शनि का गोचर लगभग ढाई साल तक एक ही राशि में रहता है और उसके बाद अगली राशि में प्रवेश करता है। जब भी शनि किसी अन्य राशि में प्रवेश करता है, तो उसका परिणाम पद चिन्हों पर निर्भर करता है, जिसके साथ वह राशि में प्रवेश कर रहा है। हाँ इनको शनि के पद चिन्ह भी कहा जाता है और उन्हें सोने के पैर/Gold legs, चांदी के पैर/Silver legs, तांबे के पैर/Copper legs और लोहे के पैर/Iron legs के रूप में परिभाषित किया जाता है।
साल 2024 में शनि देव कुंभ राशि में 11 फरवरी 2024 में अस्त होंगे और 18 मार्च 2024 को कुंभ राशि में उदित होंगे। फिर 29 जून 2024 से कुंभ में ही वक्री रहेने वाले हैं।
शनि गोचर में शनि के विभिन्न चरणों के परिणाम!
उपर्युक्त समानता से इसका तात्पर्य यह है की स्वर्ण पाय पर शनि का प्रवेश सबसे अच्छा है। अगला, सर्वश्रेष्ठ चरण तब है जब शनि गोचर का प्रवेश रजत पाया पर होता है। तथा तांबे के पैरों पर एक राशि में शनि का प्रवेश अच्छा नहीं है, लेकिन बुरा भी नहीं हैं। हालांकि, लोहे के पैरों पर शनि का गोचर सबसे अवांछनीय है, और यह कई तनावों और समस्याओं को जन्म देता है। लेकिन शनि गोचर में शनि के पैरों का विश्लेषण करने से पहले, शनि की साढ़े साती/Shani Sade Sati या लग्नेश कल्याणी ढैया की साढ़ेसाती को किसी विशेष राशि या घर में शनि के गोचर के सटीक परिणामों को खोजने के लिए भी इनको ध्यान में रखा जाना चाहिए।
शनि गोचर में शनि के अलग-अलग चरणों का वर्गीकरण
स्वर्ण चरण/Gold Legs
शनि का गोचर, जब चंद्रमा छठे या ग्यारहवें स्थान पर गोचर करता है, तब यह कहा जाता है कि यह स्वर्ण पद पर स्थानांतरित हो रहा है। स्वर्णिम पैरों के साथ, शनि व्यक्ति को सुख समृद्धि, खुशी, सफलता, लाभ, उन्नति, और महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति आदि प्रदान करता है।
रजत चरण/Silver Legs
जब शनि का गोचर/Saturn Transit चांदी के पैरों पर आता है, तब यह चंद्रमा के दूसरे, पांचवें या नौवें राशियों को प्रभावित करता है! यह चांदी के पैरों के माध्यम से भी एक अच्छा गोचर है, क्योंकि यह व्यक्ति को खुशियां प्रदान करता है। इसके द्वारा आय में वृद्धि, प्रमोशन, प्रसिद्ध, सम्मान, और प्रयासों में सफलता प्रदान करता है।
ताम्र चरण/Copper legs
जब शनि का गोचर तांबे के पायों पर होता है, तो इसका मतलब है कि यह तीसरे, सातवें या दसवें घर में चंद्रमा से स्थानांतरित हो रहा है। यह गोचर साधारण परिणाम देता है, लेकिन यह व्यक्ति के प्रतिकूल नहीं होता है।
लौह चरण/Iron legs
शनि का गोचर इस राशि के लिए लोहे के पायों पर तब आता है, जब गोचर चंद्रमा से चौथे, आठवें या बारहवें स्थान पर होता है। इसे सबसे खराब चरण माना जाता है, क्योंकि यह अपार प्रतिकूलताओं, असफलताओं, तनावों, उपक्रमों की असफलता, हताशा, तनाव, बीमार स्वास्थ्य, अपमान और अवांछित परिवर्तन प्रदान करता है।
कैसे बनता है शनि का पाया?
- यदि मेष राशि के लिए शनि नवम भाव में हो, तो मेष शनि के लिए अगले 30 महीनों के लिए चांदी का ‘पाया’ रहेगा। चांदी के पैरों का परिणाम जीवन के सभी क्षेत्रों में अनुकूलन होता है।
- इसी प्रकार यदि वृषभ राशि के लिए शनि अष्टम भाव में होगा, तो: उसका पाया लोहे का होगा। इसलिए जन्म लेने वाले वृषभ राशि के लोगों को विरोधियों द्वारा निर्मित समस्याओं, जीवनसाथी के खराब स्वास्थ्य, वित्तीय असफलताओं और व्यर्थ यात्राओं का अनुभव हो सकता है।
- मिथुन राशि के लिए शनि सप्तम भाव में हो, तो उसका ‘पाया’ तांबे का होगा। इसलिए इस समय जन्म लेने वाले मिथुन राशि के लोगों को अनुकूल परिणाम का अनुभव होगा। उन्हें अनुकूल समाचार, अपनी परियोजनाओं में सफलता, सामाजिक स्थिति में लाभ और आरामदायक फाइनेंस प्राप्त होगा।
- कर्क राशि के लिए शनि छठे भाव में होगा तो ‘पया’ सोने का होगा। उन्हें संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है साथ साथ, उन्हें घरेलू और पेशेवर जीवन में आय से अधिक बाधाओं और खर्चों भी झेलना पड़ सकता है। सोने के पैरों के ज्यादातर परिणाम नकारात्मक होते हैं।
तो, शनि के साथ उतार चढ़ाव के अनुभव करने के लिए तैयार हो जाएं, खास तौर पर तब जब यह आपकी कुंडली में अलग-अलग भाव को प्रभावित करती है।
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