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जन्म कुंडली में नौकरी को लेकर परेशानी या फिर नौकरी का योग ना होना

नौकरी का योग

हमारी कुंडली/Kundli में हमारे पूरे जीवन का सार लिखा हुआ है। हमारी जन्म कुंडली/Birth Chart को देखकर इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि हम कौन सी नौकरी करेंगे या फिर किस व्यापार में हमारा भविष्य उज्जवल है। इसके साथ ही हमारी जन्म कुंडली हमें बताती है कि किस क्षेत्र में नौकरी करना हमारे लिए अनुकूल होगा। इस लेख के जरिए आपको हम बताएंगे कि ऐसे कौन से ज्योतिष संयोजन हैं जो आपको सही राह चुनने में सहायता कर सकते हैं।

अगर आप व्यापार को ना चुन कर नौकरी करने की तरफ अग्रसर होते हैं तो आपके सामने नीचे दिए गए कुछ समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। 

  1. बिना नौकरी के कुछ समय खाली बैठना

  2. नई नौकरी खोजने में परेशानी

  3. वर्तमान नौकरी से निकाले जाने का डर

  4. नौकरी बदलने का सबसे उचित समय

  5. नौकरी की संतुष्टि का अभाव

अच्छी नौकरी में घरों/Houses का सहयोग

नौकरीपेशा लोग हमेशा चाहते हैं कि वह सभी परेशानियों को जड़ से खत्म करके सुकून से नौकरी करें। उसके लिए उनको कुछ बातों का खासा ध्यान रखने की आवश्यकता है। व्यापार के लिए अनुकूल योग के बारे में हम दूसरे लेख में बता चुके हैं। अगर आप उसे पढ़ना चाहते हैं तो हमारे वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं। व्यापार से जुड़े सभी लेखों को पढ़ने के लिए व्यापार ज्योतिष/Business Astrology पर क्लिक करके भी पढ़ सकते हैं।

दूसरा भाव/Second House

अच्छी नौकरी में घरों/Houses का सहयोग

नौकरीपेशा लोग हमेशा चाहते हैं कि वह सभी परेशानियों को जड़ से खत्म करके सुकून से नौकरी करें। उसके लिए उनको कुछ बातों का खासा ध्यान रखने की आवश्यकता है। व्यापार के लिए अनुकूल योग के बारे में हम दूसरे लेख में बता चुके हैं। अगर आप उसे पढ़ना चाहते हैं तो हमारे वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं। व्यापार से जुड़े सभी लेखों को पढ़ने के लिए व्यापार ज्योतिष/Business Astrology पर क्लिक करके भी पढ़ सकते हैं।

दूसरा भाव/Second House

दूसरे भाव/Second House आपके धन भाव का होता है। इस भाव को धन का भाव भी कहा जाता है। इसलिए धन को लेकर किसी भी समस्या के लिए इस भाव का आकलन ज़रूरी होता है। इसी भाव के आकलन से आपको आपके वेतन, फंड, मुनाफा और धन प्राप्ति के विषय में पता लग जा सकता है।

छठा भाव/Sixth House

छठे भाव को ऋण भाव या फिर कर्ज का भाव भी कहा जाता है। यह भाव आपके बैंक से लिए हुए लोन या फिर किसी से उधार लिए पैसे के बारे में भी संकेत देता है। इस भाव के आकलन से आपके नौकरी का भी पता चलता है, इसलिए ज्योतिष इस भाव का आकलन जरूर करते हैं।

दसवां भाव/Tenth House

आपका दसवां/Tenth House भाव कर्म भाव का होता है। इस भाव को करियर या फिर पेशे का भाव भी कहा जाता है। आपकी नौकरी से जुडी सभी भविष्यवाणी इसी भाव को ध्यान में रखकर की जाती है। आपके नौकरी की भविष्यवाणी के लिए ज्योतिष इस भाव में ग्रहों की मौजूदगी और घरों की स्थिति का आकलन करते हैं।

सातवां भाव/Seventh House

आपका सातवां भाव/Seventh House भागीदारी के भाव/House of partnership के नाम से भी जाना जाता है। इस भाव के आकलन से व्यापार के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। खास तौर पर व्यापारी इस भाव का आकलन व्यापार में साझेदारी और नए अवसर कि तालाश के लिए करवाते हैं। 

नौकरी के लिए ज्योतिषीय संयोजन/Combinations responsible for Job – Astrologically

अगर आप नौकरी कर रहे हैं तो कुछ ज्योतिषीय संयोजन है जिनका प्रभाव आपकी नौकरी पर पड़ सकता है। इन सभी संयोजन का पता आपके जन्म कुंडली/Birth Chart से भी लगाया जा सकता है। 

  1. आपकी जन्म कुंडली में आपका दसवां भाव/Tenth House आपके सातवें भाव/Seventh House से मजबूत होना चाहिए। अच्छे करियर के लिए यह सबसे बुनियादी संयोजन है। इसके आकलन से आपकी कुंडली/Kundli में नौकरी होने के योग के बारे में बताया जा सकता है।

नौकरी के लिए ज्योतिषीय संयोजन/Combinations responsible for Job – Astrologically

अगर आप नौकरी कर रहे हैं तो कुछ ज्योतिषीय संयोजन है जिनका प्रभाव आपकी नौकरी पर पड़ सकता है। इन सभी संयोजन का पता आपके जन्म कुंडली/Birth Chart से भी लगाया जा सकता है। 

  1. आपकी जन्म कुंडली में आपका दसवां भाव/Tenth House आपके सातवें भाव/Seventh House से मजबूत होना चाहिए। अच्छे करियर के लिए यह सबसे बुनियादी संयोजन है। इसके आकलन से आपकी कुंडली/Kundli में नौकरी होने के योग के बारे में बताया जा सकता है।

  2. अष्ठ वग्र में बिंदुओं की संख्या भी नौकरी की भविष्यवाणी में अहम किरदार निभाती है। आपकी कुंडली/Kundli में छठे भाव/Sixth House में बिंदुओं की संख्या सातवें भाव/Seventh House से होना दर्शाता है कि आपकी कुंडली में अच्छी नौकरी का योग है।

  3. अगर दशमेश/दसवें भाव के स्वामी/Tenth House lord का केंद्र भाव या फिर त्रिकोण भाव में उपस्थिति या फिर इसका संबंध लग्नेश से हो तो जातक की कुंडली/Kundli में नौकरी का योग होता है। और ऐसे संयोजन वाले व्यक्ति अपने मनचाहे पद पर नियुक्त हो सकते हैं।

  4. अगर आपकी कुंडली में दशमेश और लग्नेश या फिर पंचमेश और नवमेश के बीच में परिवर्तन होता है तो यह संयोजन नौकरी पेशे लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।

  5. अगर दशमेश अपने उत्तम स्थिति के साथ अनुकूल भाव में हो, या फिर दसवें भाव/Tenth Houseके पहलू में हो तो जातक को नौकरी महादशा या फिर अंतर्दशा में ही मिलेगी।

  6. अगर दशमेश नौवें भाव/Ninth House से संबंध रखता है, नवमेश दसवें भाव या दशमेश के किसी भी संयोजन से संबंध रखता है तो जातक के लिए ज्योतिष में नौकरी करने का योग है।  

अगर आप सरकारी नौकरी की चाह रखते हैं या फिर सरकारी नौकरी के योग के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद लेख भी पढ़ सकते हैं। अगर आप उन लेखों को नहीं पढ़ पाए हैं, तो इस लेख को पढ़ने से भी आपको कुछ सहायता मिल सकती है। 

जन्म कुंडली के आधार पर कब तक रोजगार नहीं मिलेगा

जब आपके नौकरी करने के योग के बारे में कुंडली/Kundli से पता लगाया जा सकता है तब नौकरी ना मिलने की अवधी के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। हो सकता है की आपको नौकरी आपके स्वयं की इच्छा से ना मिल रही हो। ऐसा भी संभव है कि आपके हाथों से बाहर की परिस्थितियों के चलते आपकी नौकरी छूट गई हो। लोगों की नौकरी जाने के कारण बहुत सारे हो सकते हैं। कभी-कभी आपकी नौकरी मंदी की वजह से भी जाती है तो कभी आपके व्यवहार की वजह से। इस स्थिति में कुछ प्रश्न उत्पन्न होते हैं जैसे कि कितने समय के लिए मुझे बिना नौकरी के रहना होगा/how long will I remain jobless?, मेरे जन्म कुंडली के अनुसार कितने समय तक मुझे नौकरी नहीं मिलेगी /What is the duration of having no job as per my birth chart?, और मेरी नौकरी से जुड़ी भविष्यवाणी क्या बताती है/What do my future job predictions state?।

आपके बेरोजगार रहने के समय का अंदाजा कुछ ग्रहों की महादशा को देखकर लगाया जा सकता है। अगर कुछ ग्रहों की दशा प्रतिकूल हो और साथ में विपरीत महादशा हो तो इस स्थिति में जातक ज्यादा समय के लिए बेरोजगार रहता है। इस संयोजन को पढकर नौकरी के ना होना या नौकरी मिलने के योग के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है। नीचे दिए गए कुछ दशा, महादशा और उनके गोचर के बारे में बताया गया है जो आपके इस परेशानी का कारण हो सकते हैं।

जन्म कुंडली के आधार पर कब तक रोजगार नहीं मिलेगा

जब आपके नौकरी करने के योग के बारे में कुंडली/Kundli से पता लगाया जा सकता है तब नौकरी ना मिलने की अवधी के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। हो सकता है की आपको नौकरी आपके स्वयं की इच्छा से ना मिल रही हो। ऐसा भी संभव है कि आपके हाथों से बाहर की परिस्थितियों के चलते आपकी नौकरी छूट गई हो। लोगों की नौकरी जाने के कारण बहुत सारे हो सकते हैं। कभी-कभी आपकी नौकरी मंदी की वजह से भी जाती है तो कभी आपके व्यवहार की वजह से। इस स्थिति में कुछ प्रश्न उत्पन्न होते हैं जैसे कि कितने समय के लिए मुझे बिना नौकरी के रहना होगा/how long will I remain jobless?, मेरे जन्म कुंडली के अनुसार कितने समय तक मुझे नौकरी नहीं मिलेगी /What is the duration of having no job as per my birth chart?, और मेरी नौकरी से जुड़ी भविष्यवाणी क्या बताती है/What do my future job predictions state?।

आपके बेरोजगार रहने के समय का अंदाजा कुछ ग्रहों की महादशा को देखकर लगाया जा सकता है। अगर कुछ ग्रहों की दशा प्रतिकूल हो और साथ में विपरीत महादशा हो तो इस स्थिति में जातक ज्यादा समय के लिए बेरोजगार रहता है। इस संयोजन को पढकर नौकरी के ना होना या नौकरी मिलने के योग के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है। नीचे दिए गए कुछ दशा, महादशा और उनके गोचर के बारे में बताया गया है जो आपके इस परेशानी का कारण हो सकते हैं।

  1. शुक्र या शनी ग्रह की महादशा।

  2. पीडित ग्रहों की महादशा जो छठे भाव/Sixth House या छठे भाव के स्वामी/Sixth House lord से संबंधित है।

  3. छठे भाव/Sixth House से आठवें भाव/Eighth House तक या बारहवें भाव/Twelfth House में शनि का गोचर।

  4. शनि के आठवें/Eighth House या बारहवें भाव/Twelfth Houseमें शनि का गोचर।

  5. नवमांश चार्ट में आठवें/Eighth House और बारहवें भाव/Twelfth House में शनि का गोचर।

  6. दशमांश चार्ट में आठवें/Eighth House और बारहवें/Twelfth House भाव में शनि का गोचर।

मैं कब तक बेरोजगार रहूंगा/रहूंगी? How long will I remain Jobless?

अगर आप एक अच्छे ज्योतिष की मदद लेते हैं तो वह आपकी कुंडली देखकर आसानी से बता देंगे कि आपकी कुंडली में नौकरी का योग है कि नहीं या फिर आप कब तक बेरोजगार रहेंगे। इन गोचर का आकलन करने का बेहद सरल तरीका है जो नक्षत्र में लागू होता है। इसके प्रयोग से एक दम सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है।

जब सूर्य, शनि, और बृहस्पति वधा और प्रतियारी नक्षत्र पर गोचर करते हैं, तब बेरोजगार रहने की एक दम सटीक अवधि का पता लगाया जा सकता है। वधा और प्रतियारी नक्षत्र का संबंध जन्म नक्षत्र से होते हैं।

मैं कब तक बेरोजगार रहूंगा/रहूंगी? How long will I remain Jobless?

अगर आप एक अच्छे ज्योतिष की मदद लेते हैं तो वह आपकी कुंडली देखकर आसानी से बता देंगे कि आपकी कुंडली में नौकरी का योग है कि नहीं या फिर आप कब तक बेरोजगार रहेंगे। इन गोचर का आकलन करने का बेहद सरल तरीका है जो नक्षत्र में लागू होता है। इसके प्रयोग से एक दम सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है।

जब सूर्य, शनि, और बृहस्पति वधा और प्रतियारी नक्षत्र पर गोचर करते हैं, तब बेरोजगार रहने की एक दम सटीक अवधि का पता लगाया जा सकता है। वधा और प्रतियारी नक्षत्र का संबंध जन्म नक्षत्र से होते हैं।

जन्म कुंडली में नौकरी के छूट जाने का भय

नौकरी छूट जाने का भय वास्तविकता से भी क्रूर होता है। ऐसा होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण मनोवैज्ञानिक दबाव हो सकता है। ज्यादातर कारणों को ज्योतिष के जरिए ठीक किया जा सकता है। आपका चंद्रमा और पहले भाव/First House के आकलन से इस समस्या का हल निकाला जा सकता है। यह कुछ बिंदू हैं जिनके जरिए आप इस समस्या से निकल सकते हैं।

नकारत्मकता को दूर करें

जन्म कुंडली में नौकरी के छूट जाने का भय

नौकरी छूट जाने का भय वास्तविकता से भी क्रूर होता है। ऐसा होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण मनोवैज्ञानिक दबाव हो सकता है। ज्यादातर कारणों को ज्योतिष के जरिए ठीक किया जा सकता है। आपका चंद्रमा और पहले भाव/First House के आकलन से इस समस्या का हल निकाला जा सकता है। यह कुछ बिंदू हैं जिनके जरिए आप इस समस्या से निकल सकते हैं।

नकारत्मकता को दूर करें

क्या आप जानते हैं कि आप अपने दिमाग की सहायता से नकारात्मकता को दूर कर सकते हैं। आप सकारत्मक चीजों की तरफ खुद को आकर्षित करके इस परेशानी से आसानी से निकल सकते हैं। यह दिखने में जितना आसान लगता है उतना ही कठिन है। लेकिन इसे करना नामुमकिन नहीं है। इस प्रक्रिया को करने के लिए आपको सबसे पहले अपने सभी नकारात्मक विचारों को समझना होगा फिर आत्मनिरीक्षण करके अपनी क्षमताओं का पता लगाना होगा। आत्मनिरीक्षण से आपको इस बात का अंदाजा लग जाएगा कि आपको नकारात्मक विचार कहाँ से आते हैं। नकारात्मकता की जड़ का पता लगने के बाद, उस कार्य को छोड दें या फिर उस कार्य को करने से बचें। सबसे पहले तो आप खुद की तुलना किसी से ना करने दें, अगर फिर भी आपकी तुलना होती है तो अपने आपको इस तुलना के परिणाम से निराश ना होने दें। अगर उस तुलना में आपके अंदर कोई कमी निकलती भी है तो उस कमी पर तुरंत काम करना शुरू कर दें। अगर आप लगातार अपनी नौकरी के बारे में सोच रहे हैं तो यही निराशा, काम के प्रति आपके रवैये को क्षतिग्रस्त कर सकती है। इसके परिणाम स्वरूप आपका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। इसी निराशा के कारण आपको मिलने वाली नौकरी भी किसी और के हिस्से में जा सकती है।

अपनी मेहनत से अपनी नौकरी को सुरक्षित करें

अपने मन से नौकरी के भय को निकालने के लिए अपको अपनी मेहनत से गलतियों को कम करना होगा। जिस भी क्षण आपको अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा महसूस हो, उसी क्षण अपने काम पर ध्यान दें। ऐसा करने पर आप अपने काम में सुधार देखेंगे। आप अपने आप से कुछ प्रशनों को पूछो जैसे – क्या आप अपने कार्य में अपना 100 प्रतिशत दे रहे हैं? क्या आप अपने कार्य के साथ न्याय कर रहे हैं? एक बात का हमेशा ध्यान रखना कि कोई भी संगठन किसी भी व्यक्ति को बिना किसी ठोस कारण के नहीं निकालती।

इसलिए अपनी नौकरी को सुरक्षित रखने के लिए मेहनत करें, क्योंकि आपकी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। अपनी क्षमताओं में भी इजाफा करें। नए चीज़ें सीखने से आपकी नौकरी तो सुरक्षित रहेगी ही साथ ही साथ नए कौशल आपके लिए नए करियर के दरवाजे भी खोल सकती है। आप अपने कौशल में वृद्धि करने के लिए अपने कमजोर पक्ष के बारे में अपने से उच्च अधिकारी से बात कर सकते हैं। आपके उच्च अधिकारी आपके कार्य के बारे में आपसे बेहतर जानते होंगे, जिससे वह आपको सुधार के लिए सही मार्ग दिखा सकेंगे।

अपनी वित्तीय सुरक्षा का संचालन करें

अपने वित्त का इस तरह से संचालन करें कि आपको मुसीबत के समय किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत ना पड़े। अगर आपके पास कुछ पैसे जमा हो जाते हैं तो आपको नौकरी के चले जाने पर भी डरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। रिजर्व में रखे फंड की वजह से भी आपका आत्मविश्वास भी बढेगा, जिसके कारण आपके काम करने कि क्षमता में भी इजाफा होगा। एक बार ऐसा होने के बाद आपके मन से नौकरी चले जाने का डर भी खत्म हो जाएगा। आप फंड जमा करने के लिए अपने रोजाना खर्च में कटौती कर सकते हैं। आप ऐसा करने के लिए अपने पूरे खर्च की सूची बना सकते हैं और फिर उन खर्चों को हटा दें जिनकी आपको ज्यादा ज़रूरत ना हो। अगर आप रोजाना जिम नहीं जाते और आपने जिम की सदस्यता ले रखी है तो आप उसे रद्द करवा सकते हैं। ऐसा करने से आपके पैसे भी बचेंगे। आप सेहत को सही रखने के लिए भाव में योग/Yoga कर सकते हैं। और भी बहुत तरीकों से आप अपने फंड को जमा कर सकते हैं।

अपने कौशल और शिक्षा को बढाएं

आपने भी देखा होगा कि कुछ लोग दूसरों के मुकाबले अपनी कम शिक्षा या फिर कम कौशल के चलते निराशाजनक महसूस करते हैं। ऐसा हो सकता है कि जहां आप काम कर रहे हो वहाँ पर आपसे भी कुशल लोग काम कर रहे हैं। इस स्थिति में निराश होने से इस समस्या का हल नहीं निकलेगा। अगर आपके साथ ऐसा होता है तो आपको निराश होने की जगह उन सबसे प्रेरणा लेकर आगे बढना चाहिए और खुद में सुधार लाना चाहिए। आप नि: शुल्क या फिर फीस देकर कोई कोर्स भी कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके काम करने के साथ साथ कोई डिग्री भी आपको मिल जाए जो आपके भविष्य में मदद कर सके।

ऐसा भी कई बार होता है कि लोग नौकरी लग जाने के बाद अपने कौशल पर काम करना ही बंद कर देते हैं। ऐसा करने से आपकी नौकरी को नुकसान हो सकता है। क्योंकि हर संगठन को आपसे बेहतर काम करने वाले लोग मिल जाएंगे। अगर आपको इस स्थिति से बचना है तो आपको अपने कौशल पर निरंतरता से काम करना होगा ताकि आपका विकल्प किसी के पास ना हो। अगर आप अपने कौशल में वृद्धि करते हैं तो आप इसका सीधा प्रभाव अपने आत्मविश्वास और नौकरी पर भी देखा जा सकता है। इसी प्रकार किसी भी काम में या फिर किसी नए कौशल को सीखने में खुद को व्यस्त करने पर आप नकारात्मक विचारों से भी खुद से दूर कर देते हैं।

नई नौकरी की तलाश करें

आम तौर पर कोई संगठन अपने कर्मचारियों को बिना किसी ठोस कारण के नहीं निकालती। लेकिन संगठन में हो रही राजनीति और खराब प्रबंधन के कारण कोई भी उस संगठन को छोडने पर मजबूर हो सकता है। आपके काम पर प्रशंसा ना मिलना और संतोषजनक वेतन का ना मिलना उन कारणों में से है जो आपको नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर सकता है। अगर आप भी इन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं तो निर्णय लेने का यही सही समय है। अपना रिज्यूम अपडेट करें और दूसरी नौकरी के लिए आवेदन डालना शुरू कर दें। अगर आप किसी नौकरी को खुद छोड़ रहे हैं तो आपके मन में नौकरी छोडने का भय नहीं होगा, लेकिन अगर आपको नौकरी से निकाला गया है तो आप अपने कमियों पर कार्य करें और फिर नई नौकरी की तलाश में निकले।

प्रेरक कहानियाँ को पढ़ें

प्रेरक कहानियां नौकरी के भय के खिलाफ एक शक्तिशाली उपकरण है। अगर आप लगातार किसी बात को लेकर परेशान है या फिर आपके मन में नौकरी के छूट जाने का भय है तो आपको कुछ प्रेरक सफलता की कहानियां पढ़नी चाहिए। आप कोई भी कहानी उठा लो, आप देखोगे कि उस कहानी में व्यक्ति कठोर परिश्रम करके अपनी जिंदगी के सभी उतार चढाव को आसानी से पार कर लेता है। आप कुछ सच्ची घटनाओं पर आधारित कहानियों को पढकर उनके जीवन से सीख लेकर आगे बढ़ सकते हैं।

एक बार जब आप नौकरी छूटने के अपने डर की जड़ को समझ लेते हैं और उसका मुकाबला कर लेते हैं, तब आप खुद को अधिक आत्मविश्वास और संतुष्टि के साथ देखते हैं। हम आपको आपकी कुंडली/Kundli के अनुसार इन परेशानियां का मूल कारण और समाधान बताएंगे।

आप नि: शुल्क कैलकुलेटर का प्रयोग करके भी इस समस्या का समाधान पा सकते हैं। इस कैलकुलेटर को आप इस पेज के अंत में देख सकते हैं। 

नौकरियों और करियर पर ग्रहों के बदलते दशा का प्रभाव

कुंडली/Kundli के अन्य सभी कारकों की तरह, नौकरियों और करियर पर ग्रहों के बदलती दशा एक आवश्यक भूमिका निभाती है। आइए हम इन सभी बातों पर एक नज़र डालते हैं:

  1. जब लग्नेश दसवें भाव/Tenth House की तरफ जाता है और दशमेश पहले भाव/Fist House में जाता है तो एक नए नौकरी और व्यवसाय की संभावना बनती है।

नौकरियों और करियर पर ग्रहों के बदलते दशा का प्रभाव

कुंडली/Kundli के अन्य सभी कारकों की तरह, नौकरियों और करियर पर ग्रहों के बदलती दशा एक आवश्यक भूमिका निभाती है। आइए हम इन सभी बातों पर एक नज़र डालते हैं:

  1. जब लग्नेश दसवें भाव/Tenth House की तरफ जाता है और दशमेश पहले भाव/Fist House में जाता है तो एक नए नौकरी और व्यवसाय की संभावना बनती है।

  2. वहीं अगर दूसरी तरफ देखें तो, लग्नेश और दशमेश का

  • ट्रान्सइटरी मोशन/Transitory Motion में छठे/Sixth House, आठवें/Eighth House, और बारहवें भाव/Twelfth House में प्रवेश

  • बाकी सभी घरों के स्वामी से संयोजन नौकरी में परेशानी, नौकरी मिलने में देरी, नौकरी छूट जाने जैसी समस्या के बारे में बताता है।

  1. वहीं दशा बदलने के साथ साथ लग्नेश और दशमेश अगर

  • एक दूसरे के संयोजन के रूप में सामने आ जाएं

  • या फिर एक दूसरे पर प्रभाव डालते हैं तो जातक को एक नई नौकरी मिलने की संभावना होती है।

  1. अगर लग्नेश और दशमेश दोनों में से किसी भी परिस्थिति के अंतर्गत नहीं आता है तो यह दोनों ट्रान्सइटरी मोशन में अतुलनीय संकेत में आ जाते हैं। इन्ही कारणों की वजह से आपको नौकरी मिलने में देरी होती है। 

  2. जिस राशि में दशमेश या दसवें भाव के स्वामी/Tenth House lord विराजमान होते हैं उनकी आवश्यकता नौकरी की भविष्यवाणी करने में सबसे ज्यादा होती है। अगर आपका बृहस्पति भी उसी दशा बदलने वाली विधि में शामिल है, और लग्नेश और दशमेश पांचवे भाव में विराजमान है तो उस जातक को ज्योतिष/Astrology में सफलता मिल सकती है।

  3. जब बृहस्पति के साथ दशमेश छठे/Sixth House, आठवें/Eighth House, और बारहवें भाव/Twelfth House में हो, तो यह संयोजन जातक के लिए उसके पेशेवर जिंदगी में ढेर सारी परेशानियां लेकर आता है। इसमें शामिल है – नौकरी मिलने में देरी, नौकरी में परेशानी, नौकरी ना मिलना, और भी बहुत सारे।

  4. राशि का चिन्ह भी एक कारक है जो नौकरी को लेकर भविष्यवाणी में मदद करता है। उन्हीं राशियों के आकलन किया जाता है जिनके लाभकारी अंक अष्टवर्ग में अच्छे हों। अगर लग्नेश, दशमेश और महादशा की दशा में बदलाव हो रहा है तो जातक को ज्योतिष/Astrology में सफलता मिल सकती है।

  5. वहीं दूसरी तरफ जातक की राशि के अष्टवर्ग में कम लाभकारी अंक भी करियर की भविष्यवाणी करने में सहायता करते हैं। लग्नेश, दशमेश और महादशा की दशा में बदलाव जातक के सेहत, वित्त और पेशे से जुड़ी परेशानियों को बताता है।

नौकरी से संतुष्टि प्राप्त करना/Deriving satisfaction out of a Job

नौकरी की भविष्यवाणियां करने का एक और महत्वपूर्ण पहलू नौकरी में संतुष्टि को खोजना है। कोई भी व्यक्ति अपनी नौकरी और पद से तब तक संतुष्ट नहीं हो सकता जब तक उस व्यक्ति को नीचे दी गई सुविधाएं ना दी जाए।

आइये देखते है विनय बजरंगी जी क्या कहते है कि क्यों नहीं मिल रही है नौकरी

नौकरी से संतुष्टि प्राप्त करना/Deriving satisfaction out of a Job

नौकरी की भविष्यवाणियां करने का एक और महत्वपूर्ण पहलू नौकरी में संतुष्टि को खोजना है। कोई भी व्यक्ति अपनी नौकरी और पद से तब तक संतुष्ट नहीं हो सकता जब तक उस व्यक्ति को नीचे दी गई सुविधाएं ना दी जाए।

आइये देखते है विनय बजरंगी जी क्या कहते है कि क्यों नहीं मिल रही है नौकरी

  1. कार्यस्थल का स्वस्थ वातावरण

  2. उचित नीतियां और उनका अभ्यास

  3. अपने कर्मचारियों की देखभाल

  4. आपके और सभी कार्यकर्ताओं के लिए समान रूप से प्रशंसा

  5. समान और सभ्य वेतन

  6. नौकरी में लंबे समय तक रहने की संभावना

  7. समय पर पदोन्नति/प्रमोशन

  8. नौकरी की सुरक्षा

  9. कर्मचारियों के लिए ऐसी चुनौतियां का होना जिससे उन्हें काफी कुछ सीखने को मिले।

  10. जिम्मेदारियां

  11. काम को अपने ढंग से करने की आजादी

  12. किसी की व्यक्तिगत रुचि और शौक, या उससे जुड़ी नौकरी के लिए स्वतंत्रता

  13. अपने सहकर्मी का आदर करना

  14. आपके उच्च अधिकारियों से आपके अच्छे तालमेल

  15. आपके किए हुए काम पर उच्च अधिकारियों की प्रक्रिया जिससे आप अपने कार्य में सुधार कर सकें।

  16. काम में आजादी

  17. कार्य की प्रकृति

  18. संगठन से जुडाव की अनुभूति

  19. संगठन में नए नेतृत्व के अवसर

आपकी कुंडली में ऐसे रास्तों का ज़िक्र हो सकता है जिनसे आप इन सभी बिंदुओं को अपनी नौकरी के दौरान महसूस कर सकते हैं। इसी कारणवश ज्योतिषी आपको एक अच्छी नौकरी दिलवाने के साथ-साथ उस नौकरी में आनंद का भी अनुभव करवाने में मदद करते हैं। यही कारण है कि हर किसी को अपनी कुंडली को एक अच्छे ज्योतिषी को दिखाने की जरूरत है। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी मेहनत और कर्म आपको महादशा की प्रतिकूल स्थिति में चुनौतियों से लड़ने में मदद करता है।

अगर आप सभी उपाय करके थक चुके हैं और फिर भी कोई परिणाम नहीं निकल रहा है तो आप अपने सपने को पूरा करने के लिए ज्योतिष/Astrology का भी सहारा ले सकते हैं। एक अच्छा ज्योतिषी/Astrologer आपको इस समस्या से बाहर निकालने के साथ-साथ नौकरी से जुड़ी सभी समस्याओं को भी खत्म कर सकता हैं।

किसी विशिष्ट समस्या का समाधान पाने के लिए आप:

अपने करियर को लेकर ऑनलाइन रिपोर्ट भी ले सकते सकते हैं और

डॉ विनय बजरंगी से भी मिल सकते हैं।

आप हमारी बाकी के भी लेख इस वेबसाइट से पढ सकते हैं। आप उन लेख को पढ़ कर अपनी जन्म कुंडली के अनुसार अपने लिए उत्तम विषय का चुनाव कर सकते हैं और साथ में अपनी कुंडली में सरकारी नौकरी मिलने के भी योग को जान सकते हैं। 

विशिष्ट मार्गदर्शन के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों से संपर्क साध सकते हैं:

पूछे जाने वाले प्रश्न

नौकरी छूटने के लिए कुंडली में मौजूद पाप ग्रहों की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। राहु-केतु और शनि का प्रभाव नौकरी छूटने का कारण बन सकता है। नौकरी छूटने के असली कारण को जानने के लिए परामर्श प्राप्त करें।

 

नौकरी नहीं मिल पाने में दशम भाव का अशुभ स्थिति में होना महत्वपूर्ण कारक बनता है। नौकरी का संबंध छठे और दशम भाव से होता है और जब यह अच्छी स्थिति में नहीं होते, तो नौकरी मिलने में कठिनाई आती है।

जन्म तिथि के अनुसार नौकरी मिलने का समय आपकी कुंडली में दशम भाव, भावेश, छठे भाव भावेश की दशा का समय दर्शाता है। कुंडली में यदि दशाओं का संबंध इन भावों से होने पर आप नौकरी प्राप्त कर पाते हैं।
 

कुंडली में नौकरी से जुड़े ग्रह की दशा ही आपके लिए करियर में आगे बढ़ने का अवसर देती है। अगर कुंडली में दशम, सप्तम, छठे, और नवम भाव की दशा हो या इन पर ग्रह गोचर का प्रभाव सबसे अधिक हो, तो यह समय आपकी नौकरी के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है।

कुंडली के अनुसार, रोजगार पाने का उत्तम समय तब होता है, जब आपकी कुंडली में नौकरी से जुड़े ग्रह की दशा अंतर्दशा या गोचर का प्रभाव हो, लेकिन अगर इसका प्रभाव आपको नहीं मिल पा रहा है, तो उस स्थिति में काम मिल पाना बेहद मुश्किल होता है। इसलिए अभी परामर्श प्राप्त कर जानें कि आप कब तक बेरोजगार रहने वाले हैं या कब मिलेगी आपको अपनी पसंद की नौकरी।

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