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जन्म कुंडली में नशीली दवाओं की लत और शराब के संकेत

कुंडली में नशा और शराब की लत

हर व्यक्ति के लिए यह स्थिति चिंता की स्थिति होती है। यदि आप इस स्थिति में हो और इससे बाहर आने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। यह बहुत लंबी, धीमी और खतरनाक प्रक्रिया है जो आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है और यदि इस प्रक्रिया को सही तरीके और पूरी निष्ठा से पूर्ण किया जाए तो आप इस रोग से पूरी तरह से मुक्त हो सकते हैं। कुछ चीजों की लत आपके लिए अच्छी हो सकते है, लेकिन मादक पदार्थों और शराब की लत आपके सेहत को पूरी तरह से खराब कर सकती है।

शराब, ड्रग्स, विशिष्ट भोजन, जुआ या सेक्स आदि जैसे कुछ ऐसे लत हैं जिससे वर्तमान समय में लोग जूझ रहे हैं। मादक पदार्थों के सेवन से दिमाग से जुड़े रोग होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। यदि आप इस पदार्थ का सेवन लंबे समय से कर रहे हैं तो इसको नियंत्रित करना आपके वश से बाहर हो जाएगा और हो सकता है कि आपको इन सब चीजों के आदी हो जाए। ज्यादातर मामलों में इसके नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। लत किसी भी चीज की हो सकती है, और यदि इसके बारे में आपको समय पर ना पता चले तो हो सकता है कि आपको अपने जीवन में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पडे।

आम तौर पर, जो व्यक्ति नशा करता है, उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं होता है और यदि वह एक बार किसी भी पदार्थ के आदी हो जाए तो वह उस व्यक्ति के पूरे जीवन को बर्बाद कर सकता है। कुछ लोग तर्क देते हैं कि वह नशा सिर्फ मनोरंजन के लिए करते हैं, लेकिन इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि शराब, धूम्रपान, और अन्य नशीली दवाओं की लत से व्यक्ति का जीवन तहस नहस हो जाता है। ज्योतिष की सहायता से इस बात का आसानी से पता लगाया जा सकता है कि आप किसी नशे की लत से गुजरने वाले हैं या नहीं। यदि आपके परिवार में से कोई किसी भी लत में फंस जाए तो वह ज्योतिष की सहायता से कुछ निवारक उपाय करके इससे बच सकता है।


विशिष्ट मार्गदर्शन के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों से संपर्क साध सकते हैं:

ज्योतिष और नशे की लत:

ज्योतिष में –

  1. आठवें भाव/Eighth House को गुप्त संबंधों, शराब, आदि का भाव कहा जाता है।
  2. दूसरा भाव/Second house बचपन, परिवार, मुंह, भोजन और खाने की आदतों का संकेत देता है।
  3. पहला भाव/First House व्यक्ति के समग्र व्यक्तित्व, प्रकृति और काया आदि को इंगित करता है।
  4. तीसरे भाव/Third House से हाथ, व्यक्ति के शौक और विकल्प बनाना, आदि के बारे मे पता चलता है।
  5. छठे भाव/Sixth House से व्यक्ति की सेहत और उससे होने वाले रोग और दुश्मनों के बारे में पता चलता है।
  6. चौथे भाव/Fourth House घर में खुशी और माँ को दर्शाता है।

ऊपर दिए गए भावों या उनके स्वामी पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव जातक के नशे की लत को दर्शाता है।

ज्योतिष और नशे की लत:

ज्योतिष में –

  1. आठवें भाव/Eighth House को गुप्त संबंधों, शराब, आदि का भाव कहा जाता है।
  2. दूसरा भाव/Second house बचपन, परिवार, मुंह, भोजन और खाने की आदतों का संकेत देता है।
  3. पहला भाव/First House व्यक्ति के समग्र व्यक्तित्व, प्रकृति और काया आदि को इंगित करता है।
  4. तीसरे भाव/Third House से हाथ, व्यक्ति के शौक और विकल्प बनाना, आदि के बारे मे पता चलता है।
  5. छठे भाव/Sixth House से व्यक्ति की सेहत और उससे होने वाले रोग और दुश्मनों के बारे में पता चलता है।
  6. चौथे भाव/Fourth House घर में खुशी और माँ को दर्शाता है।

ऊपर दिए गए भावों या उनके स्वामी पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव जातक के नशे की लत को दर्शाता है।

वह राशियां जो जातक को लत की तरफ आकर्षित करती है (The signs causing the Addiction to the native)

राशियां जैसे मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और कुछ अन्य पानी की विशेशता वाले राशि नशे की लत की जानकारी प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

वह ग्रह जो नशे की लत के लिए जिम्मेदार होते हैं (The planets responsible for giving addiction)

यह कुछ मुख्य ग्रह हैं जो नशे की लत के लिए जिम्मेदार होते हैं –

  1. राहु
  2. केतु
  3. मंगल
  4. नेपच्यून
  5. और शनि

इन ग्रहों का आपकी कुंडली/Natal Chart के पहले/First House, दूसरे/Second house, छठे/Sixth House, और आठवें भाव/Eighth House के साथ संबंध बताता है कि आप किसी ना किसी पदार्थ के नशे में समलिप्त हो सकते हैं।

वह ग्रह जो नशे की लत के लिए जिम्मेदार होते हैं (The planets responsible for giving addiction)

यह कुछ मुख्य ग्रह हैं जो नशे की लत के लिए जिम्मेदार होते हैं –

  1. राहु
  2. केतु
  3. मंगल
  4. नेपच्यून
  5. और शनि

इन ग्रहों का आपकी कुंडली/Natal Chart के पहले/First House, दूसरे/Second house, छठे/Sixth House, और आठवें भाव/Eighth House के साथ संबंध बताता है कि आप किसी ना किसी पदार्थ के नशे में समलिप्त हो सकते हैं।

राहु ग्रह असीमित इच्छाएं को दर्शाता है जिसकी कोई सीमा नहीं है। जो जातक के साथ लंबे समय तक रह सकती है। यह एक सुख देने वाला ग्रह है। राहु ग्रह एक ड्रैगन के सिर वाली राशि है जो व्यक्तियों के इच्छाओं के निचले स्तर पर शासन कर सकता है। यदि वह चंद्रमा के साथ संपर्क में आता है, तो जातक को स्वार्थी और वासनाग्रस्त बना सकता है, या हम कह सकते हैं कि जातक को कुछ शक्तिशाली इच्छाओं की अभिभूत होती है।

राहु एक छायादार ग्रह है और यह जातक के दुनिया की सभी चीजों के लिए इच्छाओं को प्रबल करता है और यह जातक को उसके जीवन में सफल बनाने की क्षमता भी रखता है। यदि जातक की कुंडली में राहु बेकाबू हो जाए, तो यह ग्रह जातक को उसके करियर में सफलता दिलवाता है, लेकिन साथ में वह उसे शराब की लत भी दे सकता है।

केतु एक असावधान शरीर है। इस ग्रह के कारण जातक के जीवन में उलझनें पैदा होती है। यदि यह ग्रह चंद्रमा के साथ संपर्क में आ जाए तो यह जातक को उलझन की स्थिति में छोड़ सकता है।

चंद्रमा मन, भावनाओं और आंतरिक स्थिति का सूचक है, जिसे भावनात्मक अनुभूति भी कहा जा सकता है। यह संकेतक समय के साथ कुंडली/Kundali में दिख जाते हैं, और यह जातक को मादक पदार्थ की तरफ ले जाता है।

यदि चंद्रमा कमजोर हो या फिर किसी पीडित ग्रह के साथ संबंध में आ जाए तो यह जातक की कुंडली में मादक पदार्थ के सेवन की संभावना को दर्शाता है।

शनि मानसिक रोग और जीवन के अंधकार को दर्शाता है। यदि शनि संयोजन के रूप में चंद्रमा के साथ संपर्क में आ जाए, एक दूसरे के ऊपर प्रभाव डाले या शनि चंद्रमा की राशि में आ जाए, तो यह जातक को उसके भविष्य के बारे में अनिश्चित या भयभीत करता है, और इस संयोजन के कारण जातक असहाय, अवांछित या अप्रभावित रहता है।

आम तौर पर, जातक को उनके परिजनों द्वारा लगातार आलोचना सहनी पड़ती है। उस चिंता के कारण उनकी सेहत खराब हो सकती हैजिसकी वजह से वह बेचैन रह सकता है। इस स्थिति में जातक को जल्द से जल्द कोई समाधान की आवश्यकता होती है जिससे वह भावनात्मक रूप से सक्षक्त हो पाए। वह जातक घबराहट की स्थिति से बाहर आ सकता है। मजबूत चंद्रमा के साथ, व्यक्ति स्वस्थ रहने के लिए कुछ प्राकृतिक कदम उठा सकता है जैसे – योग, ध्यान, संगीत, आदि। लेकिन कमजोर चंद्रमा वाले व्यक्ति विश्राम के सबसे तेज तरीके को अपनाते हैं जैसे – शराब, मादक पदार्थ, भोजन, और दर्द की दवा/Pain killers का सहारा ले सकते हैं।

मंगल का चंद्रमा से संबंध जातक को गुस्सैल बनाता है। इस स्थिति में जातक को जल्दी से जल्दी भावनात्मक तनाव से निकलने के लिए एक समाधान की आवश्यकता पड़ सकती है।

शुक्र ग्रह शक्कर, मिठाई, विलासिता, सेक्स, मादक पदार्थ, शराब, प्यार और सुख को दर्शाता है। यह ग्रह कारक ग्रह है, जिससे मादक पदार्थ की लत का पता चलता है। यदि जातक की कुंडली में यह ग्रह किसी नकारात्मक प्रभाव में है तो यह संयोजन जातक को सेक्स, ड्रग्स और शराब की लत लगा सकता है।

शनि जातक को शराब पीने की लत लगा सकता है और मंगल के प्रभाव से जातक इस लत को जारी रख सकता है। इस स्थिति में जातक की कुंडली/Natal Chart में सूर्य भी पीड़ित ग्रहों से प्रभावित हो सकता है।

पीड़ित बुध जातक की विचार प्रक्रिया को सक्रिय करता है जो आम तौर पर किसी जातक को किसी विशेष चीज के लिए तरसाता है। जातक का कमजोर लग्न के स्वामी/Lagna Lord उसके व्यक्तित्व को दर्शाता है और इसके कारण जातक को किसी भी चीज की लत का सामना करना पड़ सकता है। शुक्र के आठवें भाव/Eighth House में नकारात्मक प्रभाव, चौथे राशि से प्रभावित हो और साथ में आपकी कुंडली/Kundli में कमजोर चंद्रमा के साथ संबंध में हो तो जातक को मादक पदार्थ की लत लग सकती है।

आप हमारे वेबसाइट पर मौजूद निःशुल्क कैलकुलेटर या गणना यंत्र का प्रयोग करके इस विषय में और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

वैदिक ज्योतिष और नशे की लत/Vedic astrology and Addictions

ज्योतिष मादक पदार्थ की लत का पहले से ही पता लगाने में सक्षम है और साथ में इस लत को खत्म करने में भी सहायता करता है। आपकी कुंडली/Horoscope को देखकर इसके सटीक कारण का पता लगाया जा सकता है, जिससे इस समस्या का उत्तम समाधान निकाला जा सकता है। हिंदू ज्योतिष/Hindu Astrology के अनुसार राहु एक परिमाप्य बिंदु है और व्यक्ति की कुंडली में यह ग्रह के रूप में मौजूद होता है। यह ग्रहण का कारण भी होता है जिससे व्यक्ति के जीवन में कई चुनौतियां उत्पन्न होती हैं। इस ग्रह के कारण आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। राहु अन्य मामलों में भी मुक्ति प्रदान करता है या जातक की सहायता कर सकता है।

वैदिक शास्त्रों में मादक पदार्थों के सेवन को सेहत के लिए हानिकारक बताया गया है। सभी शास्त्रों में इसके प्रयोग को वर्जित किया गया है और हर धर्म के ग्रंथों में इसके हानिकारक तत्वों को भी लिखा गया है। 

वैदिक ज्योतिष और नशे की लत/Vedic astrology and Addictions

ज्योतिष मादक पदार्थ की लत का पहले से ही पता लगाने में सक्षम है और साथ में इस लत को खत्म करने में भी सहायता करता है। आपकी कुंडली/Horoscope को देखकर इसके सटीक कारण का पता लगाया जा सकता है, जिससे इस समस्या का उत्तम समाधान निकाला जा सकता है। हिंदू ज्योतिष/Hindu Astrology के अनुसार राहु एक परिमाप्य बिंदु है और व्यक्ति की कुंडली में यह ग्रह के रूप में मौजूद होता है। यह ग्रहण का कारण भी होता है जिससे व्यक्ति के जीवन में कई चुनौतियां उत्पन्न होती हैं। इस ग्रह के कारण आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। राहु अन्य मामलों में भी मुक्ति प्रदान करता है या जातक की सहायता कर सकता है।

वैदिक शास्त्रों में मादक पदार्थों के सेवन को सेहत के लिए हानिकारक बताया गया है। सभी शास्त्रों में इसके प्रयोग को वर्जित किया गया है और हर धर्म के ग्रंथों में इसके हानिकारक तत्वों को भी लिखा गया है। 

आम तौर पर, उत्तर भारत और नेपाल के लोग मादक पदार्थ के रूप में मारिजुआना का उपयोग करते हैं। ज्यादातर लोग इसके सेवन को या तो मनोरंजन के लिए प्रयोग करते हैं या फिर धर्म का बहाना बनाकर इसका नशा करते हैं।

लोगों को समझना होगा कि मारिजुआना का प्रयोग सेहत के लिए हानिकारक है और साथ में यह किसी भी व्यक्ति को इसकी लत लगा सकता है।

बहुत सारे लोग इस मादक पदार्थ का बहुत बड़ी मात्रा में सेवन करते हैं। बहुत सारे व्यक्ति तो इस बात को मानते भी है कि इसके सेवन से उन्हें इसकी लत लग गई है और अब वह इसका सेवन किए बिना कोई कार्य नहीं कर सकते।

बहुत सारे लोगों को तो इस बात का इल्म ही नहीं होता कि उन्हें मादक पदार्थ की लत कब लगी थी। उन्हें यह समझना होगा कि इस पदार्थ के सेवन से वह भगवान के पास नहीं, दूर जा रहे हैं। कुछ गुरु अपने शिष्यों को मादक पदार्थ के सेवन के हानिकारक कारणों को बताते हैं। सभी गुरु अपने छात्रों को इस पदार्थ के लत से बचा सकते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ब्राह्मण, शराब, मारिजुआना, और दूसरे मादक पदार्थों के सेवन से दूर रहते हैं। साथ में वह मांस का भी सेवन नहीं करते।

राहु और नशे की लत/Rahu and Addiction

ज्योतिष के अनुसार, राहु नशे की लत को दर्शाता है। राहु अवचेतन स्तर पर काम करता है। अवचेतन मन का कार्य एक मेमोरी कार्ड की तरह कार्य करता है जो आवश्यकता होने पर जानकारी को स्टोर और पुनः प्राप्त कर सकता है। इसलिए यह स्पष्ट चेतना का उपयोग किए बिना निर्णय लेता है। राहु इच्छा का ग्रह है और यह अवचेतन मानसिक क्षमताओं को नियंत्रित करता है।

आयुर्वेद में मारिजुआना को जिगर और रक्त के रोगों के लिए लाभदायक माना जाता है, लेकिन इसका प्रयोग बहुत कम मात्रा में सिर्फ औषधि के लिए होना चाहिए। यदि कोई इसे नशे के लिए प्रयोग करता है तो उसे इसका गंभीर परिणाम भी झेलना पड़ सकता है। यदि इसका दुरुपयोग हुआ तो यह आपके यकृत और प्रजनन प्रणाली को खराब कर सकता है। इसके लगातार प्रयोग के कारण नपुंसकता और बांझपन, कब्ज, और त्वचा का सूखापन जैसी परेशानी हो सकती है।

मारिजुआना का लगातार उपयोग त्वचा और ऊतक को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है और अंग को एक निश्चित सीमा तक समाप्त या क्षतिग्रस्त कर सकता है जिससे आपको सामान्य कार्य करने में कठिनाई हो सकती है। यदि इस पदार्थ का उपयोग उपयुक्त तरीके से ना किया जाए तो यह आयुर्वेद के तीन दोष को असंतुलित करता है, जो वात, पित्त और कफ हैं। आयुर्वेद में इन तीनों दोषों को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।

मारिजुआना जातक के दिमाग पर बहुत गहरा प्रभाव डालता है। यदि आप इसका उपयोग लगातार करते हैं तो यह व्यक्ति की इच्छा और महत्वाकांक्षा को कम करता है और यह जातक को नीरसता, भ्रम, सुस्ती और अवसाद की ओर ले जाता है।

नशे की लत/Addiction

राहु एक स्व-प्रकट ग्रह है जो अवचेतन इच्छाओं और जुनून को पैदा करता है। राहु एक ऐसा ग्रह है जिसका स्वरूप सिर्फ सिर के रूप में होता है। बौद्ध धर्म के अनुसार, आठ महान सत्य इच्छाएं कष्ट पैदा करने वाली मानी जाती हैं।

पदार्थ क्या है?

पहले के समय में अफीम को ड्रग्स/मादक पदार्थ का स्वामी माना जाता था। अभी भी यह मादक पदार्थों की सूची में आता है।

कोकीन को एक मनोरंजक कृत्रिम प्रकार का मादक पदार्थ माना जाता था। मेक्सिको और कोलंबिया को मादक पदार्थों का गढ़ माना जाता है। 2019 के तथ्यों के अनुसार अफगानिस्तान, मेक्सिको और कोलंबिया में सबसा ज्यादा मादक पदार्थों की उत्पादन होता है।

लीसर्जिक एसिड डैथ्यलामैड (एलएसडी) एक सबसे ज्यादा ताकतवर नशीला पदार्थ है। यदि इसका प्रयोग बहुत समय तक किया जाता है तो यह जातक का व्यवहार गुस्सैल कर देता है।

राहु ने देवताओं से अमरता का अमृत चुरा लिया था और वह अब अमर हो गया है। राहु भ्रम का शासक है। चलिए इस बारे में और गंभीरता से समझते हैं।

माया या भ्रम? Illusion or Maya?

माया ने बहुत सारे लोगों की जिंदगी बनाई है क्योंकि उन्होंने इसका उपयोग सही तरीके से किया था। जॉन लेनन और स्टीव जॉब्स ने भी इसका सही दिशा में प्रयोग कर अपना नाम कमाया था। राहु आपको आपकी रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायता कर सकता है। कुछ लोग मादक पदार्थ का प्रयोग दवा की तरह करते हैं, लेकिन यह आपको वास्तविकता से दूर ले जाता है।

यह सभी बातें आपकी कुंडली/Kundali से पता चल सकती हैं। आपकी कुंडली/Birth Chart के कुछ ग्रहों के संयोजन/Planetary Combination से इस बात का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इस संयोजन को राहु महादशा भी कहते हैं।

मैंने कुछ लोगों की कुंडली/Natal Chart पढ़ी है जो पहले कभी मादक पदार्थों का सेवन करते थे, लेकिन बाद में जब राहु बृहस्पति में चला गया या फिर राहु अगली दशा में चला गया तो जातक पदार्थ परामर्शदाता/Substance Counsellor बन गया था।

ज्यादातर मामलों में राहु से नशे की लत का पता चलता है। लेकिन हर व्यक्ति के जीवन में राहु नशे की तरफ इशारा नहीं करता। कुछ लोगों की लत का पता शुक्र या बृहस्पति महादशा से लगाया जा सकता है। इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि राहु हर बार इस विषय में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाता।

ज्यादातर मामलों में, राहु आपको आध्यात्मिकता के लिए प्रेरित करता है। बृहस्पति के 16 साल के चक्र से भगवान के बारे में जानने को मिलता है, और फिर अगले 19 साल में शनि महादशा आध्यात्मिकता के बारे में बताता है। बृहस्पति कानून बनाता है, और शनि इसे लागू करने में सहायता करता है।

नशे से बाहर आने के लिए विशिष्ट तरीके हैं, दशा, गोचर, और लाभकारी ग्रह जातक के पक्ष में भाग्य को झुकाने में सहायता करते हैं। क्यों उचित परामर्श प्राप्त करने की प्रतीक्षा करें? आप किसी अनुभवी ज्योतिषी की सहायता लेकर इस चक्रव्यूह से बाहर आ सकते हैं।

किसी भी विशिष्ट मार्गदर्शन के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं –

मादक पदार्थों की लत के लिए ऑनलाइन रिपोर्ट लें

एक ज्योतिषीय सत्र के लिए मुझसे परामर्श लें।

आप चिकित्सा ज्योतिष और गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर ज्योतिष आपकी मदद कैसे करता है, जन्म कुंडली में नशीली दवाओं और शराब की लत, जन्म कुंडली में विशिष्ट रोग संकेत, यौन स्वास्थ्य का बारे में हमारे पेज से पढ़ सकते हैं।

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