कुंडली से जानें बिजनेस में असफलता के कारण | Suggestions for business success

अगर आप इस लेख को पढ़ रहे हैं तो संभवतः आप अपने बिजनेस को लेकर किसी बड़ी समस्या का सामना कर रहे होंगे। इनमें से ज्यादातर परेशानियां वैदिक ज्योतिष की सहायता से हल की जा सकती है। चलिए इस विषय में और बात करते हैं और आपके सभी समस्या का समाधान खोजते हैं। आपको अपने सवाल का जवाब आपकी अपनी चंद्र राशि से मिल सकता है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि आगे आने वाले 4-5 साल आपके लिए कैसे रहने वाले हैं? इस प्रश्न के उत्तर के लिए मुझे सिर्फ आपके लग्न चार्ट/ascendant chart का आंकलन करना होगा। अगर आप इस विषय में और ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तब आप मुझसे अपनी कुंडली दिखा सकते हैं। ऐसा करने से आपके सभी समस्या का हल भी आपको मिल सकता है।
व्यापार क्यों विफल होते हैं?/ Reasons for fall in business
व्यापार के विफल होने के अनगिनत कारण हो सकते हैं। हम इनमें से कुछ कारणों को इस लेख के जरिए समझाने का प्रयास करेंगे। लेकिन उससे पहले आपको बिजनेस में विफलता/Business Failure के आम कारणों को जानने की आवश्यकता है। इन पहलुओं को समझने के बाद ही आप व्यापार के ज्योतिषीय पहलू को समझ सकते हैं। इन्हीं पहलुओं के आंकलन से ही आप अपने व्यापार में गिरावट का मूल कारण जान पाएंगे। एक अच्छा ज्योतिषी/Astrologer आपकी कुंडली के अनुसार व्यापार की सफलता के लिए आपको उत्तम सुझाव दे सकता है। चलिए बिजनेस की विफलता के कुछ कारणों के बारे में जानते हैं।
बिजनेस शुरू करने के लिए पूरी तैयारी ना करना
एक बिजनेस स्थापित करने के लिए आपको कई चीजों का ख्याल रखना पड़ता है। सभी व्यापारियों को कम से कम अगले एक साल के सभी परिस्थिति से लडने के लिए खुद को और अपने बिजनेस को तैयार कर लेना चाहिए। जो व्यक्ति अपने बिजनेस की योजना बनाने में सफल नहीं होते, उन्हें अपने व्यापार को सही दिशा में ले जाने में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ना करने से आपका व्यापार बंद भी हो सकता है। आपको कुछ भी शुरू करने से पहले एक सूची तैयार करनी चाहिए जिसमें इस बात का जिक्र होगा कि आपको कितने सामान की आवश्यकता है, आपके उस समय के दौरान अपनी कंपनी से क्या उमीदे है, अगर कहीं पर दिक्कत आती भी है तो उसके लिए कैसे तैयारी करें। ऐसे बहुत सारे बिंदु हैं जिनका उस सूची में होना अनिवार्य है।
व्यापार क्यों विफल होते हैं?/ Reasons for fall in business
व्यापार के विफल होने के अनगिनत कारण हो सकते हैं। हम इनमें से कुछ कारणों को इस लेख के जरिए समझाने का प्रयास करेंगे। लेकिन उससे पहले आपको बिजनेस में विफलता/Business Failure के आम कारणों को जानने की आवश्यकता है। इन पहलुओं को समझने के बाद ही आप व्यापार के ज्योतिषीय पहलू को समझ सकते हैं। इन्हीं पहलुओं के आंकलन से ही आप अपने व्यापार में गिरावट का मूल कारण जान पाएंगे। एक अच्छा ज्योतिषी/Astrologer आपकी कुंडली के अनुसार व्यापार की सफलता के लिए आपको उत्तम सुझाव दे सकता है। चलिए बिजनेस की विफलता के कुछ कारणों के बारे में जानते हैं।
बिजनेस शुरू करने के लिए पूरी तैयारी ना करना
एक बिजनेस स्थापित करने के लिए आपको कई चीजों का ख्याल रखना पड़ता है। सभी व्यापारियों को कम से कम अगले एक साल के सभी परिस्थिति से लडने के लिए खुद को और अपने बिजनेस को तैयार कर लेना चाहिए। जो व्यक्ति अपने बिजनेस की योजना बनाने में सफल नहीं होते, उन्हें अपने व्यापार को सही दिशा में ले जाने में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ना करने से आपका व्यापार बंद भी हो सकता है। आपको कुछ भी शुरू करने से पहले एक सूची तैयार करनी चाहिए जिसमें इस बात का जिक्र होगा कि आपको कितने सामान की आवश्यकता है, आपके उस समय के दौरान अपनी कंपनी से क्या उमीदे है, अगर कहीं पर दिक्कत आती भी है तो उसके लिए कैसे तैयारी करें। ऐसे बहुत सारे बिंदु हैं जिनका उस सूची में होना अनिवार्य है।
नेतृत्व में कमी
यह बात हर कोई मानता है कि खराब नेतृत्व एक अच्छी योजना को डुबा सकता है। जब किसी कंपनी का नेतृत्व एक ऐसा व्यक्ति कर रहा हो जो सही समय पर कोई निर्णय ना ले पाए तब उस संगठन का विफल होना तय माना जाता है। खराब नेतृत्व के कारण संगठन के वित्त से लेकर कर्मचारी पर प्रभाव पड़ सकता है और अंत में व्यापार बंद होने की संभावना भी बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है। अच्छे नेतृत्व का असर आपको अपने कंपनी पर भी दिख सकता है। अच्छे नेतृत्व वाले व्यक्ति दूसरों की गलतियों से सीखते हैं, अपने साथियों के सुझाव को सुनते हैं और सही समय पर सही निर्णय लेते हैं। एक सफल बिजनेस के लिए नेतृत्व अच्छा होना चाहिए।
अपनी कोई खास पहचान ना होना
आपका उत्पाद कितना भी बढिया क्यों ना हो अगर उसकी कोई खासियत नहीं है तो आप सफल नहीं हो सकते। बाजार में बहुत प्रतिस्पर्धी है और अगर आपके उत्पाद की कोई खासियत नहीं है तो आपका व्यापार का अस्तित्व खतरे में आ सकता है। इसी कारणवश हर व्यक्ति को अपने उत्पाद की विशेषता सबके सामने लाने की ज़रूरत होती है। आपको लोगों को बताना पड़ेगा कि वह आपका उत्पाद क्यों खरीदें। जिस दिन आपने इस प्रश्न का जवाब ढूंढ कर अपने उपभोक्ताओं को बता दिया उसी दिन से आपका उत्पाद लोगों को पसंद आना शुरू हो जाएगा।
ग्राहकों की जरूरत
हर कंपनी दावा करता है कि उनके ग्राहक ही उनकी प्राथमिकता है, लेकिन कभी-कभी सच्चाई इससे विपरीत हो सकती है। ज्यादातर संगठन सिर्फ अपने मुनाफे और बाजार में बने रहने को ज्यादा महत्व देते हैं। जिस भी पल आपने अपने ग्राहक के बारे में सोचना बंद कर दिया, उसी पल से आपके बिजनेस में गिरावट होनी शुरू हो जाती है। कोई भी ऐसी कंपनी के साथ नहीं जुडना चाहेगा जो उससे झूठ बोले और उनकी परेशानियों के बारे में ना सोचे। इसी वजह से आपको अपने ग्राहकों के बारे में सबसे पहले सोचना चाहिए। आप अपने उत्पाद में समय समय पर बदलाव भी कर सकते हैं जिससे आपके ग्राहक आपके नए उत्पाद का इंतजार करें। अगर किसी ने आपके उत्पाद की आलोचना की है तो आपको उससे घबराने की ज़रूरत नहीं है। वह आपका मित्र है जो यह बताना चाहता है कि आपको इस क्षेत्र में और मेहनत करने की ज़रूरत है।
कुछ भी सीखने की इच्छा ना रखना या सीख ना पाना
सभी बिजनेस में उतार चढ़ाव होते ही हैं। लेकिन शुरू में ही इन उतार चढ़ाव से हार जाना आपके और आपके उत्पाद के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अक्सर, उद्यमी या तो खुद को सभी से उत्तम मानते हैं या फिर अपने द्वारा गल्तियों से पूरी तरह से अनजान रहते हैं। लेकिन इन दोनों ही मामलों में उद्यमी की गलती नहीं है। यह मानव प्रकृति है कि वह अपनी गलती के लिए किसी बाहरी व्यक्ति को कसूरवार ठहराता है। अक्सर लोग एक जगह सबसे ज्यादा गलती करते हैं। वह उन लोगों को अपने आस पास भटकने भी नहीं देते जो सच बोलते हैं या फिर आपके द्वारा किए गए किसी गलत काम के बारे में आपको तुरंत सचेत करते हैं। ऐसे लोगों का आपके आस पास होना आपके और आपके व्यवसाय के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। वह आपको चेतावनी दे सकते हैं कि आप कहां पर गलती कर रहे हैं और उसे किस प्रकार ठीक किया जा सकता है।
व्यापार में नई पीढ़ी को लाना
कभी कभी व्यापार पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार संभालता है। कुछ मामलों में यह फैसला उचित होता है लेकिन ज्यादातर मामलों में उसी संगठन के कर्मचारियों को निराशाजनक महसूस होता है। नई पीढ़ी को लाना बुरी बात नहीं है, लेकिन उसे शुरुआत में ही उच्च अधिकारी के पद पर बैठा देना उचित नहीं है। आपने देखा ही होगा कि कुछ कॉर्पोरेट कंपनी जैसे विपरो, जेनपेक्ट नई पीढ़ियों को सबसे ज्यादा अवसर देती हैं लेकिन उन्हें तब तक काम नहीं करने दिया जाता जब तक उनके अंदर उस काम को करने के लिए कौशल उत्पन्न ना हो जाए। आपको ऐसे बहुत सारे संगठन मिल जाएंगे जो नई पीढ़ी को सीधा उच्चअधिकारी के पद पर नियुक्त कर देते हैं और वह अपनी ज़िम्मेदारी को सही तरह से नहीं निभा पाते। इस स्थिति में कंपनी के बंद होने की संभावना सबसे अधिक होती है।
असंतोषजनक प्रबंधन
आपके संगठन की सफलता का सबसे बड़ा दारोमदार आपके प्रबंधन प्रणाली के ऊपर होता है। इस क्षेत्र में कोई भी खराबी आपके और आपकी कंपनी के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। खराब प्रबंधन प्रणाली के कारण आप अपने कर्मचारियों का विश्वास खो देते हैं। खराब प्रबंधन प्रणाली का मतलब निचले और ऊपरी स्तरों के बीच संचार का अभाव, विशिष्ट मानकों और संरचना के बिना काम करना और अपने कर्मचारियों पर विश्वास ना करना है। इन्हीं कारणों के चलते सभी कर्मचारी आपको धीरा धीरे छोड कर चले जाते हैं। आपके ग्राहकों या फिर हिताधिकारियों को आपको खराब प्रबंधन प्रणाली के बारे में पता चलने के बाद आपके संगठन के बाजार में बने रहने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है।
अपर्याप्त पूंजी
यदि आपके पास काम करने के लिए पर्याप्त धन और उपकरण नहीं है तब कोई भी आपकी कंपनी में निवेश करने से पहले कई बार सोचेंगे। देनदार और निवेशक ऐसे संगठन से खुद को दूर ही रखना चाहेंगे जिनके पास अपने ही कार्य को पूरा करने की क्षमता ना हो। अपर्याप्त पूंजी ना होने के कारण संगठन समय पर ऋण और बिल का भुगतान नहीं कर पाएगा और साथ में समय पर अपने किसी भी कार्य को पूरा करने में सक्षम नहीं हो पाएगा। अगर आप अपने व्यवसाय को बढाने का प्रयास कर रहे हैं तो हो सकता है कि अपर्याप्त पूंजी के चलते आपका सपना सपना ही रह जाए। और ऐसे में घाटा होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
अनुचित समय पर अपने व्यापार का करना
इस स्थिति में मजबूत नींव आपके व्यापार के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। अपने व्यापार को बढाने के लिए उचित योजना, पर्याप्त धन, स्टाफ, साझेदार, प्रौद्योगिकी और संरचना की ज़रूरत होती है। इनमें से किसी एक भी क्षेत्र में कमी आपके व्यापार पर प्रभाव डाल सकती है। इन सभी चीजों के अभाव के कारण भी आप अपने बिजनेस का विस्तार नहीं कर पाते हैं।
मुख्यालय/ऑफिस
आपका मुख्यालय कहाँ स्थित है? यह प्रश्न आपके व्यापार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अगर आपका काम ग्राहकों से रोज मिलने वाला है तो इस प्रश्न की महत्वता और भी ज़्यादा बढ़ जाती है। आपका मुख्यालय ऐसी जगह स्थित होना चाहिए जहां से आपके ग्राहकों को आने जाने में कोई परेशानी ना हो। ऐसा होने की स्थिति में आपका बिजनेस खूब फलता फूलता है।
आय बनाम मुनाफा
बड़े व्यापारी और विशेषज्ञ का मानना है कि शुरुआती समय में कभी भी लभ/मुनाफे की तरफ नहीं देखना चाहिए। लेकिन मुनाफे कमाना ही हर व्यापार का लक्ष्य होना चाहिए। अगर आप अपने आय को देखें तो वह आपको मुनाफा ही होता है जो आपको व्यवसाय से होता है। इसी आय से आप अपना बिल भरते हैं, और कर्मचारियों को वेतन देते हैं। अगर हम वास्तविकता को देखें तो आपकी आय बहुत कम होती है लेकिन उस आय के बाद जो भी आप अपने बिजनेस से कमाते हैं वह आपका मुनाफा होता है। हर व्यक्ति को अपने मुनाफे को बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए।
सूची प्रबंधन
किसी भी बिजनेस में प्रबंधन का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सूची प्रबंधन हर संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अगर आप इस प्रबंधन पर कम ध्यान लगाते हैं तो आपके सेल पर इसका नकारत्मक प्रभाव पड़ेगा। इस बात का भी आपको ध्यान देना होगा कि यह ज्यादा ना हो जाए, अन्यथा आपके नुकसान और मुनाफे के प्रतिशत में गड़बड़ी हो सकती है।
फाइनेंस
अपने बिजनेस के जोड़ घटा करने के लिए आपको गणितज्ञ बनने की जरूरत नहीं है। अगर आप अपने व्यापार के हिसाब किताब को नहीं समझ पा रहे हैं तो आप अपने सफल होने की संभावना को खत्म कर रहे हैं। उचित वित्तीय प्रबंधन किसी भी संगठन की आधारशिला होती है। आपको अपने संगठन के आर्थिक स्थिति के बारे में मूल जानकारी ज़रूर होनी चाहिए साथ में आप किसी पेशेवर अकाउंटेंट को भी अपने साथ जोड़ सकते हैं। संगठन के वर्तमान आर्थिक हालात के बारे में ज्ञात होने से आप सही समय पर उचित निर्णय ले सकते हैं। इस कदम की महत्वता और भी बढ़ जाती है जब आप अपने व्यवसाय को बढाने का प्रयास कर रहे होते हैं।
अपने संगठन पर ध्यान लगाएं
आपको सफलता तब तक प्राप्त नहीं होगी जब तक आप अपने बिजनेस पर अपना पूर्ण ध्यान केंद्रित नहीं करते हैं। अगर आपने अपना ध्यान अपने बिजनेस से हटाया या फिर आप अपने लक्ष्य से ज़रा भी भटके तो आप इसका सीधा असर अपने व्यापार में दिख सकता है। वह व्यापार फलता फूलता है जिसके मालिक और कर्मचारी समय के अनुसार खुद को तुरंत ढ़ाल लें और स्थिति के अनुसार अपना हर कदम उठाएं। जब आपका ध्यान आपके व्यापार पर नहीं होगा तब आप इसका नकारात्मक प्रभाव अपने बिजनेस पर देख सकते हैं।
निजी प्रयोग
आपकी कंपनी की संपत्ति आपके निजी प्रयोग के लिए नहीं होती। हो सकता है कि आपके संगठन के किसी भी वस्तु का निजी प्रयोग करने से आपको लाभ मिलता हो लेकिन यह आपके और आपके संगठन की छवि को धूमिल कर सकता है। जब आप खुद अपने संगठन की संपत्ति का प्रयोग अपने निजी कार्यों के लिए कर रहे हैं तब आप दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। किसी भी स्थिति में ऐसा होने पर आपके ही कंपनी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसका सबसे उचित उदाहरण है – चल अस्ति परिसंपत्ति/Movable asset/cash। अगर आप अपने संगठन के धन को अपने निजी कार्यों के लिए प्रयोग कर रहे हैं तब आपका संगठन असफलता की राह पर निकल पड़ता है।
विस्तार? या अधिक विस्तार?/Expansion? Or Overexpansion?
भविष्य की योजना
किसी भी व्यापार को शुरू करने से पहले आपको सटीक योजना बनानी पडती है। आपके योजना में ही कहीं भी कमी होने पर आपके ही व्यापार को नुकसान सहना पड़ सकता है। सभी योजनाओं में से सबसे महत्वपूर्ण कदम आपके व्यापार का उत्तराधिकारी चुनना है। ऐसा करने से आप आगे आने वाले परेशानियों के लिए खुद को पहले से ही तैयार कर लेते हैं।
विस्तार? या अधिक विस्तार?/Expansion? Or Overexpansion?
भविष्य की योजना
किसी भी व्यापार को शुरू करने से पहले आपको सटीक योजना बनानी पडती है। आपके योजना में ही कहीं भी कमी होने पर आपके ही व्यापार को नुकसान सहना पड़ सकता है। सभी योजनाओं में से सबसे महत्वपूर्ण कदम आपके व्यापार का उत्तराधिकारी चुनना है। ऐसा करने से आप आगे आने वाले परेशानियों के लिए खुद को पहले से ही तैयार कर लेते हैं।
साझेदार का चुनाव
व्यापार साझेदारी काफी हद तक विवाह की तरह होती है जिसमें आपको अपने साथी पर भरोसा जताना होता है। यदि आपको अपने साझेदार पर भरोसा नहीं है तब आपको अपने बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी कारणवश साझेदार का चुनाव आपके व्यवसाय के लिए बेहद अहम किरदार निभाता है। गलत चुनाव आपके साथ साथ आपके व्यापार पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस विषय में और जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। इस लेख को अंत तक पढ़ने से भी आपके व्यापार के बारे बहुत कुछ पता चल सकता है।
आप हमारे निःशुल्क कैलकुलेटर का प्रयोग करके भी इस विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
व्यापार के विफल होने के ज्योतिषीय कारण/ Astrological Reasons for Business Failure
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कुंडली में कमजोर सूर्य आपके बिजनेस को प्रभावित कर सकता है। अक्सर कमजोर सूर्य ही आपके बिजनेस में असफलता का मुख्य कारण बनता है। एक ज्ञानी ज्योतिषी/Learned astrologer सूर्य की कमजोर स्थिति के बारे में पता लगाकर आपको सुझाव दे सकता है। अगर आपका भी सूर्य कमजोर है तो आप अपने प्रतिद्वंदी से पीछे हो सकते हैं और साथ में आप अपने कर्मचारियों पर अपना अधिकार खो सकते हैं। इसी कारणवश जातक इच्छा अनुसार काम नहीं कर पाता और उसे व्यापार में परेशानी उठानी पड़ती है।
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सूर्य, शनि ग्रह, और राहु अलगाव के लिए जाने जाते हैं। अगर यह किसी भी जातक की कुंडली के किसी भी भाव या उसके स्वामी से संबंध रखता है तो यह आपके व्यापार में अलगाव को दर्शाता है। इनमें से किसी भी दो ग्रहों का प्रभाव दसवें भाव/Tenth House या दशमेश पर हो और उसी समय दशा और भुकती में पीडित ग्रह से संबंध रखे तो आपको व्यापार में विफलता मिल सकती है या फिर आपकी नौकरी भी जा सकती है।
व्यापार के विफल होने के ज्योतिषीय कारण/ Astrological Reasons for Business Failure
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कुंडली में कमजोर सूर्य आपके बिजनेस को प्रभावित कर सकता है। अक्सर कमजोर सूर्य ही आपके बिजनेस में असफलता का मुख्य कारण बनता है। एक ज्ञानी ज्योतिषी/Learned astrologer सूर्य की कमजोर स्थिति के बारे में पता लगाकर आपको सुझाव दे सकता है। अगर आपका भी सूर्य कमजोर है तो आप अपने प्रतिद्वंदी से पीछे हो सकते हैं और साथ में आप अपने कर्मचारियों पर अपना अधिकार खो सकते हैं। इसी कारणवश जातक इच्छा अनुसार काम नहीं कर पाता और उसे व्यापार में परेशानी उठानी पड़ती है।
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सूर्य, शनि ग्रह, और राहु अलगाव के लिए जाने जाते हैं। अगर यह किसी भी जातक की कुंडली के किसी भी भाव या उसके स्वामी से संबंध रखता है तो यह आपके व्यापार में अलगाव को दर्शाता है। इनमें से किसी भी दो ग्रहों का प्रभाव दसवें भाव/Tenth House या दशमेश पर हो और उसी समय दशा और भुकती में पीडित ग्रह से संबंध रखे तो आपको व्यापार में विफलता मिल सकती है या फिर आपकी नौकरी भी जा सकती है।
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अगर आपके जन्मांग राहु और शनि ग्रह दसवें घर/Tenth House में गोचर करें और वह पीड़ित भी हो तो यह समय आपके पक्ष में नहीं होता। इस समय में कोई भी कदम उठाना आपके और आपके व्यापार के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसी समय के दौरान जातक को व्यापार में असफलता भी मिल सकती है।
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व्यापार में असफलता के लिए स्वर्ण और पितृ दोष भी बहुत महत्वपूर्ण ज्योतिषीय कारण हो सकते हैं। इन दोषों के कारण जातक अपनी पूरी जिंदगी में धन संपत्ति नहीं जोड़ पाता जो किसी भी व्यापार की सफलता में एक अहम किरदार निभाता है।
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कमजोर लग्न (चंद्रमा) व्यापार की असफलता का महत्वपूर्ण कारण है। इस संयोजन के कारण जातक का ध्यान एक जगह नहीं लग पाता और इससे व्यापार में गलतियां हो जाती है। इस संयोजन के कारण भी लोग आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं।
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कुछ इसी प्रकार से शुक्र या शुक्र का पीडित ग्रह के साथ संयोजन आपके व्यापार में आ रही असफलता का कारण हो सकता है।
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अगर मंगल और शनि ग्रह आपके पक्ष वाले स्थान में विराजमान ना हो तो भी आपका व्यापार असफलता की राह पर जा सकता है।
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कमजोर बुध आपकी वित्तीय लेनदेन और अभिलेखों का प्रबंधन की क्षमता को कमजोर करता है। इस स्थिति में आपका विपक्ष आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं। यह संयोजन आपकी विफलता का सबसे मजबूत कारण है।
आपको संयोजन का तो पता लग गया लेकिन इस संयोजन के अनुसार आपको एक दम सटीक उपाय सिर्फ आपको एक योग्य ज्योतिषी के पास ही मिलेगा। अगर आपको अपने व्यापार में गिरावट दिख रही है तो उसी क्षण आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से मिलना चाहिए।
क्या ज्योतिषी व्यापार को गिरने से बचा सकते हैं?/ Can astrology help me save Fall in my Business?
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बुध, बृहस्पति, और शुक्र जैसे लाभकारी ग्रह अगर चंद्रमा के केंद्र में मौजूद हो तो यह संयोजन जातक की सफलता को दर्शाता है।
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जब चंद्रमा, बुध, और शुक्र जैसे लाभकारी ग्रह मध्यत्व जैसे शुभ दशा में हो तब जातक को व्यापार में सफलता मिलती है। मध्यत्व का मतलब दूसरे/Second House और बारहवें घर/Twelfth House में होना होता है।
क्या ज्योतिषी व्यापार को गिरने से बचा सकते हैं?/ Can astrology help me save Fall in my Business?
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बुध, बृहस्पति, और शुक्र जैसे लाभकारी ग्रह अगर चंद्रमा के केंद्र में मौजूद हो तो यह संयोजन जातक की सफलता को दर्शाता है।
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जब चंद्रमा, बुध, और शुक्र जैसे लाभकारी ग्रह मध्यत्व जैसे शुभ दशा में हो तब जातक को व्यापार में सफलता मिलती है। मध्यत्व का मतलब दूसरे/Second House और बारहवें घर/Twelfth House में होना होता है।
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अगर बुध और शुक्र तीसरे भाव/Third House में हो और चंद्रमा से ग्यारहवें घर/Eleventh House में मौजूद हो तब जातक को व्यापार से मुनाफा होने की संभावना होती है। ऐसे संयोजन वाले जातकों को धन संपत्ति इकट्ठा करने में कोई परेशानी नहीं होती है और उसकी आय समय समय पर बढ़ती जाती है।
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जब बृहस्पति आपकी कुंडली के दसवें घर/Tenth House में गोचर करे तब आपके व्यापार को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। गोचर के दौरान अगर बृहस्पति; सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति के अनुकूल भोगवंश में विराजमान हो तब जातक को सफलता मिलने की उम्मीद सबसे ज्यादा होती है।
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अगर जातक की कुंडली दशमेश के महादशा में हो या दसवें घर/Tenth House) में ग्रहों की मौजूदगी हो, और भुकती अनुकूल ग्रहों में हो, या फिर
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लाभकारी ग्रहों की अंतर्दशा चल रही हो, तो जातक के व्यापार में सफलता निश्चित है।
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गोचर के दौरान अगर शनि अनुकूल ग्रहों (शुक्र, बुध, राहु) और पहले/First House, दूसरे/Second House, छठे/Sixth House, नौवें/Ninth House, दसवें/Tenth House, और ग्यारहवें घर/Eleventh House के साथ पंचम-नवम (पांचवा-नवां घर) योग बनाए तो यह संयोजन जातक के व्यापार में मुनाफे और सफलता को दर्शाता है।
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महादशा या अंतर्दशा के दौरान लग्न या चंद्रमा से:
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ग्रह दसवें घर/Tenth House में विराजमान हो
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ग्रह दसवें घर/Tenth House पर प्रभाव डाले
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ग्रह दशमेश की तरह बर्ताव करे
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ग्रह दशमेश को प्रभावित करे
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दसवें घर के स्वामी (दशमेश) Tenth House Lord
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व्यापार में मुनाफे के साथ साथ सफलता को भी लेकर आती है।
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अगर दसवें घर/Tenth House में मौजूद ग्रह अनुकूल ग्रह हो और वह दसवें घर के स्वामी/Tenth House Lord के समान ही रहे तो जातक को व्यापार में उत्तम परिणाम मिलते हैं।
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जब स्वाभाविक रूप से सकारात्मक ग्रह जैसे चंद्रमा, बुध, बृहस्पति और शुक्र दशमेश के साथ संयोजन करते हैं तब वह समय जातक के पेशेवर जिंदगी के लिए शुभ और लाभकारी साबित हो सकता है। महादशा और अंतर्दशा के दौरान जातक को अपने व्यापार में सफलता मिल सकती है।
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महादशा या पहले/First House Lord, दूसरे/Second House Lord, चौथे/Fourth House Lord, पांचवें/Fifth House Lord, नौवें/Ninth House Lord, दसवें/Tenth House Lord, और ग्यारहवें हर के स्वामी/Eleventh House Lord के भुकती के दौरान या फिर यह गोचर के दौरान दशमेश के साथ संयोजन में आ जाए तो यह समय जातक के पेशेवर जिंदगी के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इस समय के दौरान जातक को धन संपत्ति की प्राप्ति होगी और उसका नाम भी बढ़ेगा। इस संयोजन के दौरान आपके व्यापार की सफलता को कोई नहीं रोक सकता।
निष्कर्ष – इस लेख के जरिए मैंने पूरी कोशिश की है कि आपको आपके व्यापार की असफलता के कुछ कारणों के बारे में बता सकूं। इस लेख के जरिए मैंने कुछ सवालों के जवाब भी देने की कोशिश की है जैसे – व्यापार में मंदी का ज्योतिषीय कारण क्या है? कौन से ग्रहों के संयोजन से व्यापार में गिरावट के बारे में पता चलता है? किस ज्योतिषी संयोजन की मदद से व्यापार की सफलता के बारे में पता लगाया जा सकता है? अगर आपके मन में अपने व्यापार को लेकर कोई भी शंका या प्रश्न है तो बिना किसी परेशानी के आप मुझसे मिल सकते हैं। आपको अपनी परेशानियों के मूल कारणों और उन्हें हल करने के उपायों के बारे में ज्योतिष से पता चल सकता है। आपको इस लेख में कोई भी रूढ़िवादी उपाय नहीं दिए गए और ना ही मैं कोई रूढ़िवादी उपाय लोगों को बताता हूँ। हर इंसान की सोच और स्थिति अलग-अलग होती है। आप अपनी किसी भी परेशानी के लिए मुझसे संपर्क कर सकते हैं। अगर आप मिलने में असमर्थ हैं तो अपनी परेशानी के लिए आप हमसे ऑनलाइन भी जुड़ सकते हैं।
आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद कुछ लेखों को पढ़कर अपने जीवन से संबंधित बहुत सारी समस्याओं का हल जान सकते हैं। जैसे – व्यापार की असफलता के कारण/Business Failure, व्यवसाय के शुभ नाम के सुझाव/Name selection as per birth chart, व्यवसाय विस्तार/Business Expansion, आपके जन्म कुंडली के अनुसार नए व्यापार की योजना, और जन्मतिथि के अनुसार सही व्यवसाय/Business Selection as per birth date का चयन।
विशिष्ट मार्गदर्शन के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों से संपर्क साध सकते हैं: