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फॅमिली बिज़नेस ज्योतिष: family business based on astrology

फॅमिली बिज़नेस

आप सोच रहे होंगे की इस विषय में लेख लिखने का क्या अर्थ है। लेकिन जो लोग इस विषय में नहीं जानते और उनके मन में बिजनेस करने की चाह है तो उनके लिए इस विषय में जानना बेहद जरूरी है। इस बात के पीछे एक छोटा और सरल व्याख्य है। फैमिली बिजनेस/Parental Business हर व्यक्ति के अनुरूप नहीं होता है। यदि आपकी कुंडली/Kundli में पारिवारिक व्यापार या फैमिली बिजनेस में सफलता नहीं है और फिर भी आप अपने परिवार के द्वारा स्थापित व्यापार को चलाने का प्रयास करते हैं तो इस बात की सबसे अधिक संभावना होती है कि व्यापार या तो बंद हो जाएगा या फिर उसे वित्तीय घाटे की मार झेलनी पड़ेगी। भारत में इस स्थिति को समझाने के लिए उदाहरण भरे पड़े है।

क्या मैं अपने परिवार के बिजनेस में सफल हो सकता हूँ: Can I be successful in family business 

इस प्रश्न का जवाब दो कारक पर निर्भर करता है। पहला तो आपकी क्षमता और गुण, और दूसरा आपकी कुंडली/Horoscope में व्यापार योग। यदि आपकी कुंडली में फैमिली बिजनेस का योग हो तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। बस आपको सही दिशा में मेहनत करने और सही निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। लेकिन आपकी कुंडली में योग/Yoga in horoscope का ना होना इस बात को दर्शाता है कि आपको बिजनेस के क्षेत्र में नहीं जाना चाहिए। यदि आप अपने फैमिली बिजनेस में इसलिए प्रवेश करना चाहते हैं क्योंकि आपके पूर्वजों ने इसे अपनी मेहनत से स्थापित किया है और उनको इस बिजनेस में सफलता भी मिली है तो आप यहां गलत साबित हो सकते हैं। एक बात यहां कहना अनिवार्य है कि आपके पूर्वजों ने जिस कौशल और योजनाओं पर कार्य करते हुए सफलता प्राप्त की थी, वह नए बाजार में उतने कारगर साबित नहीं होंगे। अब बिजनेस करने के तरीके में गंभीर बदलाव आए हैं जिसके लिए नए तरीके और नई योजनाएं की आवश्यकता होगी।

फॅमिली बिज़नेस करने के ज्योतिष कारक: Planetary combinations that support family business  

आपकी कुंडली में कुछ विशिष्ट घर और ग्रह है जो किसी भी जातक के पारिवारिक व्यापार में सफलता का आकलन करने में सहायता करते हैं। इसलिए उनमें से कुछ भावों के बारे में समझते हैं –

क्या मैं अपने परिवार के बिजनेस में सफल हो सकता हूँ: Can I be successful in family business 

इस प्रश्न का जवाब दो कारक पर निर्भर करता है। पहला तो आपकी क्षमता और गुण, और दूसरा आपकी कुंडली/Horoscope में व्यापार योग। यदि आपकी कुंडली में फैमिली बिजनेस का योग हो तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। बस आपको सही दिशा में मेहनत करने और सही निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। लेकिन आपकी कुंडली में योग/Yoga in horoscope का ना होना इस बात को दर्शाता है कि आपको बिजनेस के क्षेत्र में नहीं जाना चाहिए। यदि आप अपने फैमिली बिजनेस में इसलिए प्रवेश करना चाहते हैं क्योंकि आपके पूर्वजों ने इसे अपनी मेहनत से स्थापित किया है और उनको इस बिजनेस में सफलता भी मिली है तो आप यहां गलत साबित हो सकते हैं। एक बात यहां कहना अनिवार्य है कि आपके पूर्वजों ने जिस कौशल और योजनाओं पर कार्य करते हुए सफलता प्राप्त की थी, वह नए बाजार में उतने कारगर साबित नहीं होंगे। अब बिजनेस करने के तरीके में गंभीर बदलाव आए हैं जिसके लिए नए तरीके और नई योजनाएं की आवश्यकता होगी।

फॅमिली बिज़नेस करने के ज्योतिष कारक: Planetary combinations that support family business  

आपकी कुंडली में कुछ विशिष्ट घर और ग्रह है जो किसी भी जातक के पारिवारिक व्यापार में सफलता का आकलन करने में सहायता करते हैं। इसलिए उनमें से कुछ भावों के बारे में समझते हैं –

आप जिस घर में जन्म लेते हैं, दूसरा भाव/Second House उस घर के बारे में बताता है। यदि दूसरा भाव शक्तिशाली होता है तो यह आपके पारिवारिक व्यापार में समृद्धि, धन और शक्ति की प्राप्ति को दर्शाता है। यदि जातक को किसी और परिवार ने गोद लिया है या फिर वह अपने असली परिवार से दूर रहता है तो इस स्थिति में जातक के नौवें भाव/Ninth House का आकलन करना अनिवार्य हो जाता है। यहां पर इस भाव पर प्रभाव डालने वाले ग्रह को देखते हैं, जो शुक्र ग्रह है। यदि शुक्र किसी पीडित ग्रह के संपर्क में आ जाए तो जातक को फॅमिली व्यापार में सफलता नहीं मिलेगी।

तीसरा भाव/Third House, भाई-बहन और चचेरे भाई का भाव होता है। इस भाव का आपके पक्ष में होना आपके व्यापार में सफलता को दर्शाता है। इस भाव में बुध और मंगल की स्थिति की भी जांच की जाती है, जिससे भाई और बहनों में अनुकूलता का पता चल सकता है।

चौथे भाव/Fourth House, माता, मन, भावनाओं और आराम का भाव होता है। यदि यह छठे/Sixth House, आठवें/Eighth house, और बारहवें भाव/Twelfth House में हो या फिर किसी पीडित ग्रह के संपर्क में आ जाए तो जातक को फॅमिली व्यापार में सफलता मिलने की संभावना बहुत कम होगी।

पांचवें भाव/Fifth House को आत्मा का भाव भी कहा जाता है। इस भाव का प्राकृतिक शासक सूर्य है। यदि यह मजबूत स्थिति में होगा तो यह जातक की फॅमिली व्यापार को आगे बढ़ाने की क्षमता को दिखाएगा। इसलिए यह पैतृक व्यवसाय के विषय में अच्छा संकेतक है।

नौवां भाव/Ninth House पिता या पिता समान व्यक्ति के विषय में संकेत देता है। यदि यह भाव मजबूत होगा तो व्यक्ति फैमिली बिजनेस में सफल हो सकता है।

माता (चंद्रमा) की स्थिति के आकलन के लिए डी-12 और पिता (सूर्य) के आकलन के लिए डी-40 और डी-45 चार्ट का आकलन करना अनिवार्य है। इन सभी चार्ट के आंकलन से आपके बिजनेस से जुड़े कर्मा को भी जाना जा सकता है।

यदि व्यक्ति को इस विषय में जानना है कि वह अपने फॅमिली व्यापार को कब तक सफलता से चला सकता है तो उसे अपनी कुंडली में ऊपर दिए गए सभी ग्रहों और भावों का आकलन करवाना होगा।

क्या आपकी कुंडली पैतृक व्यवसाय /फैमिली बिजनेस का समर्थन करती है?

इस बात में पूर्ण सत्य है कि पारिवारिक व्यापार हर व्यक्ति के लिए नहीं होता। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नए व्यापार की शुरुआत, व्यापार में सफलता और व्यापार को सही से संचालित करने के अलग अलग ग्रह और भावों के संयोजन होते हैं। फॅमिली व्यापार में सफलता के लिए आपकी कुंडली/Natal Chart में संकेत दिए होते हैं। मैं इस लेख के जरिए इन सभी को एक एक करके समझाउंगा।

किसी भी व्यापारी के लिए सबसा बड़ा और कठिन प्रश्न होता है – “क्या उनकी विरासत को उनकी संतानें आगे बढ़ाएगी कि नहीं”।

चलिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देते हैं –

  1. पुत्र फलते-फूलते पारिवारिक व्यापार से नहीं जुड़ना चाहता।
  2. पुत्र घाटे में जा रही फॅमिली व्यापार से जुड़ने में इच्छुक नहीं है
  3. पिता अपने पुत्र की योजनाओं से अनजान होने के कारण अपने व्यापार को आगे नहीं बढ़ रहा है।
  4. पिता-पुत्र में पारिवारिक व्यापार को लेकर मतभेद।
  5. भाइयों में पारिवारिक व्यापार को लेकर मतभेद।
  6. हिंदू अविभाजित परिवार/Hindu Undivided Family Business की विशिष्टता
  7. पुत्री पैतृक व्यवसाय में अपना हिस्सा तलाश रही है।
  8. पैतृक व्यवसाय का अदालती कार्यवाही में फंस जाना।
  9. बिजनेस के मतों में टकराव
  10. पुत्रों के बीच में पिता के व्यापार को लेकर मतभेद

ऊपर दिए गए हर एक मामले के सैकड़ों ज्योतिषीय संयोजन/Astrological Combination है। एक ज्ञानी ज्योतिषी ही इन सभी संयोजन को एक दम सटीक तरीके से पढ़ कर उपाय कर सकते हैं और साथ में आवश्यकता के अनुसार कर्म में सुधार/Karma Correction के लिए भी कुछ जरूरी कदम बता सकते हैं।

यदि हम ऊपर के सभी दस स्थिति का आकलन करें तो आपको दिख जाएगा कि यह सब दो व्यक्तियों के बीच भावनात्मक संबंध और अंतर-संबंध का विषय है जिसका आंकलन बेहद महत्वपूर्ण होता है।

आप आउटलुक इंडिया में प्रकाशित मेरा नवीनतम साक्षात्कार समाचार अनुभाग से पढ़ सकते हैं। उस साक्षात्कार का विषय है – 'How astrology helps in business success'।

चलिए एक एक करके ऊपर लिखे सभी मामलों को समझते हैं –

1.       पुत्र पिता के फलते फूलते व्यापार को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है।

एक बार एक दंपत्ति जोड़ा अपने पुत्र के भविष्य को लेकर मेरे पास आया था। उनके पुत्र ने अच्छी शिक्षा प्राप्त की थी और उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने अपने पुत्र को विदेश भेजा था। उन्होंने अपने पुत्र को इस उद्देश्य से बाहर भेजा था कि वह वहां से बिजनेस के लिए नए कौशल सीख कर वापस आ कर अपने पिता के साथ उनके व्यापार में हाथ बंटाएगे।

लेकिन वह वापस नहीं आया। जिस दिन उनके बेटे ने वहां विवाह कर लिया, उस दिन से दंपत्ति का विश्वास और गहरा हो गया कि उनका बेटा अब वापस नहीं आएगा। दोनों ही माता पिता एकदम निराश हो गए थे और उनके पास कोई योजना नहीं थी कि आगे क्या किया जाए।  

उनके बिजनेस में विस्तार की क्षमता बहुत थी। लेकिन इसके लिए उन्हें एक काबिल साथी और एक दम नई योजनाओं की आवश्यकता थी, जिसे लाने में वह दोनों असमर्थ थे।

मैंने इस जटिल समस्या को बहू और सास के बीच के अंतर-संबंधों को सुधार कर हल किया था। दंपत्ति का दिल्ली के रियाशी इलाके में घर होने के बावजूद भी, पुत्र और बहु को बिजनेस वाले जगह के पास एक किराए के घर में रहने को कहा गया। इस पूरी प्रक्रिया में पूरे दो साल लग गए लेकिन उनकी कुंडली/Kundli के सकारात्मक भाव ने उनकी पूरी सहायता की।

2.       पुत्र अपने पिता के कमजोर व्यापार से जुडने के इच्छुक नहीं है।

ऐसा कई बार देखा गया है कि पुत्र अपने औसत आय वाली नौकरी से खुश रहता है और अपने पिता के व्यापार में उनका साथ नहीं देता। हर व्यापारी पिता का सपना होता है कि उनका पुत्र उनके व्यापार में साथ दे और उनके बिजनेस को आगे ले जाए। लेकिन दोनों के मतों में अंतर के कारण ऐसा नहीं हो पाता। ऐसे घर में महिलाएं ज्यादा परेशान रहती है।

इस परेशानी का समाधान उन माता पिता के पुत्रों की कुंडली के आकलन से मिल सकता है। यदि आपके पुत्र की कुंडली में व्यापार का योग/Business yoga in Kundali नहीं है तो उसके लिए नौकरी एक अच्छा विकल्प है।

यदि नौकरी के अच्छे योग होने के बाद भी वह अपनी नौकरी को छोड़ फॅमिली व्यापार में जुड़ जाता है, तो वह इसमें सफल नहीं हो पाएगा। कुंडली के आकलन से परिवार में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है।

3.       पिता अपने पुत्र के भविष्य के योजनाओं से अनजान होकर विस्तारीकरण की तरफ अग्रसर नहीं होता।

ऐसे बहुत सारे उदाहरण आपको मिल जाएंगे, जहां पर व्यापार के विस्तारीकरण के अच्छे योग होते हैं लेकिन पिता अपने पुत्र की योजनाओं से अनजान होता है इसलिए वह इस कदम की ओर देखता भी नहीं है।

मैंने भी बहुत सारे मामले देखें हैं और उनमें से कुछ की सहायता करने का मौका भी मिला है। उनमें से एक मामले के बारे में आपको बताने वाला हूं। इसमें पिता को आशा नहीं थी कि उनका पुत्र अमेरिका में चल रही अच्छी खासी नौकरी को बीच में छोड़ कर वापस भारत आएगा। उनके पुत्र की कुंडली/Birth Chart का आकलन करके मैंने उन्हें व्यापार के विस्तार के लिए सुझाव दिया और कहा कि वह अपने चचेरे भाई या फिर अपनी पुत्री की सहायता ले सकते हैं।

यह उनके पुत्र के लिए एक चारे की तरह काम कर सकता है क्योंकि उनके पुत्र की कुंडली में साफ साफ इंगित है कि वह अपने पिता के व्यापार से जुडने का इच्छुक था। उनका पुत्र 2009 में वापस भारत आ गया और अपने पिता का व्यापार में हाथ बंटाने लगा। वर्तमान में दोनों मिलकर अपने व्यापार को एक नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं।

क्या जन्म कुंडली में फॅमिली व्यापार में मतभेद का जिक्र होता है? Does birth chart indicate disputes in parental/inheritance business?

किसी भी व्यापार में मतभेद होना आम बात है। और फॅमिली व्यापार में मतभेद होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है। ऐसा बदली हुई पीढ़ी और व्यापार करने की धारणा के बदलने से होता है।

चलिए फॅमिली व्यवसाय में मतभेद के कुछ कारणों के बारे में बताते हैं। लेकिन आपको इस विषय में घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह सब आपकी जन्म कुंडली के आकलन से पता चल सकता है।

क्या जन्म कुंडली में फॅमिली व्यापार में मतभेद का जिक्र होता है? Does birth chart indicate disputes in parental/inheritance business?

किसी भी व्यापार में मतभेद होना आम बात है। और फॅमिली व्यापार में मतभेद होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है। ऐसा बदली हुई पीढ़ी और व्यापार करने की धारणा के बदलने से होता है।

चलिए फॅमिली व्यवसाय में मतभेद के कुछ कारणों के बारे में बताते हैं। लेकिन आपको इस विषय में घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह सब आपकी जन्म कुंडली के आकलन से पता चल सकता है।

1.       पिता-पुत्र में पैतृक व्यापार को लेकर मतभेद

एक व्यक्ति अपनी और अपने पिता की कुंडली/Kundali लेकर मेरे पास आया था। समस्या यहां आ रही थी दोनों एक ही व्यापार को चला रहे थे जो उन्हें उनके पूर्वजों से मिला था। पुत्र ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 20 साल उस व्यापार को दे दिए थे और वेतन के तौर पर कुछ नहीं लिया था। लेकिन दोनों के बीच कुछ गलतफहमी के कारण दोनों में टकराव आ गया और पिता ने पुत्र को फॅमिली व्यापार से अलग कर दिया।

पुत्र ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष सिर्फ व्यापार को बनाने में दे दिए और अपने लिए कुछ भी जमा नहीं किया। जब वह मेरे पास आया था तब उसके पास कुछ नहीं था।

इस मामले को सुलझाने के लिए पुत्र ने अदालत का सहारा लिया।

मैंने भविष्यवाणी की थी कि अदालत का निर्णय उनके पक्ष में आ सकता है। और अंत में ऐसा ही हुआ। ऐसा बहुत कम ही होता है जब पुत्र व्यापार से संबंधित केस में पिता से जीत जाए।

आप हमारे वेबसाइट पर मौजूद कैलकुलेटर का प्रयोग करके अपने जीवन से संबंधित बहुत सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस कैलकुलेटर/Business Calculator का प्रयोग करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

2. चचेरे भाइयों में फैमिली बिजनेस के अधिकारों पर मतभेद

फैमिली बिजनेस में यह एक सामान्य मामला है। इसमें समाधान के लिए एक सरल तरीका है। जिसकी कुंडली में आठवां भाव/Eighth House जितना ज्यादा शक्तिशाली होगा, उसे व्यापार के बंटवारे में उतना फायदा होगा और जिसका आठवां भाव/Eighth House कमजोर होगा उसे कम अधिकार मिलेंगे।

लेकिन अपनी किस्मत के भाव को सशक्त बनाने के लिए बहुत सारे तरीके हैं। यदि आपको कम अधिकार मिलते हैं तो आप अपने लिए उन रास्तों को बना सकते हैं जिससे आपको सफलता मिल सकती है।

बहुत लोग फैमिली बिजनेस के बंटवारे से खुश नहीं होते है, लेकिन उनकी सही दिशा में मेहनत उन्हें एक अलग पायदान पर ले जा सकती है। इसलिए कभी भी किस्मत पर निर्भर ना होकर अपने लिए किस्मत खुद बनाएं।

3. एक हिंदू अविभाजित परिवार की विशिष्टता/Typicality' of a Hindu undivided family

कभी कभी कानून दोषियों की तरफ झुक जाता है। ऐसा तब होता है जब किसी व्यक्ति को कानूनी दांव पेंच के बारे में ना पता हो। यह किसी भी इंसान के लिए बहुत मुश्किलों भरा हो सकता है।

लेकिन इस बात को आपको समझना होगा कि अदालत प्रमाण पर विश्वास करती है। अंत में वही जीतेगा, जिसके पक्ष में प्रमाण होंगे। यदि किस्मत आपके पक्ष में होगी तो आप जीत भी सकते हैं।

4.       पुत्री अपने पिता के व्यापार में अधिकार की मांग करें।

पिछले दो दशकों से ऐसे मामले बढ़े है। अब लोगों की मानसिकता बदल रही है। अब लोग दोनों पुत्र और पुत्री को बराबर के अधिकार देते हैं और उनकी परवरिश भी उसी प्रकार से करते हैं।

वर्तमान समय में ज्यादातर महिलाएं अपने अधिकार को लेने की पूरी कोशिश करती हैं। अब कानून से भी इस बात को मंजूरी मिलने लगी है।

इस बात में कोई परेशानी नहीं है। समस्या तो तब उत्पन्न होती है जब पुत्री अपने अधिकार को लेकर बहुत ज्यादा ही जिद पर अड़ जाए या फिर वह अपने हक से ज्यादा की मांग करे।

ऐसे मामलों में मैंने उन लोगों की कुंडली के आकलन/Horoscope reading से समाधान बताएं हैं। उन समाधानों से दोनों ही पक्षों को फायदा हुआ है।

क्या ज्योतिष से पैतृक व्यापार में अदालती मामलों को पहचाना जा सकता है? Can astrology identify court cases in family-owned businesses?

सभी की कुंडली में इस बात का संकेत होता है कि वह किसी कानूनी मामले में फसेगा या नहीं। इसी तरह से एक ज्ञानी ज्योतिष/Learned Astrologer इस बात का भी पता लगा सकते हैं कि उनका पैतृक व्यापार, अदालती कार्यवाही में फसेगा या नहीं। आपको इस लेख के जरिए अपनी फैमिली बिजनेस से जुड़ी समस्या का समाधान मिल सकता है। यदि आप अदालती कार्यवाही के कारण के विषय में पढ़ना चाहते हैं तो आपको इस विषय में हमारी वेबसाइट पर लेख मिल जाएंगे। अदालती कार्यवाही में फसने की संभावना को जानने के लिए आगे पढ़ते रहें।

1.   पैतृक व्यापार या पैतृक जायदाद की वजह से अदालती मामले

क्या ज्योतिष से पैतृक व्यापार में अदालती मामलों को पहचाना जा सकता है? Can astrology identify court cases in family-owned businesses?

सभी की कुंडली में इस बात का संकेत होता है कि वह किसी कानूनी मामले में फसेगा या नहीं। इसी तरह से एक ज्ञानी ज्योतिष/Learned Astrologer इस बात का भी पता लगा सकते हैं कि उनका पैतृक व्यापार, अदालती कार्यवाही में फसेगा या नहीं। आपको इस लेख के जरिए अपनी फैमिली बिजनेस से जुड़ी समस्या का समाधान मिल सकता है। यदि आप अदालती कार्यवाही के कारण के विषय में पढ़ना चाहते हैं तो आपको इस विषय में हमारी वेबसाइट पर लेख मिल जाएंगे। अदालती कार्यवाही में फसने की संभावना को जानने के लिए आगे पढ़ते रहें।

1.   पैतृक व्यापार या पैतृक जायदाद की वजह से अदालती मामले

ऐसे मामलों से अदालत भरा पड़ा है जहां पर पूरा परिवार पैतृक व्यापार या पैतृक जायदाद/Family Business and ancestral property के लिए लड़ रहा है।

कभी कभी परिवार में इतने लोग होते हैं कि बिजनेस को नियंत्रण में रखना बेहद ही मुश्किल होता है। कुछ लोगों का आपके व्यापार से सीधा संबंध होता है। और कुछ लोगों के लिए यह सिर्फ मनोरंजन का स्त्रोत होता है और कुछ को इससे मतलब ही नहीं होता है।

उनके लिए बहुत मुश्किल घड़ी होती है जिनका सीधी रुचि व्यापार या जायदाद में होती है। यह मामला कभी अदालत के चौखट तक जाए ही ना यदि सभी लोग बिना किसी मतभेद के व्यापार के अधिकारों को सही से बांट लें।

बहुत सारे लोग इस समस्या से जूझ रहे होते हैं। इसलिए इसका सरल उपाय आपको आपकी कुंडली/natal chart से मिल सकता है।

मैंने बहुत लोगों को देखा है जो इस समस्या के समाधान के तौर पर कुल-देवता की पूजा करते हैं। यदि आप इस पूजा को विधि अनुसार करते हैं और इस पूजा का संकेत आपकी कुंडली में हो तो यह आपके लिए लाभकारी संकेत साबित हो सकता है।

2.   अहंकार का टकराव

आपने कई बार देखा होगा कि पैतृक व्यापार अचानक से ढह जाता है? मेरे पास भी कुछ ऐसे मामले आए थे। उनमें से कई लोग तो अपने व्यापार के लिए समाधान खोजते हुए मेरे पास आए थे।

इस समस्या का मूल कारण अहंकार का टकराव हो सकता है। यह पिता-पुत्र, दोनों बच्चों, चचेरे भाई और आपके या फिर किसी तीसरे इंसान के हस्तक्षेप के कारण भी हो सकता है।

ज्योतिष/Astrology की सहायता से इसका समाधान संभव है, लेकिन शर्त यह है कि नुकसान से उबरने में आपके परिवार को समय लग सकता है। कभी कभी लोग समाधान के लिए तब आते हैं जब पानी सर के ऊपर चला जाता है। जो एकदम गलत कदम होता है।

3.   पुत्रों में पिता के व्यापार की वजह से मतभेद

यह भी एक सामान्य मामला है जहां पर ज्यादातर व्यापारियों के परिवार फसते हैं। कभी कभी देखा गया है कि पिता के मरने के तुरंत बाद ही पुत्रों में व्यापार को लेकर मतभेद हो जाता हैं। कभी कभी पिता के मृत्यु से पहले ही पुत्रों में मतभेद शुरू हो जाता है।

कभी कभी पिता अपने बच्चों की योजनाओं और उनके व्यवहार के वजह से अपने व्यापार का बंटवारा करने पर मजबूर हो जाते हैं।

यदि आप ऐसा करने पर मजबूर हो रहे हैं तो आप अपने बच्चों की कुंडलियां मेरे पास ला सकते हैं। मैं उनकी कुंडली/Kundali का आकलन करके एक दम सटीक तरीका बताऊंगा। उन संभावनाओं को भी तलाशेंगे जिससे ऐसी परिस्थिति आपके सामने ना खड़ी हो।

यदि आप ऊपर दिए गए किसी भी स्थिति में फसते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी कुंडली के मूल्यांकन के लिए जाना चाहिए। मैं आपकी कुंडली को पढ़ कर उन ज्योतिषीय कारणों/Astrological reasons for marriage और समाधान के बारे में बताउंगा जो आपके फैमिली बिजनेस को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगा।

अपने पैतृक व्यापार में सफलता प्राप्त करने के लिए सभी को अपनी कुंडली में बिजनेस योग/Family business yoga की तलाश करनी चाहिए। आपकी कुंडली से कुछ सवालों के जवाब के बारे में आसानी से पता लग सकता है। जैसे – क्या मेरा फॅमिली व्यवसाय सफल रहेंगे? क्या मेरी कुंडली में पैतृक व्यापार का योग है? Parental Marriage Yoga कौन से भाव और ग्रह आपकी कुंडली में पैतृक व्यापार की ओर इशारा करते हैं।

किसी वशिष्ट मार्गदर्शन के लिए आप निम्नलिखित में से कोई भी तरीका अपना सकते हैं।

फैमिली बिजनेस के लिए ऑनलाइन रिपोर्ट

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