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क्या है ज्योतिष में नौवां भाव और क्यों इसे कहते हैं भाग्य का भाव?

9th House in Astrology

स भाव को "भाग्य' भाव," "धर्म भाव," सौभाग्य, आस्था, भक्ति भाव जैसे कई नामों से जाना जाता है। दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार, नवम भाव/ Ninth house पिता से मिलने वाले उत्तराधिकार का प्रतीक होता है। इसके साथ साथ नवम भाव को अन्य कई कारणों के लिए जाना जाता है जिसे हमने नीचे समझाने का प्रयास किया है। 

ज्योतिष में नवम भाव का महत्व/ Significance of Ninth House in Astrology
कुंडली का प्रत्येक भाव व्यक्ति से संबंधित कुछ न कुछ बताते हैं, जिनके द्वारा एक श्रेष्ठ वैदिक ज्योतिषी  कुंडली के नवम भाव/ Ninth house से संबंधित जीवन के विभिन्न पहलुओं की भविष्यवाणी कर आपको किसी भीषण समस्या से बाहर निकाल सकते हैं। नीचे लिखे बिंदुओं के द्वारा आपकी कुंडली में नवम भाव के अन्य कारकों को समझाने का प्रयास किया गया है। कुछ बिंदुओं में रेफरल भाव या नवम भाव के अलावा दूसरे भाव भी लिखे हैं, जिनका अर्थ यह है कि योग्य ज्योतिषी द्वारा बेहतर परिणामों के लिए नवम भाव के साथ उन भावों को भी देखा जाना चाहिए। तभी उस बिंदु पर लिखे विषय के संबंध में उत्तम भविष्यवाणी हो पानी संभव हो पाएगी। चलिए शुरू करते हैं।

1. दसवां भाव/ tenth House -  भाग्योदय के अच्छे और बुरे समय का निर्धारण करता है। 
2. तीसरे, छठे और बारहवें भाव/ 3rd, 6th, and 12th House - पितृ पक्ष और मातृ पक्ष के मामा, चाचा या चाची, मम्मी या चचेरे भाई-बहनों के साथ संबंधों का संकेत देता है। 
3. तीसरा भाव/ 3rd House भाइयों, बहनों या चचेरे भाई-बहनों के जीवन साथियों के साथ संबंधों को दर्शाता है। 
4. चौथे और दसवें भाव/ 4th and 10th houses - पैतृक के साथ ही, व्यक्तिगत रूप से पिता या माता की जायदाद का संकेत देता है।
5. तीसरा, चौथा, दसवां, ग्यारहवां और बारहवां भाव/ 3rd, 4th, 10th, 11th, and 12th house - माता-पिता द्वारा बरकरार या क्षतिग्रस्त पैतृक विरासत के संबंध में परिवार के भीतर या बाहर के हस्तक्षेप के कारण, किसी गलत व्यक्ति के साथ साझेदारी करने पर, उसमें होने वाले कटौती या पूर्ण नुकसान को बताता है। 
6. छठे, सातवें, आठवें, बारहवें और कभी-कभी दसवें और ग्यारहवें भाव/ 6th, 7th, 8th, and 12th, sometimes 10th and 11th houses स्वयं या परिवार के लिए, जायदाद के कारण बुजुर्ग या माता-पिता के साथ लड़ाई-झगड़े, विवाद, मुकदमेबाजी आदि के बारे में बताता है।
7. पहला, तीसरा, चौथा, पांचवां, छठा, सातवां, नौवां, दसवां, ग्यारहवां और बारहवां भाव/1st, 3rd, 4th, 5th, 6th, 7th, 9th, 10th, 11th, and 12th houses पूर्वजों और माता-पिता की जायदाद से शिक्षा, करियर, आदतों, स्वभाव, सामाजिकता और सामान्य जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों का संकेत देता है।
8. पहला और तीसरा भाव/ 1st and 3rd House विरासत के व्यक्तित्व के विकास और जीवन में किए जाने वाले प्रयासों पर पड़ने वाले प्रभावों का संकेत देता है।
9. तीसरा, पांचवां, सातवां और दसवां भाव/ 3rd, 5th, 7th, and 10th house करियर, विवाह और वैवाहिक जीवन में की जाने वाली प्रभावकारी कोशिशें,  शिक्षा में सफलता या विफलता में भाइयों-बहनों, चचेरे भाई-बहनों और उनके जीवन साथियों के प्रभावों और योगदानों का संकेत देता है। 
10. दूसरे, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें भाव/ 2nd, 4th, 7th, 8th 12th houses भाई-बहनों, चचेरे भाई-बहनों या उनके जीवन साथियों द्वारा स्वयं के साथी को प्रताड़ित और शारीरिक चोट पहुंचाने के परिणामस्वरूप, कभी-कभी पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु का कारण बनने में, परिवार के अन्य सदस्यों के शामिल नहीं होने को निर्देशित करते हैं।
11. तीसरे, चौथे, दसवें और बारहवें भाव/ 3rd, 4th, 10th, and 12th houses अपने और जीवनसाथी के भाई-बहनों या सौतेले भाई-बहनों के साथ आपसी या एकतरफा स्नेह, नफरत, अलगाव या देने और लेने वाले व्यवहार को बताता है। 
12. धार्मिक स्थलों और घरेलू जीवन में, आध्यात्मिक स्थानों या सभाओं, पूजा स्थल या प्रार्थना आदि किसी भी प्रकार की गतिविधियों में उपस्थित नहीं होने पर भी धर्म, अध्यात्मवाद, पंथ, संप्रदाय, ईश्वर, देवताओं, जनसमूहों, अद्वैतवाद और विश्वबंधुत्व में आस्था और भक्ति। 
13. पांचवां और ग्यारहवां भाव/ 5th and 11th house स्वार्थ या संगठन के उद्देश्यों के लिए धार्मिक आस्थाओं और सिद्धांतों के शोषणकारी और दुर्भावनापूर्ण दुरुपयोग का संकेत देता है। 
14. पांचवां और ग्यारहवां और बारहवें भाव/ 5th, 11th, and 12th house के साथ नवम भाव का आकलन पारिवारिक जीवन में रहते हुए या  त्याग कर एक आम-अनुयायी, उपदेशक या एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में किसी धार्मिक संप्रदाय, पंथ, मार्ग,  समूह, विन्यास या संगठन के आयोजक के रूप में कार्य करने का संकेत देता है। 
15. किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक विन्यास, संगठन, पंथ, मार्ग, मठ, संप्रदाय या धार्मिक समूहों की विचारधाराओं और सिद्धांतों या गुप्त गतिविधियों की जानकारी प्राप्त हो सकती है।
16. किसी संगठन, पंथ, मार्ग, संप्रदाय या धारा के गठन या संगठन में शामिल होने के बाद, उनके आदर्शों, सिद्धांतों, खुली या छिपी गतिविधियों को विधिवत जानने के बाद, निर्धारित या दी गई या अपनाई गई गतिविधियों, शिक्षाओं या उपदेशों में व्यक्ति की सहमति या असहमति, भागीदारी या गैर-भागीदारी आदि का संकेत मिलता है।
17. धार्मिक, आध्यात्मिक, पथ, मार्ग, विन्यास, समूहों, आदि का निर्माण या स्थापना के आदर्शों और सिद्धांतों आदि की आड़ में अन्य कानूनी या अवैध, सामाजिक या असामाजिक गतिविधियों का समाज और व्यक्तियों और उनके परिवारों पर इसके प्रभावों को इस भाव के आसपास से देखा जा सकता है।
18. आदर्शों और सिद्धांतों के लिए एक शैक्षिक, सामाजिक कल्याण, चिकित्सा कल्याण समिति, संगठनों, समूहों, आदेशों या संघ का निर्माण या उस गठन या संगठन की आड़ में अन्य छिपी गतिविधियों का संकेत इस भाव से मिल सकता है।
19. उपरोक्त संख्या 17 और 18 के लिए सक्रिय भागीदार या कार्यकर्ता के रूप में वैतनिक या अवैतनिक रूप से काम करने का संकेत।  
20. पहला, ग्यारहवां और बारहवें भाव/ 11th and 12th or 1st house  संख्या 17 और 18 में लिखित गठन/संगठन को वित्तीय या अन्य प्रकार की ठोस सहायता या नैतिक समर्थन देने या ना देने को निर्देशित करता है। 
21. पांचवां, दसवां, ग्यारहवां और बारहवें भाव/ 5th, 10th, 11th, and 12th houses द्वारा स्कूल, कॉलेज, अस्पतालों, अनाथालय या अनाथाश्रमों, नारी निकेतन जैसे लोक कल्याण, जनोपयोगी या अनुभागीय कल्याणकारी संस्थानों में, संख्या 17 और 18 में उल्लिखित विन्यास, संगठनों या समूहों के अनुसार, वैतनिक या सम्मानित प्रमुख के रूप कार्य को निर्देशित करता है।
22. उपरोक्त बिंदुओं में उल्लिखित व्यवसायों से संबंधित व्यक्तियों की सामाजिक, राजनीतिक या व्यक्तिगत छवि पर अनुकूल या प्रतिकूल प्रभाव।
23. जन कल्याण, शैक्षिक, चिकित्सा या सामाजिक कल्याण, अनाथ और परित्यक्त व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी धर्मार्थ संस्थाओं, निकायों, संस्थाओं या संगठनों के प्रति उदारता या कंजूसी का व्यवहार।
24. पहले, तीसरे, चौथे, पांचवें और बारहवें भाव/ 1st, 3rd, 4th, 5th, and 12th houses स्वयं या जीवनसाथी के, निकट या दूर के परिचितों और संबंधियों के प्रति उदारता या कंजूसी वाले व्यवहार का संकेत देता है। 
25. पहले, चौथे, पांचवें, सातवें और कभी-कभी बारहवें भाव/ 1st, 4th, 5th, and 7th and sometimes 12th house सांसारिक जीवन (गृहस्थ जीवन) को त्याग कर आश्रम, स्वयं के भवन या एकांत स्थायी कुटिया जैसे स्थानों में, बरसाती मौसम के चार महीनों को छोड़कर या उस मौसम में भी निरंतर खानाबदोश जीवन व्यतीत करने की संभावना को दर्शाता है।
26. व्यक्ति की मृत्यु के बाद की अंतिम इच्छाएं, वसीयतनामा, नीतिवचन और दूसरों के लिए आंख या किडनी का दान, अंतिम धार्मिक संस्कारों के उपहार, दान, अंशदान द्वारा मार्गदर्शन आदि शामिल होते हैं।
27. सामान्यतः गुरुओं, शिक्षकों, धर्माचार्यों, उपदेशकों और बड़ों के प्रति सम्मान या अनादर, आज्ञाकारिता या अवज्ञा।
28. चौथा, दसवां और ग्यारहवां भाव/ 4th, 10th, and 11th house व्यवसाय, पेशेवर, स्वरोजगार, औद्योगिक उद्यम या अन्य आय-सृजन गतिविधियों में साझेदारी के बारे में निर्णय लेने में सहायता करता है। 
29. पहला आठवां दसवां ग्यारहवां और बारहवें भाव/ 1st, 8th, 10th, 11th, or 12th houses पहचान बदलकर बच्चों, लड़कियों, महिलाओं, नवयुवकों और कभी-कभी वृद्ध और दुर्बल व्यक्तियों का अपहरण करके, उनके शरीरों को अशक्त बनाकर भीख, वेश्यावृत्ति, मजदूरी, तस्करी करने जैसी आपराधिक और अनैतिक गतिविधियों को संकेत देता है। 
30. चौथा, सातवां और कभी-कभी दसवां ग्यारहवां और बारहवें भाव/ 4th, 7th, and sometimes also 10th, 11th, and 12th houses व्यवसायों, औद्योगिक उद्यमों, पेशे या स्वरोजगार में स्वयं या जीवनसाथी के भाई-बहन या चचेरे भाई-बहनों और उनके जीवन साथियों, निकट या दूर के अन्य संबंधियों के साथ साझेदारी में सफलताओं और असफलताओं का आपसी संबंधों की वित्तीय स्थिति पर पड़ने वाले प्रभावों का संकेत देता है।
31. आमतौर पर साइड या पार्ट-टाइम व्यापार में  सहकर्मियों, सहयोगियों या मित्रों के साथ साझेदारी से, वित्तीय संभावनाओं और परिणामों की सफलताओं या असफलताओं के कारण संबंधों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पता चल सकता है। 
32. सातवां भाव/ seventh house स्वयं या जीवनसाथी के भाई-बहनों, चचेरे भाई-बहनों,  चाचा-चाची, सौतेले भाई-बहन, सौतेली मां या सौतेले पिता के साथ व्यभिचार और बलपूर्वक यौन संबंधों को निर्धारित करता है।
33. तीसरा, पांचवां, सातवां और ग्यारहवां भाव/ 3rd, 5th, 7th, and 11th house उपरोक्त संख्या 32 और 33 में वर्णित, जीवनसाथी की जानकारी या अनुमोदन से  विवाहेतर संबंधों को निर्धारित करते हैं। 
34. दूसरे, चौथे और बारहवें भाव/ 2nd, 4th, and 12th house विरासत में मिली संपत्तियों या जायदाद और चल संपत्ति के विभाजन में होने वाले लाभ या हानि और प्रतिक्रियाओं को बता सकता है। 
35. स्वयं या परिवार द्वारा, किसी के पक्ष में या विपक्ष में या अगले व्यक्ति के उत्तराधिकार या स्वीकृति के सही या फर्जी दावों के कारण अधिकारों, संपत्तियों के दावे, परिसंपत्तियों, शीर्षकों, विशेषाधिकारों, आभूषणों, हकदारी या अन्य प्रकार की विरासत को किसी दूसरे दावेदार के लिए ना छोड़कर पूर्णतया त्याग देना।
36. चौथा, दसवां, ग्यारहवां और कभी-कभी पहला और दूसरा भाव/ 4th, 10th, 11th, and sometimes  1st and 2nd House अधिकारियों या राज्यों द्वारा, जब्त की गईं चल या अचल संपत्तियों और जायदाद के निरस्तीकरण और वापस‌ देने से स्वयं और अन्य सभी संबंधितों के मौलिक परिणामों और सामाजिक, वित्तीय समुदायों, स्वयं या परिवार की राजनीतिक स्थिति के प्रभावों को निर्धारित करते हैं।  
37. चौथा, दसवां, ग्यारहवां, बारहवां और कभी-कभी सातवां भाव/ 4th, 10th, 11th, 12th, and sometimes 7th House राजनीतिक, सामाजिक और सांप्रदायिक सामूहिक गतिविधियों में लाभ और हानि का संकेत देता है।
38. दसवां, ग्यारहवां और बारहवां भाव/ 10th, 11th, and 12th House चिट फंड, किटी पार्टियों, बचत मंडलों और इसी तरह की अन्य गतिविधियों के आयोजन और संचालन में सफलताओं और असफलताओं का निर्धारण करता है। 
39. किसी संगठन, गठन, निकाय, मित्रों या स्वनियोजित, दूसरों की ओर से या स्वयं के प्रतिनिधित्व के लिए सरकारी या निजी क्षेत्रों में रोजगार के लिए उम्मीदवारों का चयन करने में क्षमता, योग्यता या अयोग्यता। 

नोट / Note: 

इन कारकों की घटनाओं को घटित हुए नवम भाव से देखा जा सकता है। जरूरत पड़ने पर, कुछ ज्योतिषीय सहायता भी दी जा सकती हैं।

ज्योतिष में नवम भाव अन्य महत्व / Continuation of significance of ninth house in Astrology
• छठे, आठवें, ग्यारहवें और बारहवें भाव/ 6th, 8th, 11th, and 12th house उपरोक्त संख्या 37 से संबंधित दायित्वों का निर्वाह करने या न करने के परिणामस्वरूप विवाद, मुकदमेबाजी, हिंसा और कभी-कभी होने वाली हत्याओं को निर्देशित करते हैं।
• पहला और पांचवां भाव/ 1st and 5th house व्यक्तित्व में ठगी, धोखा, कपट और झूठ का निर्धारण करते हैं।
• चौथा, सातवां, ग्यारहवें और बारहवें भाव/ 4th, 7th, 11th, and 12th house संपत्ति और जायदाद के लिए विवादों, झगड़ों, मुकदमेबाजी और हिंसाओं के प्रभावों और परिणामों के कारण मां, सौतेली, तलाकशुदा या अलग रहने वाली मां के साथ तनावपूर्ण या कमजोर संबंधों को निर्धारित करते हैं। 
• पांचवां भाव/ 5th house दूसरी संतान की शिक्षा और पालन-पोषण का निर्धारण करता है। 
• पहले और पांचवें भाव/ 1st and 5th house बिना किसी मकसद, स्वार्थ, आरक्षण, प्रतिबंधों और जाति, रंग, समुदाय, धर्म, स्थिति के बिना दूसरों की मदद और सेवा करने की प्रवृत्ति और इरादों को निर्देशित करते हैं। 
• पहला और दसवां भाव/ 1st and 10th house स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, संस्थानों, अस्पतालों या धर्मार्थ संगठनों या प्रशिक्षण संस्थानों, अनाथाश्रमों, नारी-निकेतन, विधायी निकाय, नगर निकाय, और इसी तरह के अन्य संगठन / संरचनाओं जैसे शासकीय  निकायों के लिए नामांकन या चुनावों द्वारा वैतनिक या मानद नियुक्तियों को निर्देशित करते हैं।
• चौथे, पांचवें, दसवें, ग्यारहवें और बारहवें भाव/ 4th, 5th, 10th, 11th, and 12th houses स्वयं या अन्य उद्देश्यों और आय या कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के स्रोत से संबंधित पर्यटन, अंतर्देशीय या विदेश में शिक्षा, आधिकारिक, सामाजिक कल्याण, धार्मिक, आध्यात्मिक, धर्मार्थ, तीर्थ यात्राओं से संबंधित बार-बार होने वाली यात्राओं का संकेत देता है।
• पांचवां और सातवां भाव/ 5th and 7th house आत्म- गतिविधियों के लिए, स्वयं की श्रेष्ठ या बिगड़ी हुई संतान द्वारा मदद और सहायता या इसे देने से इनकार करना जैसी परिस्थिति के बारे में बता सकता है।

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हमारे द्वारा, इस पृष्ठ पर ज्योतिष में नवम भाव/ninth house के सभी प्राथमिक महत्वों की विस्तृत जानकारी दी की गई है। इससे संबंधित और अधिक जानकारी या ज्योतिषीय मार्गदर्शन की आवश्यकता होने पर, आप एक वैदिक ज्योतिषी से संपर्क कर सकते हैं या मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

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