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विभिन्न भावों और राशियों में केतु/ ketu in different houses and signs

सूर्य के मार्ग से, चंद्रमा का मार्ग मिलने वाले बिंदु को ही केतु/ ketu के रूप में जाना जाता है। जन्म के समय केतु जिस राशि में स्थित होता है, वही केतु राशि कहलाती है। यह चंद्रमा का दक्षिणी किनारा है तथा मंगल के समान ही इसके हानिकारक प्रभाव देखने को मिलते हैं। आम तौर पर, इसे ड्रैगन की पूंछ कहा जाता है जो बिना सिर वाला मोक्ष या आध्यात्मिक मुक्ति की ओर ले जाने वाला, धुएँ के रंग वाला भ्रम, वैराग्य, रहस्य आदि से संबंधित ग्रह है। उत्तरी चंद्र उभार पर राहु को ड्रैगन के सिर के रूप में देखा जाता है, जबकि केतु पूंछ है जो एक-दूसरे के पूरक हैं। राहु द्वारा दी जाने वाली भौतिक संपत्ति जैसी चीजों को, केतु/ketu द्वारा उन्हें ले जाने की प्रवृत्ति, दोनों की  अमिट इच्छा को दर्शाती है। केतु, क्रमिक हत्याओं जैसी मनोविकृति वाले स्वभाव को प्रेरित करने के साथ ही,  अन्वेषकों और प्रसिद्ध संगीतकारों का भी रचनाकार होता है।

विभिन्न भावों और राशियों में केतु का प्रभाव/ Effects of Ketu in different Houses and Signs 

अजगर की पूंछ के स्वभाव वाले अशांत केतु की राशि वाले लोगों की लंबे समय तक एक स्थान पर स्थिर रहने की संभावना बहुत कम या ना मात्र होती है। यह मेष राशि को एक असंगठित यात्रा की प्रवृत्ति देता है तथा मिथुन राशि/ Gemini के व्यक्ति अक्सर छोटी-छोटी यात्राएं करना पसंद करते हैं। धनु राशि/ Sagittarius में धार्मिक यात्राओं का जिम्मेदार होने के साथ ही, मीन राशि में विदेश यात्राओं के लिए प्रेरित करता है। संचार और भाषा से भी संबंधित केतु, राशि की तुलनात्मक स्थिति के अनुसार भाषा-संबंधी कुशलता और निपुणता को निर्धारित करता है। वृषभ, धनु और मीन राशि वाले विदेशी भाषाओं के अनुभवी बनते हैं, लेकिन वह इस कुशलता का भिन्न प्रकार से क्रियान्वयन करते हैं। केतु, वृषभ राशि में वाणी में कोमलता, धनु राशि/Sagittarius में, दबंगता और निर्णयात्मकता, मीन राशि में स्थिरता और मिथुन राशि में पक्षियों और जानवरों की आवाजों की नकल उतारने की शक्ति देता है।

केतु/ketu भय, आशंकाओं और चिंताजनक अन्य विषयों को भी नियंत्रित करता है। केतु, कर्क राशि के लोगों को परिवारों से संबंधित चिंताओं और तुला राशि में परित्याग से संबंधित मुद्दों को भड़काता है। वृषभ राशि के व्यक्तियों में भौतिक संपदाओं, वृश्चिक राशि के व्यक्तियों में ऊंचाई, जहर और उनके शत्रुओं से, कर्क राशि के व्यक्तियों को भीड़-भाड़ वाली जगहों का और धनु राशि वालों में कारागार का भय पैदा करता है।

भ्रम का कारक होने के कारण, राशियों में केतु की स्थिति भ्रम पैदा करने वाली चीजों को निर्धारित करती है। केतु, धनु राशि के लोगों में/ Ketu in Sagittarius शिक्षा के प्रति मानसिक भ्रम का कारण बनता है, तथा तुला राशि के व्यक्तियों को वस्त्रों के चुनाव में दुविधा में डालता है। मकर राशि वाले लोगों को, उनकी सामाजिक स्थिति के प्रति उन्माद उत्पन्न करता है और मीन राशि के लोगों को आध्यात्मिक विश्वासों के प्रति भ्रमित करता है।

राशियों में स्थित केतु/ketu गलतफहमियां पैदा करने के लिए भी जिम्मेदार होता है। यह तुला राशि में, भागीदारों के बीच गलतफहमी तथा मेष राशि के लोगों में, उनकी भावनाओं को गलत ठहराने की प्रवृत्ति पैदा करता है। कर्क राशि में, व्यक्ति की मानसिक शांति को भंग करता है और सिंह राशि में यह व्यक्ति को भावनात्मक रूप से नरम बनाकर, लोगों पर आसानी से भरोसा करने की प्रवृत्ति बनाता है।

किसी राशि में स्थित केतु, उन चीजों को तय करता है जिनकी गोपनीयता का खुलासा करने की आवश्यकता नहीं होती। यह मकर राशि के लोगों में, बिजनेस का महत्व और उसकी गोपनीयता बनाए रखता है तथा वृश्चिक राशि के व्यक्तियों के शोधों को गोपनीय रखता है। मेष राशि के व्यक्तियों के व्यक्तित्व को गहनता देता है और मिथुन/ Gemini राशि में, यह पहचान, भ्रम और स्वयं के अन्य संदेहों का कारण बनता है। कर्क राशि के लोगों को घरेलू मामलों को साझा करने से रोकता है।

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