नए साल में सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य | Makar Sankranti 2024

  • 2024-01-02
  • 0

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है, लेकिन साल 2024 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाऐगा। बता दें कि, भारत के विभिन्न राज्यों में नए फसल कटने की ख़ुशी में इस त्यौहार को मनाया है। जहाँ उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश में इसे मकर संक्रांति के नाम से मनाया जाता है। वहीं पंजाब में लोहड़ी और देश के दक्षिण राज्यों जैसे तमिलनाडु में पोंगल के नाम से मनाया जाता है। इस दिन खिचड़ी, तिल के लड्डू, रेवड़ी, दही आदि खाने की परंपरा है। 

मकर संक्रांति का ज्योतिषीय महत्व 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं और मकर राशि में प्रवेश करते हैं। चूँकि सूर्य की गति नियमित होती है इसलिए हर साल 14 या 15 जनवरी के दिन ही इस पर्व को मनाया जाता है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना माना जाता है। इससे केवल मकर राशि वाले ही बल्कि अन्य राशियां भी प्रभावित हो सकती हैं। 15 जनवरी 2024 के दिन सुबह 06 बजकर 47 मिनट से लेकर 05 बजकर 40 मिनट तक संक्रांति का शुभ मुहूर्त रहेगा। इस अवसर पर गंगा स्नान और दान पुण्य का भी विशेष महत्व है। आइये जानते हैं इस मकर संक्रांति सूर्य देव की कृपा से किन राशि वालों की बदल सकती है किस्मत। 

इन राशि वालों पर बनी रह सकती है सूर्य देव की कृपा दृष्टि 

मेष राशिफल 2024

इस राशि वालों के लिए मकर संक्रांति/Makar Sankranti का यह त्यौहार खासतौर से करियर के मामले में शुभ फलदायी साबित हो सकता है:

  • सरकारी नौकरी पाने की इच्छा पूरी हो  सकती है
  • प्राइवेट जॉब वालों के काम को सराहना मिल सकती है
  • प्रमोशन के साथ ही सैलरी में भी इजाफ़ा हो सकता है। 

सिंह राशिफल 2024

सूर्य देव की कृपा दृष्टि आपके ऊपर बनी रहेगी और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलताओं का स्वाद चखने का अवसर मिल सकता है:

  • आर्थिक स्थिति आपके अनुकूल हो सकती है (Read Your Daily Finance Horoscope Prediction)
  • बिजनेस से जुड़े लोगों की समस्याओं का अंत हो सकता है
  • कुल मिलाकर देखा जाए तो आपके सभी प्रयास सफल हो सकते हैं

तुला राशिफल 2024

मकर संक्रांति/Makar Sankranti का यह त्यौहार आपके लिए धन लाभ के नए अवसर लेकर आ सकता है:

  • आर्थिक स्तर पर चली आ रही परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है
  • भविष्य के लिए किये गए निवेशों से भी लाभ मिल सकता है
  • करियर में आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर मिल सकता है।

वृश्चिक राशिफल 2024

यह त्यौहार विशेष रूप से आपके करियर के लिहाज से अच्छे परिणाम देने वाला साबित हो सकता है:

  • कामयाबी के नए आयामों को छूने में सफल हो सकते हैं
  • मनचाहा जॉब मिल सकता है (Read About Your Job Prediction)
  • सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेने से आपकी अलग पहचान बन सकती है
  • अपने बातचीत के लहजे से मुश्किल काम को भी आसान बनाने में सफल हो सकते हैं

मकर राशिफल 2024

इस राशि वालों पर सूर्य देव की खास कृपा दृष्टि बनी रह सकती है। करियर से जुड़ा कोई बड़ा लाभ आपको मिल सकता है:

  • नौकरीपेशा लोगों को कुछ अच्छे अवसर मिल सकते हैं
  • कार्यक्षेत्र पर आपको नई पहचान मिल सकती है
  • सरकारी नौकरी के लिए लंबे समय से प्रयास करने वालों को भी लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है (Read and Know About Government Jog Yoga)

विस्तार से राशिफल 2024 पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।

बहरहाल हमारी कामना है किमकर संक्रांति का यह त्यौहार आप सभी के जीवन में ढ़ेर सारी खुशियां लेकर आए।  

Related Blogs

शीतला अष्टमी 2024 - शीतला माता व्रत कथा और जानकारी

हिन्दू धर्म में शीतला अष्टमी का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। होली से ठीक आठ दिन बाद चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। शीतला अष्टमी को बसोड़ा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन माता शीतला की पूजा करने का विधान होता है। शीतला अष्टमी की पूजा एवं व्रत माताएं अपने बच्चों की खुशहाली के लिए रखती हैं।
Read More

होलाष्टक में क्या नहीं करना चाहिए ?

हिंदू धर्म में होली के त्‍योहार को बेहद ही खास माना जाता है। होली मुख्य रूप से हंसी, खुशी और रंगों का त्यौहार है। यह पर्व 5 दिनों तक बड़ी ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है। होली से एक रात पहले फाल्गुन माह की पूर्णिमा को होलिका दहन होता है और फिर उसके अगले दिन रंगों वाली होली खेली जाती है। इस साल 25 मार्च को होली का पावन पर्व मनाया जाएगा। होली की शुरुआत से ठीक 8 दिन पहले होलाष्‍टक शुरू हो जाते हैं।
Read More

Shivratri 2024 - क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि और क्या है इसका महत्व

महाशिवरात्रि के दिन हम अत्याधिक धार्मिक और शिव की भक्ति में लीन अनुभव करते हैं । शिवरात्रि की रात का प्रयोग अपने भीतर आध्यात्मिकता लाने के लिए किया जाता है और इसलिए यह ईश्वर के स्मरण में पूरी रात जागने की रात्रि होती है ।
Read More
0 Comments
Leave A Comments