथ क्रूरता का संकेत दे सकता है।

मानसिक प्रताड़ना : विवाह में मानसिक प्रताडना का मामले अकसर आते रहते हैं। दहेज के नाम पर मानसिक तौर पर प्रताड़ित करना इनमे से सबसे मुख्य कारण है और इसके चलते मानसिक स्वास्थ्य में समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस अनूठी समस्या को जन्म कुंडली से देखा जा सकता है। आपकी कुंडली में ग्रहों के योग को समझना होगा और इसके अनुसार आपको किसी उपचार की आवश्यकता है तो उसे तुरंत करना होगा।

उपरोक्त कारणों के अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि पति या पत्नी द्वारा परित्याग, धर्म परिवर्तन, पागलपन, मानसिक विकार (सिज़ोफ्रेनिया), विषाणुजनित रोग आदि तलाक का कारण बन सकते हैं। उपरोक्त सभी कारणों से तलाक की ज्योतिषीय भविष्यवाणी/Divorce astrology prediction की जा सकती है और तलाक की समस्या का समाधान भी मिल सकता है। ज्योतिष में तलाक के समय का भी पता लगाया जा सकता है। यदि आपकी कुंडली में तलाक का योग है तो एक वैदिक ज्योतिषी आपकी कुंडली में तलाक का समय भी बता सकते हैं|

क्या ज्योतिष से तलाक को रोका जा सकता है?/ Can Astrology stop Divorce?

यदि आप तलाक को रोकना या इसे टालना चाहते हैं तो आप एक वैदिक ज्योतिषी के साथ विवाह के बाद के लिए एक परामर्श सत्र/Post marriage counseling बुक करा सकते हैं। वह ग्रहों की स्थिति को देखकर आपकी कुंडली में तलाक की संभावना का पता लगा सकते हैं। लेकिन कोई भी ज्योतिषी तलाक के बाद किसी व्यक्ति के जीवन के लाभ या नुकसान की व्याख्या नहीं कर सकता। जिसे ज्योतिष का ज्ञान नहीं है और वह ज्योतिषी होने का ढोंग रचाता है वह न तो वह इसका अनुमान लगा सकता है और न ही आपको इस विषय में कुछ भी समझा सकता है। यदि किसी भी कारणवश आप अदालत की कार्यवाही में फंस जाएं तो ऐसे ठगी करने वाले लोगों के अधूरे ज्ञान के कारण आपके कोर्ट केस जीतने की संभावना बहुत कम हो जाएगी और सभी उपाय आपके विरुद्ध कार्य करने लगंगे।आपकी इस समस्या का समाधान सिर्फ ज्योतिष में है और आपको इसका समाधान एक वैदिक ज्योतिषी/Vedic Astrologer or Karma Corrector ही दे सकता है।

क्या ज्योतिष से तलाक को रोका जा सकता है?/ Can Astrology stop Divorce?

यदि आप तलाक को रोकना या इसे टालना चाहते हैं तो आप एक वैदिक ज्योतिषी के साथ विवाह के बाद के लिए एक परामर्श सत्र/Post marriage counseling बुक करा सकते हैं। वह ग्रहों की स्थिति को देखकर आपकी कुंडली में तलाक की संभावना का पता लगा सकते हैं। लेकिन कोई भी ज्योतिषी तलाक के बाद किसी व्यक्ति के जीवन के लाभ या नुकसान की व्याख्या नहीं कर सकता। जिसे ज्योतिष का ज्ञान नहीं है और वह ज्योतिषी होने का ढोंग रचाता है वह न तो वह इसका अनुमान लगा सकता है और न ही आपको इस विषय में कुछ भी समझा सकता है। यदि किसी भी कारणवश आप अदालत की कार्यवाही में फंस जाएं तो ऐसे ठगी करने वाले लोगों के अधूरे ज्ञान के कारण आपके कोर्ट केस जीतने की संभावना बहुत कम हो जाएगी और सभी उपाय आपके विरुद्ध कार्य करने लगंगे।आपकी इस समस्या का समाधान सिर्फ ज्योतिष में है और आपको इसका समाधान एक वैदिक ज्योतिषी/Vedic Astrologer or Karma Corrector ही दे सकता है।

विवाह के बाद परामर्श किसी व्यक्ति के जीवन में तलाक/अलगाव से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आप दोनों के बीच समस्याओं के मुख्य कारणों की पहचान की जाती है, उस पर चर्चा की जाती है और उनमें से ज्यादातर कारणों को कम करने का प्रयास भी किया जाता है। यह प्रक्रिया एक व्यक्ति को अपने साथी से अलग होने से पहले और उसके बाद के जीवन की तुलना करने में मददगार साबित हो सकती है और व्यक्ति को एक गणनात्मक निर्णय लेने में मदद करती है। मैंने ऐसे सैकड़ों विवाह को होने से रोका है, जिनका तलाक होना लगभग तय था।

अदालत में तलाक के मुकदमे के जीतने की संभावना/ Your Chances in Court of Law

यदि बात कोर्ट तक पहुंच चुकी है तो इसका अर्थ है कि या तो आपने या फिर आपके साथी ने कोर्ट में केस दायर किया है। दोनों ही मामलों में आपकी कुंडली आपके जीतने की संभावना को बता सकती है। इस पूरे मामले में ज्योतिष की एक अहम भूमिका निभा सकता है जैसे:

  • ज्योतिष की सहायता से कोर्ट केस के नतीजे को जाना जा सकता है।

  • बच्चों की कस्टडी मिलने की संभावना को भी ज्योतिष से जाना जा सकता है।

  • ज्योतिष शास्त्र में तलाक के समय की गणना की जा सकती है।

  • संभावित लाभ और हानि के बारे में बताया जा सकता है।

  • निर्वाह निधि (Alimony) के संदर्भ में जीत की भविष्यवाणी की जा सकती है।

एक अनुभवी ज्योतिषी जिन्हे तलाक की समस्या/Husband-wife divroce problem के समाधान में विशेषज्ञता हासिल है, वह उपरोक्त सभी प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं|

तलाक के बाद का जीवन और अगले विवाह की संभावनाएं/ Life after divorce and next marriage prospects

वर्तमान समय में अब तलाक एक गंभीर समस्या बन कर उत्पन्न हो रही है। तलाक की समस्याओं के सारे समाधान आपको आपके विवाह संबंध को टूटने से नहीं बचा सकते और न ही विवाह के बाद एक सुखी जीवन जीने के गारंटी देते हैं। यह आपके लिए लाभकारी तभी साबित हो सकता है जब तलाक के बाद भी अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं।

आइए देखते है विनय बजरंगी जी तलाक और उससे जुडी समस्याओ के बारे में क्या कहते है।

तलाक के बाद का जीवन और अगले विवाह की संभावनाएं/ Life after divorce and next marriage prospects

वर्तमान समय में अब तलाक एक गंभीर समस्या बन कर उत्पन्न हो रही है। तलाक की समस्याओं के सारे समाधान आपको आपके विवाह संबंध को टूटने से नहीं बचा सकते और न ही विवाह के बाद एक सुखी जीवन जीने के गारंटी देते हैं। यह आपके लिए लाभकारी तभी साबित हो सकता है जब तलाक के बाद भी अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं।

आइए देखते है विनय बजरंगी जी तलाक और उससे जुडी समस्याओ के बारे में क्या कहते है।

यदि आप फिर से विवाह करना चाहते हैं, तो विवाह के बाद सफल वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के लिए कुंडली के विश्लेषण का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है और भविष्य में यह आपके लिए बेहद लाभकारी भी साबित हो सकता है। कृपया निम्नलिखित बातों का ध्यान अवश्य रखें:

  1. पहले विवाह से पूर्व आपने कंडली मिलान/matching of charts को महत्व नहीं दिया था। इस बार आपको सुनिश्चित करना होगा कि विवाह से पहले आप अपनी कुंडली का मिलान ज़रूर कराएं। ऐसा करना ज़रूरी इसलिए है क्योंकि तलाक का योग आपकी कुंडली में फिर से सक्रिय हो सकता है। यह आपको फिर से परेशान कर सकता है। ऐसा न होने दें।

  2. कुंडली में तलाक के योग के विश्लेषण के बाद वैवाहिक जीवन में सुधर होना संभव है। 

  3. ऊपर मौजूद तलाक कैलकुलेटर आपके लिए एक गाइड की तरह काम करता है। यह कैलकुलेटर आपके लिए निःशुल्क है। इसका अधिकतम लाभ उठाएं। इस कैलकुलेटर से जो भी परिणाम आएंगे उसे अंतिम परिणाम ना समझें क्योंकि यह सिर्फ एक संकेतक है।

  4. आपको अपने होने वाले जीवन साथी के बारे में भी पता होना चाहिए, जिससे ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो।

यदि आपकी कुंडली में तलाक का योग है तो आपको तलाक की स्थिति को टालने के लिए तुरंत उपाय करने होंगे क्योंकि पिछले जन्म के बुरे कर्म आपको इस जन्म में चैन से जीने नहीं देंगे और यदि इसका समाधान सही समय पर नहीं किया गया तो अगले जन्म तक यह आपके साथ रहेंगे और आपको परेशान करेंगे।

जीवन का आनंद लेने के लिए हर व्यक्ति विवाह करता है। दोनों जीवनसाथी की जन्म कुंडली/Birth chart में विवाह अनुकूलता कारकों की जाँच के बाद विवाह करना एक अच्छा निर्णय साबित हो सकता है।

लेकिन कभी-कभी जानबूझकर या अनजाने में पति-पत्नी में से कोई भी तलाक या अलगाव के लिए अपना कदम उठा सकता है। मैंने ऊपर समझाया है कि तलाक के अधिकांश कारणों को जन्म कुंडली/Natal chart से कैसे देखा जा सकता है। विवाह के बाद अलगाव या तलाक के ऐसे लक्षणों को आपकी कुंडली में विवाह के समय या उससे पहले देखे जाने पर तलाक की संभावना बहुत कम हो जाती है। लेकिन फिर भी अगर कोई विवाह के बाद तलाक के लिए पहुंचता है, तो उसे कानूनी लड़नी पड़ सकती है। वहाँ भी ज्योतिष आपको अपनी जन्म कुंडली से तलाक का केस जीतने की संभावनाओं को तटोलने में मदद कर सकता है। तलाक की संभावना की जांच के लिए अलग अलग ग्रहों के योग और भावों की स्थिति का सावधानीपूर्वक विश्लेषण आपको तलाक जैसे गंभीर समस्या से निकलने में मदद कर सकता है। आप सभी तलाक से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए मुझसे परामर्श कर सकते।

आप यह भी पढ़ सकते हैं कि ज्योतिष वैवाहिक जीवन की समस्याओं में आपकी मदद कैसे करता है?

देखिए कृतिका नक्षत्र में शुक्र किस प्रकार सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

आप यह भी पढ़ सकते हैं कि ज्योतिष शास्त्र किस प्रकार कोर्ट-कचहरी के मामलों में आपकी मदद करता है और जन्म तिथि के अनुसार दूसरे विवाह में सहायक साबित हो सकता है।

किसी विशेष मार्गदर्शन के लिए आप नीचे मौजूद तरीकों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं|

विशिष्ट मार्गदर्शन के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों से संपर्क साध सकते हैं:

पूछे जाने वाले प्रश्न

यह सच है कि जन्म कुंडली में तलाक के संकेत होते हैं। कुंडली में मंगल, राहु, शनि और सूर्य जैसे ग्रह विवाह विच्छेद या तलाक के लिए उत्तरदायी ग्रहों के रूप में कार्य करते हैं। विवाह और तलाक की भविष्यवाणी करते समय शुक्र और बृहस्पति की स्थिति पर विचार करना आवश्यक है। इसका विश्लेषण केवल एक योग्य ज्योतिषी ही कर सकता है, न की कोई और

एक वैवाहिक जोड़े के लिए तलाक या अलगाव कभी भी खुशी नहीं लेकर आता। यह सच है कि ज्योतिष आपको आपके जीवन में  तलाक और अलगाव की संभावनाओं से अवगत करा सकता है, और कभी-कभी अगर हम ज्योतिष संकेतों को समझ सकते हैं तो ज्योतिष तलाक/अलगाव से बचने में निश्चित रूप मदद कर सकता है। लेकिन, कभी-कभी यह स्वतंत्र इच्छा पर निर्भर होता है, और इसे केवल दोनों व्यक्तियों द्वारा खोए हुए आपसी सम्मान को विकसित करके ही टाला जा सकता है।

अलग होना या लाक लेना निश्चित रूप से वैवाहिक जीवन की समस्याओं का एकमात्र समाधान नहीं है। अलग होने में केवल एक पल लगता है, लेकिन इससे गुजरना वास्तव में एक दर्दनाक अनुभव है। अगर विवाह में शामिल दोनों लोग चीजों को सही करने के लिए ईमानदारी से प्रयास करते हैं, तो यह समस्याओं को काफी हद तक समाप्त कर सकता है। वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान खोजने में ज्योतिष भी आपकी सहायता कर सकता है। तलाक और अलगाव वैवाहिक समस्याओं को समाप्त करने का अंतिम उपाय होना चाहिए न कि एकमात्र उपाय

तलाक के बाद एक व्यक्ति दोबारा विवाह कर सकता है, क्योंकि तलाक खुशी की समाप्ति  नहीं है। तलाक के बाद फिर से विवाह  करना एक व्यक्ति की इच्छा और मानसिकता पर निर्भर करता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की कुछ ऐसे संयोग हैं जो यह भी बताते हैं कि आप तलाक के बाद विवाह कर पाएंगे या नहीं। लेकिन, इसका उत्तर कोई योग्य ज्योतिषी ही दे सकता है

किसी व्यक्ति के जीवन में वैमनस्य पैदा करने वाले ग्रह मंगल, राहु, शनि और सूर्य अपने अलगाववादी स्वभाव के कारण हैं। ब्रेकअप आमतौर पर तब होता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली पर राहु और मंगल का अधिक प्रभाव पड़ता है। कुछ मामलों में, बृहस्पति और शुक्र भी किसी व्यक्ति के ब्रेकअप या तलाक के लिए उत्तरदायी हो सकते हैं। यदि आप इन ग्रहों के विषय में अधिक जानना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट पर ग्रह-संबंधी पृष्ठ देखें।

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